-अप्रवासी बिहारियों की देखरेख के लिए सरकारी कर्मी को प्रभारी बनाएं

-मुख्यमंत्री ने कोरोना वायरस को ले उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक में दिए निर्देश

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क्कन्ञ्जहृन्: बाहर के राज्यों से आए अप्रवासी बिहारियों के लिए स्कूलों में बने सेंटर की देखरेख के लिए सरकारी कर्मी को प्रभारी बनाएं। उनके लिए भोजन के साथ-साथ नियमित चिकित्सीय जांच की व्यवस्था की जाए। मुखिया, सरपंच एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियों के माध्यम से भी समुचित प्रबंध कराएं। बाहर से आने वालों की हर हाल में स्क्रीनिंग कराएं। यह आदेश मंगलवार को सीएम नीतीश कुमार ने कोरोना वायरस को लेकर चलाए जा रहे राहत और बचाव कार्याें की समीक्षा के दौरान कही।

जो जहां हैं वहीं रहें

सीएम ने कहा कि लॉकडाउन को देखते हुए राज्य सरकार ने सभी राशनकार्डधारियों के बैंक खाते में एक-एक हजार रुपए भेजने का निर्देश दिया था। जितनी जल्दी हो सके यह काम कर दिया जाए। बैठक में लॉकडाउन की वजह से बाहर फंसे बिहारियों की समस्याओं के समाधान को ले विस्तृत चर्चा हुई। सीएम ने कहा कि जो लोग जहां हैं वहीं पर रहें। राज्य सरकार मदद को प्रतिबद्ध है। राज्य सरकार अन्य सरकारों के साथ समन्वय कर सभी समस्याओं का समाधान करा रही है। बैठक में उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी, जल संसाधन मंत्री संजय झा, मुख्य सचिव दीपक कुमार, डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय, अपर मुख्य सचिव गृह आमिर सुबहानी, पंचायती राज विभाग के प्रधान सचिव अमृत लाल मीणा, आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, सचिव मनीष कुमार वर्मा व अनुपम कुमार सहित अन्य अफसर मौजूद थे।

अब तक 1.80 लाख लोग पहुंचे बिहार

आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने मुख्यमंत्री की समीक्षा बैठक में यह जानकारी दी कि अब तक 1.80 लाख, 652 लोग बीते 22 दिनों में बिहार पहुंचे हैं। गरुड़ एप के माध्यम से इन पर सघन निगरानी रखी जा रही है। सीमावर्ती क्षेत्रों मे आपदा सीमा राहत केंद्र संचालित हैं।

सीएम आवास में भी हेल्पलाइन नंबर

मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार ने यह जानकारी दी कोरोना वायरस को केंद्र में रख मुख्यमंत्री आवास में भी हेल्पलाइन नंबर चल रहे हैं। लोग सीधे अपनी समस्या बता रहे हैं। लोगों के फीडबैक के आधार पर उनकी सहायता की जा रहा है।

Posted By: Inextlive