- सीएम योगी आदित्यनाथ ने किया 50.75 करोड़ की नौ परियोजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण

GORAKHPUR: गोरखपुर का नौ जिलों से कमल की पंखुडि़यों की तरह जुड़ाव है। आजमगढ़, बस्ती और गोरखपुर मंडल के इन जिलों के लोग ही नहीं बल्कि नेपाल और बिहार की बड़ी आबादी भी इलाज के लिए गोरखपुर और वाराणसी आती है। हमारी सरकार इन दोनों शहरों की स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने में जुटी है। ये बातें सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहीं। वे जिला अस्पताल परिसर में 50.75 करोड़ की 9 परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास करने पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि यहां सुविधाएं बढ़ने से बीआरडी मेडिकल कॉलेज को भी मरीजों के लोड से राहत मिलेगी। आसपास के नौ जिलों के अलावा नेपाल और बिहार से आने वाले मरीजों की खातिर शहर में 100 बेड मैटरनिटी विंग और 100 बेड टीबी सह सामान्य अस्पताल के रूप में 200 बेड बढ़ गए हैं।

'स्वस्थ मां और बच्चा देश की धरोहर'

सीएम ने 100 बेड मैटरनिटी विंग को मां व बच्चे को स्वास्थ्य सुरक्षा देने की पहल करार दिया। उन्होंने कहा कि स्वस्थ मां और बच्चा देश की धरोहर होता है। अगर समय से मां व बच्चे को टीका लगवा दिया जाए तो दोनों ही स्वस्थ रहेंगे। सीएम ने 45.56 करोड़ की लागत की छह परियोजनाओं का लोकार्पण और 5.19 करोड़ की लागत की तीन परियोजनाओं का शिलान्यास किया। लोकार्पण परियोजनाओं में महिला अस्पताल परिसर में 100 बेड मैटरनिटी विंग, 100 बेड टीबी सह सामान्य अस्पताल, 30 बेड सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अराव जगदीशपुर उरुवा, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पिपरौली, चौरीचौरा एवं गगा मिनी पीआईसीयू शामिल हैं। इसके साथ ही जिला अस्पताल में एमआरआई सेंटर और जिला महिला अस्पताल एवं जिला अस्पताल में मॉड्युलर ओटी का शिलान्यास हुआ। सीएम ने जेई एवं एईएस की रोकथाम संबंधी पुस्तक और इसकी कार्य योजना संबंधी पुस्तक का विमोचन भी किया। इस अवसर पर नगर विधायक डॉ। राधा मोहनदास अग्रवाल, विपिन सिंह, डॉ। विमलेश पासवान, संत प्रसाद, फतेहबहादुर सिंह, मेयर सीताराम जायसवाल, राज्य महिला आयोग उपाध्यक्ष अंजु चौधरी, भाजपा जिलाध्यक्ष जनार्दन तिवारी, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य प्रशांत त्रिवेदी, एनएचएम एमडी पंकज कुमार, कमिश्नर अमित गुप्ता, डीएम के विजयेंद्र पांडियन, सीएमओ डॉ। श्रीकांत तिवारी आदि मौजूद रहे।

'हमने बदला नजरिया'

सीएम ने आगे कहा कि 10 से 28 फरवरी तक दस्तक की तरह अभियान चलाकर मातृ-शिशु कल्याण, स्वच्छता, स्वच्छ पेयजल आदि की सुविधा दिलाई जाएगी। यह अभियान दो अन्य चरणों में 15 मई से 15 जून और एक जुलाई से 31 जुलाई तक भी चलेगा। 25 फरवरी से जापानी इंसेफेलाइटिस का टीकाकरण शुरू कराया जाएगा। पैरामेडिकल स्टाफ को दोबारा प्रशिक्षित किया जाएगा। सीएम ने कहा कि लोग कहते थे कि ज्यादा आबादी, बिगड़ी मशीनरी, काम न कर पाने की बुरी आदतों के कारण प्रदेश में काम नहीं हो पाएगा लेकिन हमने नजरिया बदला। उत्तर प्रदेश के लोगों में नेतृत्व की क्षमता है।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पिछली सरकार में विकास के लिए आए जनता के धन को चंद लोग लूट-खसोट कर इस्तेमाल करते थे। काम की योजना बनाते थे लेकिन काम नहीं करते थे। रिवाइज इस्टीमेट के नाम पर योजना की लागत बढ़ाई जाती थी। उन्होंने भ्रष्टाचार का जो घुन दौड़ाया था वह पूरे सिस्टम को खोखला कर रहा था लेकिन अब ऐसा नहीं हो रहा है। अब जो योजना बन रही है वह पूरी हो रही है।

