किश्तवाड़ में हुई हिंसा के विरोध में शनिवार को जम्मू में लोग सडक़ों पर उतरे. लोगों ने जगह-जगह टायर जलाकर सरकार विरोधी प्रदर्शन किए. देर शाम अचानक हिंसा भडक़ गई. दिन भर पुलिस के साथ पथराव के बाद शाम को न्यू प्लाट इलाके में कुछ शरारती तत्वों ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया. उपद्रवियों ने एक मारुति कार सहित आधा दर्जन से भी अधिक दुकानों को आग लगा दी जिससे स्थिति और विस्फोटक होते देख प्रशासन ने देर रात एहतियात के तौर पर पूरे शहर में बेमियादी कर्फ्यू लगा दिया. संघर्ष में करीब एक दर्जन लोग घायल हो गए. देर रात तक स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई थी.


देर शाम तक पथरावपुराने शहर के सिटी चौक, कनक मंडी व पुरानी मंडी इलाके में सुबह से देर शाम तक पथराव होता रहा. इसमें पांच पुलिसकर्मियों समेत एक दर्जन से ज्यादा लोग जख्मी हो गए. एसपी सिटी व दो इंस्पेक्टर भी जख्मी हो गए. इंस्पेक्टर सुनील गुप्ता की इस भागदौड़ में टांग टूट गई. जम्मू के विभिन्न इलाकों में भाजपा, विहिप, बजरंग दल, जेकेडीएफ, शिवसेना, पैंथर्स पार्टी व कई अन्य संगठनों के कार्यकर्ताओं ने रैलियां निकालीं. दोपहर में प्रदर्शनकारियों के एक गुट ने कनक मंडी से होते हुए राजेंद्र बाजार की तरफ बढऩे का प्रयास किया.एक मिनी बस को नुकसान
पुलिस ने इन्हें खदेडऩे के लिए हल्का बल प्रयोग किया. इसके बाद पथराव शुरू हो गया. पुरानी मंडी व कनक मंडी की तरफ से युवाओं का हुजूम उमड़ पड़ा और पुलिस को दो-तरफा पथराव का सामना करना पड़ा. पुलिस द्वारा आंसू गैस के गोले दागने व जवाबी पथराव में आठ से ज्यादा युवाओं को चोट आई. प्रशासन ने पुलिस तैनाती और बढ़ा दी है. प्रदर्शनकारियों ने जम्मू रेलवे स्टेशन पर एक मिनी बस को नुकसान पहुंचाया और नरवाल-कुंजवानी हाईवे पर एक काल सेंटर में तोडफ़ोड़ की. ग्रामीण इलाकों में भी प्रदर्शन हुए. किश्तवाड़ के हालात का जायजा लेने के लिए भाजपा नेता अरुण जेटली रविवार को जम्मू पहुंचेंगे.


छह हजार मचैल यात्री फंसेकिश्तवाड़: हिंसा के चलते मचैल माता की यात्रा पूरी तरह से ठप हो गई है. हजारों यात्री गुलाबगढ़, दूल और किश्तवाड़ में फंस गए हैं और भूखे प्यासे वक्त काट रहे हैं. हेलीकॉप्टर सेवा भी बंद कर दी गई है. मचैल से दर्शन कर वापस आ रहे पांच से छह हजार यात्रियों को गुलाबगढ़ में ही रोक लिया गया है. दूल में फंसे यात्रियों ने बताया कि उनके पास न तो खाने पीने के लिए कुछ है और न ही रहने की व्यवस्था है. काफी लोग रातभर गाडिय़ों में ही बैठे रहे. इनमें कई बच्चे व महिलाएं भी शामिल हैं. राज्य के गृहमंत्री सज्जाद अहमद किचलू तथा एएसपी कुलवीर सिंह को इससे अवगत करवाया गया तो उन्होंने समुचित व्यवस्था का आश्वासन दिया है. शिवखोड़ी यात्रा पर भी हिंसा का असर पड़ा है. शनिवार को एक भी श्रद्धालु यहां नहीं पहुंच सका.

Posted By: Satyendra Kumar Singh