Jamshedpur : कैट 2013 के रिजल्ट ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि मैनेजमेंट के फिल्ड में इंजीनियरिंग बैकग्राउंड के स्टूडेंट्स का जलवा बरकरार रहेगा.


इंजीनियर्स चले मैनेजर बनने की राह पर

कॅरियर को बेहतर मुकाम तक ले जाने की इच्छा शक्ति हो तो समय की कमी, जॉब का प्रेशर या फिर कोई भी दूसरी तरह की परेशानी सामने नहीं आती। ट्यूजडे को कैट 2013 के रिजल्ट में सिटी के यूथ ने यह साबित कर दिया। 99 से ज्यादा परसेंटाइल लाने वाले ज्यादातर केंडीडेट प्रोफेशनल्स हैं। 99.83 परसेंटाइल लाने वाले सुलेख जैन हों, 99.61 परसेंटाइल वाले आकाश वर्मा या फिर 99.28 परसेंटाइल लाकर अपने टेलेंट को साबित करने वाली इशा कक्कर। ये सभी सिटी में जॉब कर रहे हैं। कोई टाटा स्टील में, कोई टाटा मोटर्स में तो कोई जुस्को से जुडे हैं।
समय कम मिलता था पर जितना मिला उसका सही उपयोग किया
जुस्को में मैनेजर और कैट में 99.83 परसेंटाइल लाने वाले सुलेख ने कहा कि जॉब करते हुए उनके पास समय की कमी तो थी पर कुछ घंटे जो मिलते थे उसका सही उपयोग उन्होंने किया। सुलेख ने कोलकाता स्थित जादवपुर यूनिवर्सिटी से सिविल इंजीनियरिंग में बीटेक किया है। पटना से स्कूलिंग करने के बाद दिल्ली कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से मैकेनिकल इंजीनियरिंग करने के बाद आकाश वर्मा ने 2011 में टाटा स्टील ज्वॉइन किया और वे यहां मैनेजर ऑपरेशन हैं। आकाश ने कैट में 99.61 परसेंटाइल हासिल किया है। आकाश का कहना था कि 2-3 घंटे भी सही से पढ़ाई की जाए तो कैट में अच्छा परसेंटाइल लाया जा सकता है। ईशा कक्कर टाटा मोटर्स में असिस्टेंट मैनेजर हैं और उन्हें कैट में 99.28 परसेंटाइल हासिल हुआ है। सुरभि भी टाटा मोटर्स में असिस्टेंट मैनेजर हैं और उन्हें कैट में 99.09 परसेंटाइल मिला है।
Engineers बनेंगे मैनेजर
कैट 2013 के रिजल्ट ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि मैनेजमेंट के फिल्ड में इंजीनियरिंग बैकग्राउंड के स्टूडेंट्स का जलवा बरकरार रहेगा। कैट में 99 और उससे ज्यादा परसेंटाइल लाने वाले 99 परसेंट स्टूडेंट्स इंजीनियरिंग बैकग्राउंड के हैं। एनआईटी जमशेदपुर से बीटेक करने वाले नीतीश रंजन कहते हैं कि इंजीनियरिंग बैकग्राउंड के स्टूडेंट्स की एक तो मैथ्स पर पकड़ बन जाती है और दूसरा कि बीटेक करते हुए उनमें एनालिटिकल स्किल डेवलप हो जाता है, यही वजह है कि वे कैट के एग्जाम में अच्छा परफॉर्म कर पाते हैं।
ABC नहीं मिला तो लखनऊ और इंदौर !
कैट में अच्छा परफॉर्म करने वाले सिटी के स्टूडेंट्स की पहली च्वॉइस आईआईएम अहमदाबाद, बंगलौर और कोलकाता है। नीतीश रंजन ने बताया कि उन्हें आईआईएम अहमदाबाद से कॉल आ चुका है। कंट्री के इन टॉप थ्री आईआईएम के बाद सिटी के स्टूडेंट्स की पसंद आईआईएम लखनऊ और आईआईएम इंदौर था। आकाश वर्मा ने कहा कि अगर उन्हें लखनऊ तक नहीं मिला तो वे जैट के रिजल्ट का वेट करेंगे और उनकी प्रायोरिटी में एक्सएलआरआई ऊपर आ जाएगा।

जॉब करते हुए भी कैट में अच्छा परसेंटाइल लाया जा सकता है इसके लिए दिन में कुछ ही घंटे की पढ़ाई हो पर रेगुलर होनी चाहिए।
- सुलेख जैन, कैट में 99.83 परसेंटाइल

समय कम मिलता था पर मैं कोशिश करता था कि 2-3 घंटे डेली पढ़ाई करूं। आईआईएम ए, बी, सी के अलावा लखनऊ और इंदौर मेरी च्वॉइस है। यहां तक नहीं हुआ तो जैट के रिजल्ट का वेट करूंगा।
- आकाश वर्मा, कैट में 99.61 परसेंटाइल

इंजीनियर सिर्फ इंजीनियर होता है। मैनेजमेंट के बाद टीम को मैनेज करने का स्किल डेवलप करता है जो कॅरियर को ग्रोथ देता है।
- सुरभि, कैट में 99.09 परसेंटाइल

 

Report by : jamshedpur@inext.co.in

Posted By: Inextlive