मुंह के छाले से परेशान हैं पुराने शहर के मोहल्लों के हजारों लोग

तेजी से फैल रहा है इंफेक्शन, बचाव के लिए पहुंच रहे हॉस्पिटल

ALLAHABAD: शहर दक्षिणी के कई मोहल्ले इस समय संक्रामक बीमारी से जूझ रहे हैं। लोगों के मुंह में छालों की शिकायत बढ़ रही है। तेजी से बढ़ती बीमारी ने अब तक हजारों लोगों को अपनी चपेट में ले लिया है। बचाव के लिए लोग हॉस्पिटल्स में दस्तक दे रहे हैं। डॉक्टर्स भी समझ नहीं पा रहे हैं कि आखिर इस बीमारी का कारण क्या है? एक्सप‌र्ट्स का कहना है कि मौसम में बदलाव के साथ पेयजल की गुणवत्ता खराब होने से ऐसी बीमारियां दस्तक देती हैं।

घर- घर बढ़ रहे मरीज

घंटाघर, जानसेनगंज, मालवीय नगर, मुट्ठीगंज, चौक समेत कई मोहल्लों में पिछले कई दिनों से मुंह में छाले की बीमारी के मरीज बढ़ रहे हैं। यहां अधिकांश घरों में एक या दो मरीज संक्रमण से जूझ रहे हैं। लोग भी परेशान हैं कि आखिर बीमारी का कारण क्या है? इन मोहल्लों में रहने वाली चिंता देवी, विकास, मालती देवी, गौरव जायसवाल, प्रीती कुमारी, रोहिणी सिंह, पिंकी केसरवानी आदि से बात की गई तो उन्होंने बताया कि पूरे मुंह में छाले हो जाने से खानपान प्रभावित हो रहा है और शरीर में कमजोरी का एहसास होने लगा है।

तो हमीं क्यों परेशान

लोगों ने कहा कि परिवार में एक से दूसरे में यह बीमारी तेजी से फैलती है। इलाके के लोगों ने पेयजल पर सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं। उनका कहना है कि जलकल विभाग को पानी की गुणवत्ता की जांच करानी चाहिए। डॉक्टर्स का कहना है कि मौसम में बदलाव के चलते भी ऐसे इंफेक्शन तेजी से होते हैं। अगर इंफेक्शन से ऐसा हो रहा है तो फिर यह बीमारी पूरे शहर में फैलनी चाहिए। ऐसे मरीजों की संख्या कॉल्विन और एसआरएन हॉस्पिटल में तेजी से बढ़ रही है।

ऐसे करें बचाव

किसी के जूठे खानपान का उपयोग कतई न करें

बासी और बाजार का भोजन न खाएं

पानी को उबालकर और छानकर पिएं

बाजार में बिकने वाले लूज वाटर का उपयोग न करें

मुंह में छाले होने पर डॉक्टर से सलाह लें।

मौसम में बदलाव के चलते ऐसी बीमारियां बढ़ती हैं। ठंड कम हो रही है और गर्मी बढ़ रही है। अगर कुछ इलाकों में ऐसी दिक्कत है तो पेयजल की भी जांच होनी चाहिए। प्रदूषित जल और मौसम में बदलाव के संयोजन से इंफेक्शन तेजी से फैलता है।

डॉ। एलएस ओझा, ईएनटी स्पेशलिस्ट

इस तरह के मरीज क्लीनिक पर आ रहे हैं। ऐसी दिक्कत होती है तो मरीजों को साफ सफाई का ध्यान रखना चाहिए। पानी को छानकर और उबालकर पिया जाना चाहिए। छाले बढ़ जाने पर बच्चों का विशेष ध्यान रखे जाने की जरूरत है।

डॉ। मनीष राज चौरसिया, पीडियाट्रिक

खुशरूबाग का ही पानी पूरे शहर में सप्लाई किया जाता है। सिविल लाइंस एरिया के लोग भी वही पानी पीते हैं, जो शहर दक्षिणी के लोग पीते हैं। पानी की वजह से लोगों के मुंह में छाले पड़ने या फिर कोई और दिक्कत आने की शिकायत फिलहाल अभी तक नहीं आई है।

एके स्वामी, एई, जल संस्थान

परिवार ही नही आसपास के मोहल्लों में भी यह बीमारी फैली है। बहुत से लोग इससे त्रस्त हो चुके हैं। कारण समझ नही आ रहा है।

चिंता देवी, जानसेनगंज

शुरुआत में लगा कि पेट की खराबी से होगा लेकिन अब आसपास के लोगों को भी यही शिकायत है तो निश्चित तौर पर संक्रमण हो रहा है।

देवेश अग्रवाल, घंटाघर

मेरे हिसाब से पेयजल की जांच होनी चाहिए। ऐसा तो नही है कि प्रदूषित जल की सप्लाई से कई लोग इस बीमारी की चपेट में आ रहे हों।

दिवाकर, मालवीय नगर

इस बीमारी में पूरा मुंह लाल हो जा रहा है और खानपान बिल्कुल बंद हो जाता है। इससे कमजोरी और सिरदर्द होता है।

बेबी केसरवानी, चौक

यह मौसम का बदलाव भी हो सकता है लेकिन आसपास के मोहल्लों में ऐसा होना चिंताजनक है। मौसम के बदलाव का असर तो पूरे शहर में होना चाहिए।

कुलदीप, जानसेनगंज

Posted By: Inextlive