बख्शी बाजार में पैसा वसूलने के बाद भी सफाई नहीं करते सफाईकर्मी

करैला बाग एरिया में वरिष्ठ नागरिकों ने की थी पार्क की सफाई

चकनिरातुल में न सीवर लाइन है और न ही पेयजल पाइप लाइन

ALLAHABAD: इलाहाबाद को स्मार्ट सिटी बनाने के लिये बातें तो काफी समय से की जा रही हैं। लेकिन ग्रास रूट लेवल पर जाकर रियलटी चेक की जाये तो सच का आईना इसके ठीक उलट कहानी बयां कर रहा है। सिटी में कूड़े का अंबार लगा हुआ है, लोग जगह-जगह फैली गंदगी से परेशान हैं। लेकिन हमारे कचरा हो चुके सिस्टम को इसकी कोई परवाह ही नहीं है। हाल ये है कि लोगों ने अब नेता और अफसरों से उम्मीद करनी ही छोड़ दी है। इसके अलावा भी कई ऐसी बातें और सुझाव सामने आये दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की कैम्पेन गर्मी लगी क्या में। लोगों ने बेबाकी से अपनी राय शेयर की।

स्पॉट वन: अटाला स्थित बख्शी बाजार

कूड़ाघर साफ नहीं होता तो मोहल्ला क्या साफ होगा

हम सबसे पहले अटाला स्थित बख्शी बाजार में लोगों के बीच पहुंचे। वहां हुई परिचर्चा में शाद अंसारी ने कहा कि यह जगह रहने के लायक ही नहीं रह गई है। जगह जगह फैली गंदगी से लोगों का जीना मुश्किल हो चुका है। मो। सलीम ने कहा कि मोहल्ले की सफाई की क्या बात की जाये, यहां तो कूड़ाखाना ही साफ करवाने के लिये लोगों को पापड़ बेलने पड़ते हैं। जिन्नूराइन बोले बरसात के वक्त नाला चोक होने से कमर तक पानी भर जाता है। नबी अहमद ने कहा कि सफाईकर्मी घर-घर जाकर पैसा वसूलते हैं इसके बाद भी हाल ये है कि कूड़ा लोगों के घर के बाहर ही लगा दिया जाता है। कुछ बोलो तो सफाईवाले लड़ाई पर आमादा हो जाते हैं। सड़क पर बड़े बड़े गढ्ढे हैं। जिनमें गिरकर पिछले कुछ सालों में कई बच्चों की मौत हो चुकी है। चर्चा में आफताब आलम, शकील अहमद, वकील अहमद, एनुल, सलमान, फारूक आदि लोग शामिल रहे।

स्पॉट टू: करैलाबाग लाल कॉलोनी

बच्चों के खेलने के स्थान पर जानवरों का कब्जा

दूसरा आयोजन करैलाबाग स्थित लाल कालोनी में किया गया। यहां चर्चा में शामिल मोनिका शुक्ला ने कहा कि सिटी में गारबेज मैनेजमेंट का प्रॉपर सिस्टम न होना ही असल वजह है। उर्मिला का मानना था कि मैनेजमेंट की जो थोड़ी बहुत व्यवस्था हो पाई है, उसे फेल करने में पब्लिक भी कम दोषी नहीं है। अब्दुल लतीफ ने कहा कि पुलिस चौकी रसूलपुर के पास स्थित मैदान कूड़े के ढेर पर पट गया है। जहां बच्चों को खेलना चाहिये, वहां आज जानवरों का बसेरा हो चुका है। कैलाश नारायण ने कहा कि पास में ही तुलसीपुर उद्यान पार्क है। इसे लाल बाग के सीनियर सिटीजन्स ने मिलकर हरा भरा बना दिया था, लेकिन आसपास के अराजकतत्वों को ये पचा नहीं और वे इसे उजाड़ने में लगे हुये हैं। पुलिस से शिकायत का भी असर नहीं होता। जय किशोर यादव, मो। चांद, हरसित सिंह, दुर्गेश पाल, कृपाशंकर, अशोक कुमार दीक्षित आदि मौजूद रहे।

स्पाट थ्री: चौफटका स्थित चकनिरातुल

अफसर-नेता के पास टाईम ही नहीं

तीसरी परिचर्चा का आयोजन चौफटका स्थित चकनिरातुल में किया गया। यहां मौजूद लोगों में शिव कुमार यादव ने वार्ड नम्बर 16 की दो सबसे बड़ी समस्यायें गिनाई। उन्होंने बताया कि रेलवे लाइन के समीप डेरी उद्योग केन्द्र इलाके की पुरानी बस्ती में सीवर लाइन ही नहीं है। चौंकाने वाली बात ये है कि यहां पानी की पाइप लाइन भी नहीं है। ऐसे में गंदगी का स्तर क्या हो सकता है? इसका अनुमान लगाया जा सकता है। चिरौंजी लाल यादव एवं रवीन्द्र कुमार यादव ने कहा कि अफसर तो झांकने नहीं आते। सभासद और पूर्व विधायक का हाल ये था कि उनके पास भी क्षेत्र की साफ सफाई का हाल जानने की फुर्सत नहीं है। चर्चा में रवीन्द्र कुमार यादव, रंजीत कुमार, राम नारायण साहू, अविनाश कुमार, मनबोध यादव, मिठाई लाल यादव, श्याम बाबू आदि मौजूद रहे।

बक्सी बाजार एरिया में कूड़े की समस्या विकराल रूप ले चुकी है। सफाईकर्मियों का रवैया भी मनमाना है। क्षेत्रीय पार्षद के पास जाओ तो वे कहते हैं कि मुझे इस एरिया से वोट नहीं मिलता तो हम यहां काम क्यों करवायें?

शाद अंसारी

लाल कालोनी की गलियों में गंदगी भरी रहती है। ऐसे में स्मार्ट सिटी का सपना कैसे पूरा होगा? यह बात अफसरों को सोचनी चाहिये। लोगों को भी अपने राइट्स एंड प्रिंसिपल्स को लेकर अवेयर रहना होगा। अफसर कंपलेन को गंभीरता से लें।

मोनिका शुक्ला

नई सरकार से बहुत उम्मीदें हैं। साफ सफाई डेवलपमेंट का अहम पार्ट है। पीएम नरेन्द्र मोदी इसपर खासा जोर देते हैं। लेकिन एक बात पर मुझे आपत्ति है। पार्षद हों या विधायक कहते हैं कि हमें जिधर से वोट मिलेगा, वहीं काम कराएंगे।

अब्दुल लतीफ

सफाई के मामले में चकनिरातुल का बुरा हाल है। गंदगी से इलाका पटा पड़ा है। यहां कभी कोई अफसर झांकने नहीं आया। दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट की टीम यहां आकर हमसे बातचीत कर रही है। इसपर लोगों को विश्वास नहीं हो रहा।

शिव कुमार यादव

यहां सीवर नहीं है और न ही पानी की पाइप लाइन है। ऐसे में कूड़े और गंदगी की समस्या दोगुनी हो चुकी है। सिटी में कूड़ा प्रबंधन का प्लान पूरी तरह से फेल है। इसपर तत्काल ध्यान दिये जाने की जरूरत है। गवर्नमेंट को इलाके के लोगों से राय लेनी चाहिए।

चिरौंजी लाल

19 मार्च का सब्जेक्ट

Condition of buses and trains

Posted By: Inextlive