- डीजीपी ने सभी जिलों के एसपी को भेजा निर्देश

- स्पेशल ब्रांच ने तीन हजार लोगों की सूची तैयार की

- 8 जिलों किए गए चिन्हित, रैफ की होगी तैनाती

- पुराने मामलों की सीसीटीवी खंगाल रही पुलिस

- थाने में बैठकर दी जा रही चेतावनी, हो सकते हैं अरेस्ट

राजधानी समेत राज्य भर में सक्रिय मजहबी उत्पातियों को पुलिस ढूंढ़ रही है। अयोध्या राम जन्मभूमि विवाद में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के पहले पूरे झारखंड में विशेष एहतियात बरतने की तैयारी की गई है। इसे लेकर झारखंड पुलिस मुख्यालय से डीजीपी कमलनयन चौबे ने सभी जिलों के एसपी को निर्देश जारी कर दिया है। डीजीपी ने सभी जिलों के एसपी को निर्देश दिया कि वह अपने जिलों में चिन्हित सांप्रदायिक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई करें। इसके साथ ही उनके खिलाफ एहतियातन धारा 113, 116 के तहत वारंट लें, जिससे जरूरत पड़ने पर सांप्रदायिक तत्वों को तत्काल गिरफ्तार कर जेल भेजा जा सके।

स्पेशल ब्रांच ने भी किया है अलर्ट

राज्य पुलिस की विशेष शाखा ने भी बीते 5 सालों तक सांप्रदायिक गतिविधियों में शामिल रहे तीन हजार से अधिक लोगों की सूची तैयार की है। इस सूची को भी सभी जिलों के एसपी को भेजा गया है। स्पेसल ब्रांच के अनुसार चिन्हित तत्वों पर विशेष निगरानी रखने की जरूरत है।

संवेदनशील जगह पर लगेंगे सीसीटीवी कैमरे

डीजीपी ने बताया कि सभी जिलों के एसपी को निर्देश दिया गया है कि वह संवेदनशील इलाकों को चिन्हित कर वहां विशेष एहतियात बरतें। इन जगहों पर सीसीटीवी लगाने और किसी भी तरह की वारदात होने की स्थिति में लगातार वीडियोग्राफी कराने को कहा गया है, जिससे उपद्रव की स्थिति में उपद्रवियों को चिन्हित किया जा सके। ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त धाराओं में एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी। सांप्रदायिक तत्वों के लिहाज से 7-8 जिलों को चिन्हित कर वहां रैपिड एक्शन फोर्स की तैनाती की जाएगी। जिलों के एसपी को कहा गया है कि वह फोर्स को आंतरिक तौर पर हमेशा तैयार रखें। किसी भी घटना की सूचना मिलने पर एसपी को तत्काल घटनास्थल पर जाना होगा।

एफबी- ट्वीटर पर सक्रिय रहेंगे एसपी

वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान जिलों के एसपी को कहा गया है कि वह सोशल मीडिया पर खुद नजर बनाए रखें। अपने जिलों के प्रमुख वाट्सअप गु्रप के एडमिन के संपर्क में रहें। एडमिन को यह हिदायत दी जाए की वाट्सअप ग्रुप में कोई आपत्तिजनक या अफवाह फैलाने वाल पोस्ट न आए। अगर कोई ऐसी पोस्ट करे तो तत्काल जानकारी एसपी को देने का निर्देश दिया जाए। जिलों के एसपी को डीजीपी ने आदेश दिया है कि वह किसी भी तरह की अफवाह के प्रचार होने पर अपने ट्वीटर या फेसबुक एकाउंट से हकीकत बताएं।

वर्जन

अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के पहले शांति समिति की बैठक कर के जिलावार हर समुदाय के ऐसे लोगों को एक्टिव किया जाएगा जो सामाजिक समरसता, एकता बनाए रखने के लिए सामने आते रहे हैं। उपद्रवियों और साम्प्रदायिक तनाव फैलाने वाले लोगों को नियंत्रित किया जाएगा।

केएन चौबे, डीजीपी, झारखंड

Posted By: Inextlive