-विस्तारीकरण के तहत चौकाघाट फ्लाईओवर के तोड़े जाएंगे तीन डेक,

-दो माह तक फ्लाईओवर पर बाधित रहेगा आवागमन

-पब्लिक को झेलनी होगी परेशानी

शहर एक बार फिर जाम की चपेट में आने वाला है. चौकाघाट-कैंट फ्लाईओवर पर दो महीने तक वाहन नहीं दौड़ेंगे. फ्लाईओवर का विस्तार इसी साल होना है. इसके लिए कैंट रोडवेज बस स्टैंड के पास बने पुराने फ्लाइओवर के तीन डेक तोड़कर नए फ्लाईओवर से जोड़ना है. निर्माण के दौरान कोई हादसा न हो इसके लिए करीब दो माह तक रूट डायवर्ट किया जाएगा. इसकी वजह से अन्य मार्गो पर ट्रैफिक का दबाव होना तय है. सेतु निगम ने इस कार्य को लेकर तैयारी शुरू कर दी. अगस्त में डेक तोड़ने और बनाने का काम शुरू कर दिया जाएगा. दोनो का पूरा करने की डेडलाइन दो माह रखी गई है.

चुनौती बना रूट डायवर्जन

फ्लाईओवर विस्तार के दौरान रूट डायवर्जन के लिए सेतु निगम और ट्रैफिक डिपार्टमेंट ने प्लान बनाना शुरू कर दिया है. दोनों डिपार्टमेंट मिलकर अंधरापुल और कैंट से आने-जाने वाले वाहनों को डायवर्ट कर दूसरे रूट पर भेजेंगे. प्लान को जुलाई तक फाइनल कर लिया जाएगा. हालांकि इस काम को पूरा कराने में विभाग को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा. रोडवेज के पास आने वाली बसों को घूमकर आना होगा. यात्रियों को भी मेन गेट की बजाए पिछले गेट से आना होगा. रूट डायवर्ट होने से मलदहिया क्षेत्र में जाम की समस्या हो सकती है.

क्यों पड़ी डेक तोड़ने की जरुरत

शहर की टै्रफिक का दबाव कम करने के लिए चौकाघाट से रोडवेज बस स्टैंड तक फ्लाईओवर बनाया गया. लेकिन इससे समस्या कम होने की बजाय बढ़ गयी. रोडवेज की बसों का आवागमन बाधित होने लगा. प्रॉब्लम को दूर करने के लिए फ्लाइओवर के लहरतारा तक विस्तार निर्णय लिया गया. विस्तारीकरण के तहत कैंट और लहरतारा के बीच पिलर तैयार हो गए हैं. उन पर गार्डर लगाने के बाद फ्लाईओवर को आपस में जोड़ा जाएगा. इसके लिए कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने सेतु निगम को निर्देशित करते हुए ट्रैफिक डिपार्टमेंट की मदद से रूट डायवर्जन की कराने को कहा है.

आ रहा है स्टील गाडर

फ्लाईओवर विस्तारीकरण का काम पूरा करने के लिए सेतु निगम ने तैयारियां तेज कर दी है. चौकाघाट फ्लाईओवर का डेक तोड़ने से पहले स्टील गाडर लगवाया जाएगा. स्टील गार्डर की पहली खेप मंगलवार तक पहुंच जाएगी. अधिकारियों का कहना है कि पहली खेप में 12 स्टील गार्डर आ रहे हैं. जल्द ही अगली खेप भी आएगी. संभवत: एक-दो दिन में गार्डर डालने का काम शुरू भी हो जाएगा.

गंगा प्रदूषण के चलते रुका है काम

इस फ्लाईओवर के अलावा कैंट रेलवे स्टेशन से काशी विद्यापीठ की ओर उतरने वाले फ्लाईओवर का काम अभी सुस्त है. अधिकारियों की माने तो अभी इसे लोकेट इसलिए नहीं किया जा रहा है क्योंकि गंगा प्रदूषण इकाई की ओर से कोई रिस्पांस नहीं मिल रहा है. कई बार लेटर देने के बाद भी गंगा प्रदूषण की ओर से कोई जवाब नहीं आ रहा है. यही कारण है कि इस काम में लेट हो रहा है.

एक नजर

2012

में शुरू हुआ था फ्लाईओवर को बनाने का काम

2015

से चल रहा है चौकाघाट-लहरतारा फ्लाईओवर विस्तारीकरण का काम

30

माह में पूरा होना था काम

30

दिसंबर 2019 तक काम पूरा करने का है लक्ष्य

75

प्रतिशत काम पूरा हो चुका है अभी तक

22

पिलर्स में इस्तेमाल होंगे स्टील के गर्डर

137

स्टील गर्डर का होगा इस्तेमाल

62

पिलर्स हैं फ्लाईओवर में

1800

मीटर लंबा है फ्लाईओवर

171.50

करोड़ का है रीरिवाइज है बजट

चौकाघाट फ्लाईओवर विस्तारीकरण योजना के तहत तीन डेक तोड़े जाने हैं. इस दौरान उस एरिया को ब्लॉक किया जाएगा. रूट डायवर्जन की प्लानिंग की जा रही है. अगस्त से काम शुरू होगा. दो माह में तोड़ने और बनाने का टारगेट रखा गया है.

एके सिंह, परियोजना प्रबंधक, सेतु निर्माण निगम

Posted By: Vivek Srivastava