-बनारस को देश के टॉप टेन स्वच्छ शहरों की सूची में स्थान दिलाने की कवायद शुरू

-नंबर वन शहर इंदौर की सफाई व्यवस्था का तरीका अपनाया जाएगा अपने शहर में भी

VARANASI

द बेस्ट क्लीन सिटी की तलाश में जनवरी से होने वाले स्वच्छता सर्वेक्षण की तैयारियां अभी से शुरू हो गयी हैं। देश के टॉप टेन शहरों की लिस्ट में बनारस का नाम लाने को नगर निगम ने एक्सरसाइज भी करना शुरू कर दिया है। इसके लिए निगम की टीम ने देश के नंबर वन शहर इंदौर का दौरा किया। इस दौरान वहां की सफाई व्यवस्था का तरीका सीखा गया। इसे अब अपने शहर में भी अपनाया जाएगा। इंदौर की तर्ज पर ही बनारस में भी सार्वजनिक स्थानों से डस्टबिन की संख्या कम की जाएगी। ऐसा इसलिए क्योंकि डस्टबिन रहने पर उसके आसपास गंदगी फैलती है। इस गंदगी को न रहने देने के लिए ही यह नई कवायद शुरू की जाएगा।

ताकि न फैले गंदगी

इंदौर में गली, मुहल्ले और सड़कों पर एक भी डस्टबिन नहीं रहता। इसके पीछे भी ठोस वजह है। इंदौर से लौटी टीम ने बताया कि कूड़ा उठान के बावजूद डस्टबिन वाले स्थानों पर गंदगी दिखती है। इसलिए प्रयोग के तौर पर बनारस में भी सार्वजनिक स्थानों पर लगे डस्टबिन की संख्या घटाई जाएगी। ताकि गंदगी का नामोनिशान न रहे।

पिछले वर्ष थे प्रदेश में अव्वल

पिछले वर्ष स्वच्छता सर्वेक्षण में बनारस का पूरे प्रदेश में पहला स्थान था। जबकि ओवर ऑल इंडिया में उसे फ्ख् वें स्थान से ही संतोष करना पड़ा। गौर करें तो पहले वर्ष की तुलना में इस बार बनारस में सफाई व्यवस्था की दशा काफी सुधरी है। क्योंकि इंडिया लेवल पर हुए पहले सर्वे में बनारस की पोजिशन मात्र म्फ् थी। बहरहाल मार्च में घोषित होने वाले रिजल्ट को देखते हुए नगर निगम ने शहर में बेहतर सफाई व्यवस्था के लिए रोड मैप तैयार कर लिया है।

वर्जन

शहर को स्वच्छता में अव्वल लाने के लिए पब्लिक को अवेयर होने की आवश्यकता है। क्योंकि इंदौर के नंबर वन होने के पीछे वहां की पब्लिक का बड़ा रोल है।

अमरेन्द्र श्रीवास्तव, सेनेट्री इंस्पेक्टर, नगर निगम

Posted By: Inextlive