पंडाल में सीवर का पानी घुसने से नाराज हुए लोग

- अभियंताओं व ठेकेदारों को बंधक बनाकर रस्सी से बांधा

जंगमबाड़ी वार्ड की गली में एक हफ्ते से दुर्गा पूजा पंडाल में सीवर का पानी भरे होने के कारण लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। बार-बार की शिकायत के बाद भी समस्या का समाधान नहीं होने से आक्रोशित लोगों ने गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई, जलकल के इंजीनियर्स व ठेकेदारों को बंधक बनाकर रस्सी से बांध दिया। करीब डेढ़ घंटे बंधक बनाये रखने के बाद जल्द समस्या दूर करने के आश्वासन पर सभी को छोड़ा गया। इसके बाद लोग खुद ही सीवर में बैठकर धरना दिया।

पार्षद ने कई बार शिकायत की

जंगमबाड़ी वार्ड में नवरात्र में छह जगहों पर दुर्गा पूजा पंडाल स्थापित किया जाता है। बरसात के बाद उस इलाके की सीवर लाइन पूरी तरह से चोक हो गई है। सीवर ओवरफ्लो और ध्वस्त चैम्बर की लोग लम्बे समय से शिकायत कर रहे थे। खुद वहां के पार्षद गोपाल यादव ने भी शिकायत की। उन्होंने नगर आयुक्त व मेयर से लगायत जीएम जलकल व सचिव से समाधान की मांग की, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हुआ। गुरुवार की सुबह लोग कानू बाबू वाली गली में पूजा पंडाल तैयार कर रहे थे तभी इलाके में फिर से सीवर उफना गया। इसकी शिकायत लोगों ने जलकल और गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई के अधिकारियों के अलावा इलाकाई ठेकेदार को दी। दिन में करीब 11 बजे जलकल और गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई के जिम्मेदार मौके पर पहुंचे और समस्या का ठीकरा एक-दूसरे पर फोड़ने लगे। समस्या का निस्तारण न होने से नाराज लोगों ने बारी-बारी से सभी कर्मियों को कुर्सी पर बैठाकर रस्सी से बांध दिया।

आपस में भिड़े कर्मचारी

बंधक बनाये गए पांचों कर्मियों से बाद में स्थानीय लोगों ने कहा कि आप लोग खुद ही आपस में तय करिए कि सीवर से निजात की जिम्मेदारी किसकी है। इस दौरान आपस में ही जलकल व गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई के कर्मी भिड़ गए।

यह बनाए गए बंधक

जलकल एक्सीएन महेश आजाद, जेई गोविंद कुमार, ठेकेदार कमलेश सोनकर, गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई के एई आशीष सिंह व सुपरवाइजर। इन पांचों को 11 बजे से 12.30 बजे तक लोगों ने बंधक बनाये रखा। बाद में पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों ने कल तक पूरा सीवर लाइन साफ कराने का आश्वासन दिया तब पब्लिक ने सभी को छोड़ा।

Posted By: Inextlive