आएंगे दिल्ली, राजस्थान के डॉक्टर

सीएम ने कहा कि गोरखपुर एम्स की ओपीडी फरवरी में शुरू कराने की तैयारी है। इसके लिए दिल्ली, राजस्थान, लखनऊ समेत अन्य स्थानों के डॉक्टर्स की तैनाती की प्रक्रिया की जा रही है। स्वास्थ्य सेवाएं ज्यादा सुदृढ़ हों इसके लिए गोरखपुर को देश के प्रमुख शहरों से हवाई मार्ग से जोड़ा जा रहा है। जल्द ही काठमांडू, मुंबई, राजस्थान आदि शहरों से भी एयर कनेक्टिविटी हो जाएगी।

'कहीं से चुनाव लड़े प्रियंका, उन्हें हराएंगे'

कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बात करते हुए स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि प्रियंका गांधी कहीं से भी चुनाव लड़ें उन्हें हम हराएंगे। चुनाव में अपने खिलाफ माहौल देख कांग्रेस ने प्रियंका के रूप में अपना आखिरी मोहरा छोड़ा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में परिवार के अलावा आगे कोई बढ़ता नहीं है, वह लोग परिवार तक ही सीमित हैं। प्रियंका के राजनीति में उतरने का कांग्रेस को कोई लाभ नहीं मिलने वाला है। उनको लेकर जनता में कोई उत्साह नहीं है। इससे पूर्व उन्होंने कहा कि प्रदेश में 100 बेड वाले 35 मैटरनिटी विंग बनकर तैयार हैं जिनका जल्द ही उद्घाटन किया जाएगा। मैटरनिटी विंग में जेई व एईएस के मरीजों का भी इलाज किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार ने स्वास्थ्य पर ध्यान नहीं दिया था। हमने जेई व एईएस से मौतों के मामले 58 फीसदी कम किए हैं। वर्ष 2017 में जहां 655 बच्चों की मौत हुई थी वहीं पिछले वर्ष यह संख्या 250 रह गई। सिंचाई व प्रभारी मंत्री धर्मपाल सिंह ने कहा कि सरकार स्वास्थ्य, सड़क, शिक्षा व बिजली पर पूरा ध्यान दे रही है।

'सुस्त हो गई थीं योजनाएं'

वहीं, कार्यक्रम में मौजूद रहीं मातृ एवं शिशु परिवार कल्याण मंत्री प्रो। रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि पिछली सरकारों ने सिर्फ इमारतें खड़ी कीं। जो भर्ती की उनको भी बेइमानी से भरा, इन भर्तियों को कोर्ट ने खारिज कर दिया। हमारी सरकार में पारदर्शी तरीके से भर्ती हो रही है। यदि कोई गलती मिलेगी तो कोर्ट जाने की जरूरत नहीं है, सीएम योगी आदित्यनाथ पहले ही भर्ती खारिज कर देंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि फरवरी में प्रदेश में 170 मोबाइल मेडिकल यूनिट दी जाएगी। इसमें डॉक्टर, नर्स, उपकरण सब कुछ होंगे। उन्होंने कहा कि जन्मदर पर नियंत्रण सबका लक्ष्य है लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हम जन्मदर कम करना चाहते हैं। हम चाहते हैं कि बच्चों के बीच का अंतर बढ़े, इससे जच्चा-बच्चा स्वस्थ्य रहेंगे। उन्होंने कहा कि 80 फीसदी महिलाएं अब प्रसव के लिए अस्पतालों में आने लगी हैं। पिछली सरकार ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन को सुस्त कर दिया था। पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम योगी ने इसमें जान भरी है।

Posted By: Inextlive