-चिकनगुनिया के मरीजों में बुखार हो रहा रिपीट

-वायरल समझकर हल्के में ले रहे मरीजों को खतरा बढ़ा

Meerut। शहर में बुखार के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है। ऐसे में इलाज के बाद मरीजों में रिपीट कर रहा बुखार प्लेटलेट्स के गिरने की संभावना को बढ़ा रहा है। जबकि वायरल समझकर बुखार को नजरअंदाज में ले रहे मरीजों के लिए प्लेटलेट्स का गिरना जानलेवा साबित हो रहा है।

बुखार को न समझें वायरल

दरअसल, बरसात के बाद और सर्दी के पूर्व को मौसम वायरल के अनुकूल माना जाता है। ऐसे में बुखार के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ती है। हालांकि मौजूदा समय में वायरल और मलेरिया से अधिक डेंगू और चिकनगुनिया के मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है। ऐसे में एक जैसे लक्षण होने के चलते कुछ लोग वायरल को चिकनगुनिया और चिकनगुनिया को वायरल मान बैठते हैं। ऐसे में मरीज प्लेटलेट्स की ओर ध्यान नहीं दे पाता और मर्ज गहरा जाता है। लेकिन स्वास्थ्य विभाग की मानें तो बुखार रिपीट होने पर प्लेटलेट्स गिरने की 90 प्रतिशत तक आशंका रहती है।

भोजन में लें हल्का आहार

मेडिकल कॉलेज के डॉ। तुंगवीर आर्य ने बताया कि मरीज को हल्का खाना लेते रहने चाहिए। जैसे लौकी का जूस, फलों का रस, पतला दूध और आराम अधिक करना चाहिए। उन्होंने बताया कि 20 से 25 तापमान पर एप्जिट मच्छर स्वयं ही मर जाता है। उन्होंने बताया कि मानव शरीर की संरचना में पाचन क्रिया से जुड़ा सूमों यदि कम हो जाता है तो प्लेटलेट्स अपने आप ही कम हो जाती हैं। इसीलिए हल्का खाना अवश्य लेते रहे।

चिकनगुनिया के 36 में से 18 केस जाग्रति विहार के

-शहर में डेंगू के कुल केस हुए 88, चिकनगुनिया 243

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-स्वास्थ्य विभाग ने चलाया स्वच्छता अभियान, किया जागरुक

मेरठ। शहर में शनिवार को डेंगू के 7 और चिकनगुनिया के 36 नए केस मिले हैं। चौंकाने वाली यह है कि चिकनगुनिया के नए 36 केसों में से 18 मामले अकेले जाग्रति विहार में मिले हैं। उधर, स्वास्थ्य विभाग ने हाई रिस्क जोन बने जाग्रति विहार में जन जागरुक अभियान चलाकर एंटी लार्वा का छिड़काव कराया।

क्या है मामला

मेडिकल में जहां नए 700 से 800 मरीज प्रतिदिन आते थे, अब उनकी संख्या में भारी गिरावट आई है। शनिवार को 380 नए मरीजों ने ही पर्चे बनवाए। जबकि इमरजेंसी में मात्र 14 मरीज भर्ती हुए। जिला मलेरिया अधिकारी डॉ। योगेश सारस्वत ने बताया कि शनिवार को केवल 131 मरीजों की ब्लड स्लाइड भरी गई। उन्होंने बताया कि मलेरिया और वायरल फीवर ज्वाइंट पेन से लोग पीडि़त मिले। इन्हें अस्पताल में भर्ती करने की आवश्यकता नहीं होती।

243 चिकनगुनिया और 7 डेंगू के नए केस

जिले में शनिवार को 36 चिकनगुनिया और डेंगू के 7 मरीजों की पुष्टि हुई है। चिकनगुनिया का आंकड़ा 243 जबकि डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़कर 88 हो गई है। पिछले दिनों के मुकाबले चिकनगुनिया के सापेक्ष डेंगू के मरीजों की संख्या में गिरावट दर्ज की गई है। डॉ। सारस्वत ने बताया कि शनिवार को शहर में 15 जगहों पर कैंप लगवाए गए। जहां कुल 1650 मरीजों का चेकअप किया गया, जिनमें से 284 मरीज बुखार से पीडि़त पाए गए। जबकि 131 मरीजों की ब्लड स्लाइड बनाई गई।

स्वास्थ्य विभाग ने चलाया अभियान

शनिवार को जिला मलेरिया अधिकारी डॉ। योगेश सारस्वत के नेतृत्व में जाग्रति विहार सेक्टर 4 में अभियान चलाया गया। इस दौरान विभाग की टीमों ने क्षेत्र में फॉगिंग की, वहीं जलभराव वाले क्षेत्रों में एंटी लार्वा का छिड़काव भी किया। डॉ। सास्वत ने बताया कि इस दौरान सड़कों पर जहां सड़क किनारे रखे कूलरों में जहां पानी चेक किया गया, वहीं घरों और उनके आसपास की घास व गंदगी वालों क्षेत्रों पर फॉगिंग कराई गई।

बुखार का रिपीट होना सही लक्षण नहीं है। ऐसे में प्लेटलेट्स में गिरावट दर्ज होने की आशंका रहती है। थकान व सांस फूलने के साथ यदि बुखार चढ़े तो तुरंत चेकअप कराएं।

-डॉ। योगेश सारस्वत, जिला मलेरिया अधिकारी

Posted By: Inextlive