श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में टेका मत्था

रबी गोष्ठी में दी योजनाओं की जानकारी

VARANASI

प्रदेश के मुख्य सचिव आरके तिवारी ने शुक्रवार को 50 हजार वर्ग मीटर क्षेत्रफल में बनने वाले श्री काशी विश्वनाथ धाम परियोजना का मॉडल देखा। इसके बाद कमिश्नरी सभा में रबी गोष्ठी के दौरान उन्होंने किसानों की समस्याओं को प्राथमिकता व गुणवत्ता से निस्तारण करने का निर्देश दिया। किसानों को मिलने वाली योजनाओं की जानकारी दी।

देखी सुरक्षा व्यवस्था देखी

मुख्य सचिव ने पीपीटी के माध्यम से विश्वनाथ धाम में मकानों का ध्वस्तीकरण, मलवा निस्तारण की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि मंदिर परिसर में प्रवेश और निकास की व्यवस्था अलग-अलग करें ताकि जिस गति से श्रद्धालु मंदिर में दर्शन-पूजन करने आए और उसी गति से बाहर भी निकल सकें। प्रमुख सचिव ने धाम की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी अधिकारियों से चर्चा की। ध्वस्तीकरण के दौरान मिले प्राचीन मंदिरों को भी देखा और जल्द ही परियोजना पर काम शुरू करने का निर्देश दिया। इस दौरान कमिश्नर दीपक अग्रवाल, सीईओ विशाल सिंह, डिप्टी कमिश्नर विनोद सिंह, एसडीएम अविनाश कुमार, अपर मुख्य कार्यपालक निखिलेश मिश्रा थे।

चार प्रमुख सचिव रहे साथ

श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में प्रदेश के मुख्य सचिव आरके तिवारी के साथ ही अमित मोहन प्रसाद प्रमुख सचिव कृषि, सुधीर गर्ग प्रमुख सचिव उद्यान, बीएल मीणा प्रमुख सचिव पशुधन विभाग, टी वेंकटेश प्रमुख सचिव सिंचाई ने भी मंदिर में दर्शन पूजन किया। श्री काशी विश्वनाथ धाम में चल रहे कार्यो को देखा और जानकारी ली।

कृषि उत्पादकता को बढ़ाने पर जोर

कमिश्नरी सभागार में मुख्य सचिव आरके तिवारी की अध्यक्षता में वाराणसी व विंध्याचल मंडल की रबी उत्पादकता गोष्ठी हुई। मुख्य सचिव ने अधिकारियों को किसानों की समस्याओं का प्राथमिकता व गुणवत्ता से निस्तारण करने का निर्देश दिया। कहा कि 30 वर्षो से लंबित पड़ी बाण सागर परियोजना साकार कराकर 1.5 लाख एकड़ जमीन को सिंचाई सुविधा उपलब्ध हुई। कृषि उत्पादकता व उत्पादों की गुणवत्ता बढ़ाने के उपाय भी बताए गए। प्रमुख सचिव कृषि अमित मोहन प्रसाद ने किसानों को बताया कि यदि उनकी फसल में कीड़ा लगता है तो मोबाइल नंबर 9452247111 पर काल व एसएमएस करें। 24 घंटे में अधिकारी पहुंचकर समस्या का निदान कराएंगे। प्रमुख सचिव ने उद्यान में सब्जी की प्रोसेसिंग पर जोर दिया। इससे अच्छे दाम मिलते हैं। निदेशक मत्स्य ने कहा कि प्रदेश में मछली की मांग उत्पादन के सापेक्ष अधिक है। मत्स्य उत्पादन की अच्छी संभावनाएं हैं। किसान इसे अपनाकर अपनी आय बढ़ाएं।

Posted By: Inextlive