सीएम पहुंचे उत्तरकाशी, मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख
- आपदा के तीसरे दिन सीएम न किया आपदाग्रस्त इलाकों का दौरा
- पीडि़त लोगों से मिलकर दिया यथासंभव मदद का भरोसा >DEHRADUN: उत्तरकाशी डिस्ट्रिक्ट के आराकोट कोटीगाड़ घाटी में आई प्राकृतिक आपदा के तीसरे दिन सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत आपदाग्रस्त इलाकों में पहुंचे। जहां उन्होंने प्राकृतिक आपदा के कारण आराकोट, माकुड़ी, टिकोची, किराणु, चीवां, बलावट, दुचाणु, डगोली, बरनाली, गोकुल, मौंडा गांवों का स्थलीय व हेलीकॉप्टर से निरीक्षण किया। इस दौरान सीएम ने आराकोट में दैवीय आपदा से पीडि़त लोगों से मुलाकात कर यथासंभव मदद का भरोसा दिया। सीएम ने कहा कि हर मृतक के परिजनों को 4-4 लाख रुपए की धनराशि दी जाएगी। सीएम ने की घोषणाएंअपने दौरे के दौरान सीएम ने कई घोषणाएं की। इनमें टिकोची, किराणु, दुचाणु के एक किमी में 84 मीटर का पुल बनाना, मुलाना में 7 मीटर झूला पुल का निर्माण, टिकोची में 90 मीटर पुल का निर्माण, जीआईसी टिकोची में पुनर्निर्माण और टिकोची में एलोपैथिक हॉस्पिटल का पुनर्निर्माण शामिल हैं।
सीएम ने दी जानकारी - माकुड़ी, सनेल, टिकोची, नगवारा, आराकोट, मोल्डी, मलाना, दुचाणु, कलीच, जोटरी, डगोली, बरनाली, थापलि, बलावट व रनोल गांव सबसे ज्यादा प्रभावित। - इन सभी गांवों का करीब 70 वर्ग किमी क्षेत्रफल आपदा की चपेट में। - जनपद का नाम उत्तरकाशी, तहसील मोरी व घाटी कोटीगाड़- कुल प्रभावित गांवों की संख्या 51, घाटियां 24 व 27 पहाडि़यां शामिल।
- जानमाल का नुकसान 15 (एक अज्ञात) - अब तक मिसिंग 6, घायलों की संख्या आठ। - पूर्णरूप से डैमेज मकानों की संख्या 17. - डैमेज पुलों की संख्या कुल 4, दो मोटर व दो पैदल। - 11 केवी की विद्युत लाइन पूरी तरह डैमेज 14 किमी। - आंशिक रूप से डैमेज बिजली लाइन 12 किमी, 8 ट्रांसफॉर्मर। - कुल नुकसान का अनुमान करीब 130 करोड़ रुपए। - पशु, गौशाला व भवनों के नुकसान का आकलन जारी। - राहत व बचाव कार्य में जुटे कार्मिकों की संख्या 300. - इनमें प्रशासन, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, आईटीबीपी, फॉरेस्ट व आपदा खोज शामिल। - हेल्थ डिपार्टमेंट की 4 टीमें एक्टिव - इलाके में 10 हेलीपैड एक्टिव, त्यूणी गैस गोदाम में 150 सिलेंडर मौजूद। - आराकोट में 150 क्विंटल लकड़ी उपलब्ध। -इंडियन एयरफोर्स व सिविल एविएशन के 4 हेलीकॉप्टर मौजूद। - एनएच में आराकोट तक ट्रैफिक सुचारु। - 12 विलेजेज में जलापूर्ति बाधित होने के अस्थाई जलापूर्ति सुचारु। - वेटनरी की दो टीमें भी मौजूद।