सिटी बनाना था स्मार्ट, ओपन जिम पर अटके
- कागजों में ही बरेलियंस को मिली डेवलपमेंट की सौगात
- वर्ष 2019-20 में पास हुआ था 400 करोड़ का बजट, 150 करोड़ ही हुए खर्चबरेली : शहर के पटेल चौक पर सीसी सेंटर, पार्को में ओपन जिम, मॉडल सड़क समेत शहर के डेवलपमेंट के कई प्रोजेक्ट अब तक फाइलों से निकलकर धरातल पर नहीं आ सके हैं और फाइनेंशियल ईयर खत्म होने में 45 दिन ही बाकी बचे हैं और निगम आधा बजट भी खर्च नहीं कर सका है। पूरा साल बरेलियंस बदहाल सड़कों से निजात मिलने का इंतजार ही करते रह गए। अब साल बीतने को है तो नगर निगम के अफसर बजट खपाने के लिए टेंडर जारी कर रहे हैं। साल 2019-20 में शहर में डेवलपमेंट की बात करें तो सिविल लाइंस एरिया में एक ओपन जिम को छोड़ दिया जाए तो किसी भी बड़े प्रोजेक्ट पर निगम काम तक शुरू नहीं कर सका है।
फाइलों में बन रहा स्मार्ट सिटीस्मार्ट सिटी योजना के चौथे राउंड में 19 जनवरी 2018 को अपना शहर चुना गया। शहर को स्मार्ट बनाने के लिए इसके 6 माह बाद पीएमसी कंपनी भी चुन ली गई। स्मार्ट सिटी के प्रस्तावों पर तेजी से डीपीआर बनाकर उन्हें अंतिम स्तर तक पहुंचाना था, लेकिन पीएमसी का अलग ऑफिस और स्टाफ होने की वजह से प्रस्ताव तैयार होने में लेट लतीफी हो रही है।
ओपन जिम के लिए भी अभी इंतजार शहर के सिविल लांइस में सरदार वल्लभ भाई पटेल पार्क में स्मार्ट सिटी योजना के तहत 3.62 करोड़ रुपये से ओपन जिम बनकर तैयार हो गया है। लेकिन पीआर और ब्रांडिग के इंतजार में अभी एक माह तक लोगों को इसके लाभ से वंचित रहना पड़ेगा। टेंडर फाइनल, लेकिन निर्माण दूर बीते दिनों हुई बोर्ड बैठक में शहर में हाईमास्ट लाईटों के लिए 1.60 करोड़, गांधी उद्यान में लगाए जाने वाले म्यूजिकल फाउंटेन के लिए 79 लाख, एक करोड़ रुपये सोलर ट्री के लिए, वहीं 2.74 करोड़ रुपये सोलर रुफ टॉप के लिए स्वीकृत हो चुके हैं इनकी टेंडर प्रक्रिया भी पूर्ण हो चुकी है बावजूद इसके अभी तक निर्माण शुरु तक नहीं हो सका है। इन कामों के निकल चुके हैं टेंडर प्रस्ताव - बजटइंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर - 180 करोड़
हैंडीक्राफ्ट प्रमोशन सेंटर - 47.50
संजय कम्यूनिटी हॉल व तालाब - 10 करोड़ ई-क्योस्क जन सुविधा केंद्र - 1.99 करोड़ वेस्ट ट्रांसफर स्टेशन - 7.50 करोड़ चार सी-लॉज - 1.34 264 करोड़ के प्रोजेक्ट्स लटके पीएमसी कंपनी ने शहर को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए पिछले दो साल में एक दर्जन प्रोजेक्ट तैयार किए हैं। इन प्रोजेक्ट को धरातल पर लाने के लिए करीब 264 करोड़ रुपये खर्च होंगे। लेकिन अब तक डीपीआर ही तैयार नहीं हो सकी है। एक पार्क में ओपन जिम का काम चल रहा है। चार कामों वर्क ऑडर जारी हो चुके हैं। जल्द ही अन्य काम भी शुरु होंगे। मार्च तक अधिकांश काम धरातल पर लाने का प्रयास कर रहे हैं। अभिषेक आनंद, नगर आयुक्त