सीएम के जनता दरबार में 365 शिकायतें दर्ज

200 से ज्यादा अर्जियों पर हुई सुनवाई

DEHRADUN:

सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत के पहले जनता दरबार में सैकड़ों की संख्या में आए लोगों ने अपनी फरियाद रखी। सीएम के दरबार में फ्म्भ् शिकायतें दर्ज हुई। जिनमें से ख्00 से ज्यादा अर्जियों पर सुनवाई हुई। करीब ख् घंटे तक चले कार्यक्रम में लोगों की ज्यादा शिकायतें सड़कें और नौकरी की समस्या को लेकर रहीं।

सीएम ने किया सीधा संवाद

शक्रवार को सीएम आवास, न्यू कैंट रोड स्थित जनता दर्शन हॉल में जनता दरबार लगा। सीएम ने जनता दरबार में सैकड़ों की संख्या में आए लोगों की शिकायतों व समस्याओं को सुना। मौके पर ही समस्याओं का निस्तारण करने के लिए अधिकारियों को निर्देशित भी किया। प्रत्येक फरियादी की शिकायत व समस्या को रजिस्टर में दर्ज किया गया। इसके बाद एक-एक व्यक्ति को बुलाया गया जिन्होंने सीएम के सामने अपनी बात रखी। दरबार में आए लोगों ने पेयजल आपूर्ति की समस्या, गांव, मोहल्लों में सड़कों के मार्ग निर्माण की मांग की। लोक निर्माण विभाग में मेट बेलदारों की पुनर्नियुक्ति, स्वास्थ्य केंद्र उच्चीकरण, बेकलॉग की भर्ती, भू-अभिलेख में नाम दर्ज करवाने, समय पर वेतन न मिलने, विद्युत की झूलती लाइनों को ठीक करवाने, सार्वजनिक मागरें से अतिक्रमण हटाने, आदि दर्जनों मामले सीएम के सामने जनसमस्याएं भी सीएम के सामने लोगों द्वारा रखे गए। इधर सीएम के जनता दरबार में आई महिलाओं ने सीएम से शराब की दुकानों को शिफ्ट किए जाने का भी विरोध किया। कार्यक्रम में शासन के अधिकारी, देहरादून के जिलाधिकारी, एसएसपी व वरिष्ठ विभागीय अधिकारी मौजूद थे।

जनता दरबार में पहुंचे बीएड प्रशिक्षित

तीन सूत्रीय मांग को लेकर आंदोलनरत बीएड प्रशिक्षित शुक्रवार को जनता दरबार में सीएम से मिले। इस दौरान प्रशिक्षितों ने सीएम से शीघ्र ही समस्या का निस्तारण किए जाने की मांग की। सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत के समक्ष प्रशिक्षित बीएड बेरोजगारों द्वारा मांग रखने के बाद सीएम ने वर्तमान समय में अतिथि शिक्षकों का मामला उच्च न्यायालय में विचाराधीन होने की बात कही। उन्होंने आश्वस्त किया कि उच्च न्यायालय के स्पष्ट फैसले के बाद इस पर विचार कर आगे के कार्य की रूपरेखा तैयार की जायेगी।

Posted By: Inextlive