- हरदा ने उड़ान में देरी करने का लगाया आरोप

- चहेते अफसरों का ले रही कांग्रेस लाभ: बीजेपी

DEHRADUN: चुनाव के मौसम में अभी तक सियासी दल ही एक-दूसरे के आरोपों के शिकार हो रहे थे, लेकिन अब स्थिति थोड़ी बदल गई है। सरकारी मशीनरी भी सियासी दलों के निशाने पर आ गई है। रविवार को दो मामलों में कांग्रेस और बीजेपी ने अपनी-अपनी तरह से सरकारी मशीनरी की विश्वसनीयता पर सवाल उठाए। सीएम हरीश रावत ने जीटीसी हेलीपैड से उड़ान में एक घंटे की देरी पर नाराजगी जताई। एटीसी के अफसरों से उन्हें बात करनी पड़ी, वहीं बीजेपी सल्ट में थानेदार की गाड़ी में शराब पकड़े जाने के मामले को सीधे कांग्रेस से अफसरों की मिलीभगत बता रही है।

हरदा ने दिखाया आयोग का डर

दरअसल, रविवार सुबह 9 बजे हरीश रावत को जीटीसी हेलीपैड से अल्मोड़ा के लिए उड़ान भरनी थी, लेकिन पूर्व अनुमति के बावजूद पायलट उड़ान नहीं भर पाया। सीएम ने खुद फोन पर एटीसी के अफसरों से इस संबंध में बात की। उन्होंने नाराजगी भरे शब्दों में कहा कि केंद्र सरकार क्या अब एटीसी को भी निर्देश दे रही है। सीएम ने जब चुनाव आयोग से शिकायत की बात की, तो तब जाकर एक घंटे बाद उनकी उड़ान का रास्ता साफ हो पाया।

बीजेपी का अफसरों पर आरोप

सल्ट में थानेदार की गाड़ी में शराब पकडे़ जाने के मामले को बीेजेपी तूल देने में जुट गई है। पार्टी इस मामले को अफसरों और कांग्रेस के बीच की मिलीभगत के तौर पर पेश कर रही है। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने बयान जारी करके ऐसे अफसरों को चेताया कि वह हरकतों से बाज आएं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अपने चहेते कुछ अफसरों के जरिये चुनाव जीतने का प्रयास कर रही है।

Posted By: Inextlive