रणबीर कपूर की नई फिल्म बर्फी रिलीज होने में कुछ दिन ही बचे है. इसमें रणबीर ने ऐसा कैरेक्टर Jamshedpur : का रोल प्ले किया है जो जुबां से तो कुछ नहीं कह सकता लेकिन उसका एक्सप्रेशन सब कुछ बयां कर देता है. वह हमेशा खुश रह कर लोगों के बीच खुशियां बांटता फिरता है.

अपनी सिटी में भी ऐसे ही कुछ ‘बर्फी’ हैं। इन्हें किसी से कोई गिला-शिकवा नहीं है। इन्होंने डीफ एंड डंब को चैलेंज की तरह एक्सेप्ट किया। साथ-साथ जिंदगी से हार मान चुके लोगों के लिए ये इंस्पीरेशन हैं। इनमें से कोई फोटोग्र्राफी में मास्टर हैं, कोई पेंटिंग तो कोई स्पोट्र्स में।
SMS से करते हैं बात
सिटी के ये बर्फी अपनी फैमिली और फ्रेंड्स के बात करने के लिए साइन लैैंग्वेज का यूज करते हैं। लेकिन जब ये कहीं दूर बैठे आदमी से कम्यूनिकेट करना चाहें तो इनका एसएमएस व ई-मेल ही एक मात्र सहारा होता है। समीरन के साथ काम कर रहे उनके कलीग जी शंकर का कहना है कि समीरन काफी टेक्नो फ्रेंडली है।
सीख लिया sign language
संतोष स्कूल ऑफ होप में बतौर कंप्यूटर ट्रेनर हैं। स्कूल ऑफ होप की प्रिंसिपल का कहना है कि संतोष से बात करते-करते उन्होंने भी साइन लैैंग्वेज सिख लिया है। अब वो संतोष से साइन लैंग्वेज में ही बात करती हैं। वहीं कुणाल के पैरेंट्स और फैमिली मेंबर्स भी कुणाल से कम्यूनिकेट करते-करते साइन लैैंग्वेज सीख गए हैं।

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हैं सभी के चहेते
समीरन 1991 से टाटा स्टील में बतौर फोटोग्राफर काम कर रहे हैं। समीरन नेशनल लेवल पर ऑल इंडिया डीफ एंड डंब स्पोट्र्स काउंसिल एसोसिएशन के ट्रेजरर के साथ-साथ झारखंड स्पोट्र्स काउंसिल ऑफ डीफ के जेनरल


कुणाल बचपन से ही पेटिंग में काफी इंटरेस्ट रखते हैं। नतीजतन आर्ट को ही इन्होंने अपना प्रोफेशन बना लिया। कुणाल कदमा और बिष्टुपुर में स्थित बाल चित्र कला संस्था के डायरेक्टर हैं।


पवन द्विवेदी का इंटरेस्ट स्पोट्र्स के साथ-साथ पेंटिंग और कंप्यूटर में भी है। इन्हें पेंटिंग बनाने का बड़ा शौक है। 10वीं नेशनल फूटबॉल चैैंपियनशिप ऑफ डिफ एंड डंब में पवन की टीम ने तीसरा पोजिशन हासिल किया था। वे अपने फैमिली मेंबर्स के साथ-साथ दोस्तों के भी चहेते हैं।


संतोष का इंट्रेस्ट कंप्यूटर में ज्यादा है। इस वजह से मैट्रिक पास करने के बाद उन्होंने कंप्यूटर एजुकेशन की ट्रेनिंग ली। थी जहां उन्होने 70 परसेंट माक्र्स से पास किया है। इसके अलावा कुणाल स्कूल में एथलीट कोच के रुप में अपना रोल प्ले कर रहे हैं।


धीरेेन्द्र ने नेशनल हिमालय ट्रेकिंग एग्जीबिशन में हिस्सा लेने के साथ कई स्पोट्र्स एडवेंचर प्रोग्राम का हिस्सा बन चुके हैं। ये हिंदी और इंग्लिश के अच्छे जानकार हैं। इनका इंटरेस्ट माउंटेन क्लाइबिंग में ज्यादा है। जिंदादिली से जिंदगी जीना इनका स्वभाव है।


सोनारी के रहने वाले राजू जयसवाल भी स्पोट्र्स में काफी इंटरेस्ट रखते हैं। इन्हें त्रिपल जंप, हाई जंप और रनिंग में महारत हासिल है। सिटी के बेहतरीन एथलीट में से एक राजू को कंप्यूटर में भी काफी इंटरेस्ट है।

Posted By: Inextlive