शहर में 21 फीसद महिलाएं और 27 फीसद पुरुष दुबलेपन के शिकार

ग्रामीण इलाकों में 26 फीसद महिलाएं कम वजन से परेशान

vinod.sharma@inext.co.in

VARANASI

मोटापा दुनिया के लिए समस्या है लेकिन बनारस के लिए तो दुबलापन प्रॉब्लम है. बनारस के लोग खाने-पीने को लेकर काफी मशहूर हैं. रबड़ी, मलाई, लस्सी, ठंडई, रसमलाई जमकर खाते हैं. बावजूद इसके शहर की 21 फीसद महिलाएं और 27 पुरुष मोटापे से ज्यादा दुबलेपन से घिरे हैं. ग्रामीण इलाकों यह आंकड़ा उलटा है. यहां पुरुष से ज्यादा करीब 26 फीसद महिलाएं दुबलेपन से परेशान हैं. यह खुलासा नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे में हुआ है.

कम हो रहा वजन

न्यूट्रिशन स्टेटस खराब होने की वजह से महिलाओं को कई तरह की परेशानियां झेलनी पड़ रही हैं. इनमें भारी संख्या में महिलाओं का वजन लंबाई के हिसाब से कम हो रहा या उम्र के हिसाब से लंबाई, वजन में कमी दिख रही है. इसके अलावा महिलाएं और पुरुष दुबले हैं या ज्यादा मोटे हैं. शहर में 18 से 49 साल उम्र के बीच 21.4 फीसदी महिला और 27.2 फीसदी पुरुषों का बॉडी मॉस इंडेक्स सामान्य से कम है, जबकि ग्रामीण इलाकों में 26 फीसद महिला और 16.1 पुरुषों में बाडी मॉस इंडेक्स सामान्य से बहुत कम है. पूरे जिले में करीब 18.1 फीसद महिलाएं और 14.1 पुरुष मोटापे से परेशान हैं.

बनारस के लोगों का हायपर थायराइड के कारण वजन कम होने लगा है. इसी हाइपो थायराइड से वजन बढ़ जाता है. इसके अलावा कुसिंग स्ट्रोम से भी वजन बढ़ता है. ऐसी स्थिति में महिला और पुरुष दोनों को ही संतुलित भोजन, पर्याप्त नींद, भरपूर पानी और नियमित रूप से व्यायाम करने की जरूरत होती है. उम्र बढ़ने के साथ शारीरिक परिवर्तनों के कारण दोनों की पोषक तत्वों की जरूरतें बदल जाती हैं. एक युवा पुरुष को प्रतिदिन 1200-2400 किलो कैलोरी की आवश्यकता होती है, जबकि उसी आयु की महिला को 1800-2200 किलो कैलोरी की. लेकिन इन आंकड़ों से यह नहीं समझा जाना चाहिए कि महिलाओं के शरीर को पोषक तत्वों की कम आवश्यकता होती है. सच्चाई तो यह है कि एक महिला को अपने हमउम्र पुरुष के मुकाबले ज्यादा पोषक तत्वों की जरूरत होती है.

-डा. दीपक गौतम, बीएचयू

महिलाओं की शारीरिक बनावट नाजुक होने के साथ ही जटिल भी होती है. उन्हें बीमारियों का खतरा तो पुरुषों की तरह ही होता है, लेकिन मासिक धर्म, गर्भावस्था, स्तनपान और मेनोपॉज के कारण महिलाओं को कई शारीरिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है. इसलिए जरूरी है कि खुद को फिट और स्वस्थ रखने के लिए महिलाएं अपनी शारीरिक जरूरतों को समझे. 19 से 49 साल की महिलाओं को प्रतिदिन 18 मिलीग्राम आयरन की आवश्यकता होती है.

-डा. सौम्या गुप्ता, बीएचयू

पुरुष हो या महिला, सेहतमंद रहने के लिए दोनों को सही आहार और व्यायाम के उचित तालमेल की जरूरत होती है. 15 की उम्र के बाद शरीर की जटिल बनावट के कारण लड़कियों को लड़कों की तुलना में ज्यादा पोषक तत्वों की जरूरत होती है. इसे आप पालक, टमाटर, अखरोट, अंजीर, चुकंदर, मछली, अंडे, दूध और अंकुरित खाद्य पदार्थो से पूरा कर सकते हैं. अंकुरित अनाज में काफी मात्र में फाइटोकेमिकल्स होते हैं, जो कई बीमारियों से हमारी रक्षा करते हैं. ये हड्डियों के घनत्व को बढ़ाते हैं, जिससे ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा कम हो जाता है.

-श्रुति श्रीवास्तव, डाइटीशियन

वाराणसी जनपद का आंकड़ा

23.8

फीसद महिलाएं दुबलेपन से परेशान हैं

21.5

फीसद पुरुषों का बाडी मॉस इंडेक्स सामान्य से कम है.

18.1

फीसद महिलाएं अधिक वजन और मोटापे से हैं परेशान

14.1

फीसद पुरुष भी अधिक वजन और मोटापा से जूझ रहे हैं.

Posted By: Vivek Srivastava