- 30 एकड़ में रिंग रोड के किनारे सिटी फॉरेस्ट बनाने की तैयारी

- जू के साथ ही मनोरंजन का भी होगा पूरा इंतजाम

- कमिश्नर ने इंस्पेक्शन कर जल्द डीपीआर बनाने का दिया निर्देश

VARANASI

अब बच्चों को घुमाने के लिए बहुत दूर नहीं जाना पड़ेगा क्योंकि आपके शहर से चंद किमी दूर हरहुआ के उंदी गांव में सिटी फॉरेस्ट बनाने की तैयारी शुरू हो गई है। जहां बच्चों के लिए झूला, बड़ों के लिए घुड़सवारी-ऊंट की राइडिंग, ओपन थिएटर, कैंटीन, ईको लाइब्रेरी का इंतजाम होगा। यानी लजीज व्यंजनों के साथ ज्ञान व मस्ती का जोन उंदी गांव होगा। इसमें जू भी होगा। जिसमें जानवरों के पीने के लिए वाटर होल्स, थोर्राट व डक पार्क, सांप, बिच्छू, बंदर, घोड़े-हाथी की चहलकदमी से जंगल का एहसास भी होगा।

पहुंचने में होगी आसानी

वीडीए ने हरहुआ ब्लाक के उंदी गांव स्थित उंदी ताल में सिटी फारेस्ट बसाने की तैयारी शुरू कर दी है। इस योजना को मूर्त रुप देने की कवायद शुरु भी हो गयी है। कमिश्नर दीपक अग्रवाल संग वीडीए उपाध्यक्ष ने 30 एकड़ में प्रस्तावित सिटी फारेस्ट का इंस्पेक्शन किया। कमिश्नर के अनुसार ¨रग रोड के किनारे सिटी फारेस्ट विकसित किया जाएगा, ताकि लोगों को पहुंचने में आसानी हो। सिटी फॉरेस्ट बन जाने के बाद शहर के आउटर में भी लोगों की अच्छी खासी गैदरिंग होगी।

डेल्टा स्वरूप देने की तैयारी

कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने सिटी फारेस्ट की डीपीआर बनाने के निर्देश दिए हैं। कंस्ल्टेंट कम्पनी को पश्चिम बंगाल की सुंदर वन की तर्ज पर डीपीआर बनाने का सुझाव दिया गया है। यहां आने वाले लोगों को सुंदर वन की तरह यहां भी एक तरफ पानी व दूसरे तरफ प्राकृतिक स्वरूप का अहसास हो। अभी तक गाजियाबाद, इंदौर व गुरुग्राम में सिटी फॉरेस्ट को विकसित किया गया है, जो पर्यटकों के लिए आकर्षक का केंद्र बना है।

सिटी फारेस्ट में ये होंगे

ईको लाइब्रेरी, बच्चों के लिए झूला, घुड़सवारी, उंट की राइडिंग, जानवरों के पीने के लिए वाटर होल्स, थोर्राट व डक पार्क, मनोरंजन, जीव-जंतु व पर्यावरण संबंधित जानकारी, साप, बिच्छू, बंदर, हाथी और घोड़े आदि होंगे।

वर्जन

रिंग रोड पर उंदी गांव में करीब 30 एकड़ भूमि पर सिटी फारेस्ट विकसित करने की योजना है। जल्द ही डीपीआर बनाकर इस प्रोजेक्ट पर काम शुरू कर दिया जाएगा। उंदी ताल की रमणीकता पर्यटकों को काफी आकर्षिक करेगी।

-राहुल पांडेय, वीसी-वीडीए

Posted By: Inextlive