नागरिकता संशोधन विधेयक के विरोध में असम के कई शहरों में लोग सड़कों पर उतरे हैं। कई जगहों पर बंद का अह्वाहन किया गया है। प्रशासन हालातों पर काबू पाने का पूरा प्रयास कर रहा है।

डिब्रूगढ़ (असम)। लोकसभा में विवादास्पद नागरिकता (संशोधन) विधेयक के पारित होने के विरोध में विभिन्न संगठनों से जुड़े कई लोग मंगलवार को डिब्रूगढ़ शहर की सड़कों पर निकले। प्रदर्शनकारियों ने 'जय असम', 'टेक सिटिजनशिप बिल', 'बीजेपी वापस जाओ', और 'आरएसएस वापस जाओ' के नारे लगाए। प्रदर्शनकारियों में से एक ने एएनआई को बताया, सभी लोग केंद्र द्वारा लाए गए नागरिकता (संशोधन) विधेयक के खिलाफ आए हैं और इसके लिए राज्य सरकार को भी जिम्मेदार ठहरा रहे हैं।

Assam: Locals stage a protest in Dibrugarh against #CitizenshipAmendmentBill. The Bill was passed in Lok Sabha yesterday. pic.twitter.com/4FlzRJk6U9

— ANI (@ANI) December 10, 2019


तब तक यहां ये विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा
एक अन्य प्रदर्शनकारी ने कहा कि जब तक केंद्र द्वारा विधेयक को वापस नहीं लिया जाता है, तब तक हम पीछे नहीं हटेंगे।& हम लोकसभा में पारित विधेयक के खिलाफ विरोध कर रहे हैं, जिसे अमित शाह द्वारा लाया गया था। केंद्र को लोगों की मांगों को समझना चाहिए। हम, असम के लोग बिल के खिलाफ हैं और जब तक इसे वापस नहीं लिया जाता है, तब तक ये विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार नागरिकता (संशोधन) विधेयक, 2019 अब बुधवार को राज्यसभा में पेश किया जाएगा।

Assam: People stage protest in Jorabat against #CitizenshipAmendmentBill which was passed in Lok Sabha, yesterday. pic.twitter.com/gEZjGkvMBE

— ANI (@ANI) December 10, 2019
सोमवार को लोकसभा में पारित किया गया
इस नागरिकता (संशोधन) विधेयक में पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से धार्मिक उत्पीड़न से भाग रहे हिंदू, ईसाई, सिख, बौद्ध और जोरास्ट्रियन समुदायों के शरणार्थियों को नागरिकता देने का प्रयास किया जा रहा है। यह सोमवार को लोकसभा में पारित किया गया।विधेयक के तहत नागरिकता प्राप्त करने की कट-ऑफ तारीख 31 दिसंबर, 2014 है। लोकसभा में 80 मतों के विरुद्ध 311 मतों के बहुमत से नागरिकता विधेयक पारित किया, जहां 391 सदस्य उपस्थित थे और उन्होंने वोटिंग की।

Posted By: Shweta Mishra