रांची: पुलिस की कार्रवाई के बाद भी झारखंड में जाली नोट के कारोबार पर ब्रेक नहीं लग पा रहा है। जाली नोट का धंधा करने वाले पूरे राज्य में बड़े पैमाने पर जाली नोट खपा रहे हैं। रांची के बुढ़मू थाना पुलिस ने शनिवार को एक बार फिर जाली नोटों के साथ दो सप्लायरों को अरेस्ट किया। गिरफ्तार सप्लायरों में एनुल अंसारी व सागर मंडल शामिल हैं। इनके पास से पुलिस ने 85,000 रुपये के फेक नोट बरामद किये हैं, जिसमें 42 नोट 2000 के और एक पांच सौ का नोट है। पकड़े गए सप्लायर पश्चिम बंगाल के मालदा से जाली नोट लेकर रांची पहुंचे थे। मार्केट में सप्लाई करने से पूर्व ही दोनों को पुलिस ने दबोच लिया। इनके अन्य साथियों की तलाश के लिए भी पुलिस दबिश दे रही है।

15 साल से था सक्रिय

इसमें गिरफ्तार एनुल अंसारी ठाकुगांव थाना क्षेत्र के बरौदी गांव का निवासी है। जाली नोट के कारोबार में इसका बड़ा नाम है। वह पिछले 15 साल से इस अवैध कारोबार से जुड़ा हुआ है और उसका नेटवर्क बंगलादेश से पाकिस्तान तक बैठे आकाओं तक बताया जाता है। वर्ष 2007 में इसे रांची पुलिस ने नाटकीय ढंग से पकड़ा था। उस वक्त इसने सिर्फ रांची और आसपास के क्षेत्र में 10 करोड़ से अधिक के जाली नोट खपाने की बात कबूल की थी।

बंगाल के रास्ते आ रहे फेक नोट

रांची से 85 हजार रुपयों के जाली नोटों की बरामदगी से पहले भी यह खुलासा हो चुका है कि पाकिस्तान से बांग्लादेश के रास्ते जाली नोट बंगाल व झारखंड की सीमा में पहुंचाये जा रहे हैं। इस मामले में एनआइए पहले भी कई केस टेक ओवर कर चुकी है और जांच कर रही है। जाली नोटों की तस्करी को रोकने के लिए ही झारखंड पुलिस ने संथाल परगना में साइबर थाना, साइबर डीएसपी आदि कार्यालय खोले हैं। इसके बाद भी यह हाल है।

पहले भी मंगा चुका है जाली नोट

नकली नोट का कारोबार करने के आरोप में पिछले दिनों पकड़े गए रवि प्रजापति ने पुलिस पूछताछ में बताया था कि इससे पहले भी वह आठ से दस बार मालदा के अनवर और इलम के जरिए 2000 के नकली नोट मंगा चुका है। वह इन नोटों को झारखंड के बाजारों में खपाता रहा है। कई बार नोट नेपाल के रास्ते भी बिहार झारखंड में लाए गए हैं।

अब तक गिरफ्तार बड़े तस्कर

17 सितंबर 2016 को रातू रोड से गिरफ्तार नकली नोट का बड़ा सरगना अशोक गुप्ता करोड़ों के जाली नोट देश में खपा चुका है।

वर्ष 2015 में पाकिस्तान में छपे 1.15 लाख रुपये के नकली नोट के साथ दो तस्कर गिरफ्तार किये गये थे।

1 दिसंबर 2018 को रांची के स्टेशन रोड स्थित सरकारी बस स्टैंड से 2000 रुपये के 104 जाली नोटों के साथ तस्कर को दबोचा गया था।

वर्जन

पुलिस को सूचना मिली थी कि कुछ लोग जाली नोट के कारोबार से जुड़े हैं और राजधानी में पैर पसार रहे हैं। आज पुलिस को सफलता मिली है जल्द ही फेक नोट के कारोबार से जुड़े कुछ और अपराधी भी पुलिस गिरफ्त में होंगे।

अनीश गुप्ता

एसएसपी रांची

Posted By: Inextlive