छुट्टा पशु न बनें खतरा, इन पर लगाओ पहरा
सीएम का फरमान, 10 जनवरी तक सड़क पर घूमती गायों, पशुओं को गौशाला पहुंचाएं
सक्रिय हुआ नगर निगम और प्रशासन, शुक्रवार से तेज होगा अभियान फैक्ट फाइल 60 सुअर बाड़े शहर में अवैध 35 हजार से अधिक पाले जा रहे पशु 50 प्रतिशत पशु छुट्टा घुमते हैं prayagraj@inext.co.in PRAYAGRAJ: शहर की इमेज पर भी बट्टा लगा रहे सड़क पर घूमते पशुओं को पकड़ने का फरमान आ गया है। खुद सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस बारे में आदेश जारी किया है। इन पशुओं को कुंभ के लिए खतरा बताते हुए सीएम ने इसके लिए 10 जनवरी की डेडलाइन भी फिक्स की है। सड़क पर घूमते मिलने पर पशुओं को तत्काल गौशाला पहुंचाया जाएगा। साथ ही पशुपालकों से जुर्माना भी वसूलेंगे। यह है आदेशबुधवार को सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों व अन्य जिम्मेदार अधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग की। इस दौरान छुट्टा पशुओं व गायों को 10 जनवरी तक गौ-शालाओं में पहुंचाने का आदेश दिया। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिया है कि अगर कोई व्यक्ति गौशाला में गायों को छुड़ाने आता है तो उससे जुर्माना वसूला जाए।
आगे आएं जनप्रतिनिधि व व्यापारीलेकिन इसका मतलब ये नहीं कि आवारा पशुओं को गौशाला में मरने के लिए छोड़ दिया जाए। गाय-भैसों के लिए गौशाला में चारा, पानी और सुरक्षा के इंतजाम किए जाएं। गौशाला के लिए प्रदेश सरकार विशेष फंड जारी करेगी। साथ ही सीएम ने जनप्रतिनिधियों और व्यापारियों को भी इस अभियान में शामिल करते हुए योगदान के लिए प्रेरित करने की बात कही है।
--------------- बाहर नहीं गए पशु पालक 2800 पशुपालक नगर निगम में रजिस्टर्ड थे 26 अप्रैल 2017 को। इन्हें 2017 में नोटिस जारी हुआ। 10 और 20 हजार रुपए प्रतिदिन के हिसाब से जुर्माना लगाने की चेतावनी थी शहर से पशु बाहर न ले जाने पर। 1100 दुधारू पशुओं का रिकार्ड उपलब्ध कराया था वित्तीय वर्ष 2016-17 तक। 26 अप्रैल 2017 को नगर निगम सदन ने सभी डेयरी का लाइसेंस कैंसिल कर दिया था। 02 वर्ष से पशुओं का लाइसेंस बनना बंद हो चुका है। अरैल-फाफामऊ में कैटिल कॉलोनी -इलाहाबाद शहर से दुधारू पशुओं को बाहर करने का प्रस्ताव पुराना है। -फाफामऊ और अरैल में 2008-09 में ही कैटिल कॉलोनी की व्यवस्था की गई थी। -दोनों जगह 100-200 गज एरिया के 100-100 प्लॉट काटे गए। -2008 से अब तक किसी भी पशुपालक ने कैटिल कॉलोनी के लिए आवेदन नहीं किया। -2017 में नगर निगम ने पशुपालकों पर शहर से बाहर जाने का दबाव बनाया।-इसके बाद भी पशुपालक बाहर जाने को तैयार नहीं हुए।
सर्किल रेट से आधे पर प्लॉट -पशुपालकों के लिए नगर निगम द्वारा जो व्यवस्था की गई है। -इसके तहत कोई भी पशुपालक कैटिल कॉलोनी में प्लॉट ले सकता है। -निर्धारित सर्किल रेट से आधी रकम पर कैटिल कॉलोनी में प्लॉट मिल जाएगा। -इसके लिए पशु पालक को नगर निगम में फार्म भर कर जमा करना पड़ेगा। -यहां बिजली-पानी के साथ सुरक्षा की व्यवस्था नगर निगम मुहैया कराएगा। वर्जन- सीएम का आदेश है कि शहर में पशु छुट्टा न घूमने दिए जाएं। इसके लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है। डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन भी अपने स्तर से कार्रवाई की तैयारी कर रहा है। पशुपालकों को भी चेतावनी दे दी गई है। -डा। धीरज गोयल, पशुधन अधिकारी नगर निगम