सीएम योगी की सख्त नाराजगी के बाद फर्जी मस्टर रोल तैयार कर होमगार्डों के मानदेय के घोटाले में बुधवार को तत्कालीन जिला कमांडेंट समेत पांच लोगों को अरेस्ट कर लिया गया है।


लखनऊ (ब्यूरो)। सीएम योगी की सख्त नाराजगी के बाद फर्जी मस्टर रोल तैयार कर होमगार्डों के मानदेय के घोटाले में बुधवार को तत्कालीन जिला कमांडेंट होमगार्ड गौतमबुद्धनगर रामनारायण चौरसिया, सहायक जिला कमांडेंट व तीन प्लाटून कमांडरों को पुलिस ने अरेस्ट कर लिया। रामनारायण चौरसिया वर्तमान में अलीगढ़ में मंडलीय कमांडेंट के पद पर तैनात हैं। इनके अलावा सहायक जिला कमांडेंट सतीश चन्द्र, प्लाटून कमांडर मोंटू कुमार, शैलेन्द्र कुमार और सत्यवीर यादव को अरेस्ट किया गया है। आईजी रेंज ने आरोपियों पर गैंगस्टर के तहत कार्रवाई की बात कही है। जिला कमांडेंट की थी सहमति


गौतमबुद्धनगर के सूरजपुर कोतवाली में दर्ज होमगार्ड वेतन मस्टर रोल में मामले में धोखाधड़ी की विवेचना में जिला कमांडेंट होमगार्ड कार्यालय से विभिन्न थानों के जनवरी 2019 से अब तक के मस्टर रोल, प्रपत्र व कुछ अन्य स्थानों के जनवरी 2017 से अब तक के मस्टररोल रोल व प्रपत्र कब्जे में लिए गए हैं। इनकी जांच की जा रही है। अरेस्ट आरोपितों से पूछताछ व अभिलेखीय साक्ष्यों की जांच में पाया गया कि होमगार्ड विभाग में वेतन के नाम पर हेराफेरी पिछले कई वर्षों से चल रही थी। जिसमें उस दौरान नियुक्त रहे जिला कमांडेंट होमगार्ड की सहमति थी। उनके निर्देशन में ही अवैतनिक प्लाटून कमांडरों द्वारा थानों में तैनात होमगार्डों के फर्जी मस्टर रोल तैयार किए जाते थे। चार करोड़ के घोटाले का शकफर्जी मस्टररोल तैयार करने के बाद थाना प्रभारी व अन्य स्टाफ के फर्जी हस्ताक्षर कर व फर्जी मुहर से मस्टर रोल तैयार कर जिला कमांडेंट से अनुमोदन कराकर भुगतान किया जाता था। इस फर्जीवाड़े में प्रत्येक का हिस्सा तय था। बताया जा रहा है कि अब तक की जांच से इस प्रकरण में पिछले दो वर्षों में थानों की ड्यूटी के संबंध में फर्जी मस्टर रोल तैयार कर चार करोड़ से अधिक की वेतन राशि अवैध तरीके से निकाले जाने की आशंका है। लेकिन सही रकम पूरी जांच के बाद ही पता चल सकेगी। उधर, सोमवार रात जिला कमांडेंट होमगार्ड के कार्यालय में जिस बक्से में मस्टर रोल रखे हुए थे उसमें आग कैसे लगी इसकी जांच एसपी सिटी के नेतृत्व में एसआइटी अभी कर रही है। गुजरात से आए फोरेंसिक निदेशक ने जले मस्टर रोल के सैंपल लिए

फर्जी मस्टर रोल तैयार कर गौतमबुद्धनगर में होमगार्डों के वेतन घोटाले से जुड़े कागजातों को जिला कमांडेंट होमगार्ड कार्यालय में जलाकर खाक कर दिया गया था। शासन से सिफारिश के बाद बुधवार को कार्यालय में जहां आग लगी थी उस स्थल की जांच करने गुजरात से दो सदस्यीय फोरेंसिक टीम आई। टीम में दोनों निदेशक केए शर्मा व सीडी बपोदरा शामिल रहे। दोनों निदेशकों ने घटनास्थल की बारीकी से जांच की। जांच लगभग चार घंटे तक चली। इस दौरान टीम ने जले मस्टर रोल के सैंपल लिए। टीम के पास ऐसी आधुनिक तकनीक है जो कि जले कागज को भी पढ़ सकती है। वहीं जांच में टीम यह भी बताएगी कि किस तरह आग लगाई गई थी। पुलिस ने फोरेंसिक टीम की जांच के बाद होमगार्ड कार्यालय के पांच कमरे सील कर दिए हैं। होमगार्ड अनिल को क्लीन चिट सोमवार रात घोटाले के दस्तावेजों में लगी आग के मामले में पुलिस की अब तक की जांच में होमगार्ड अनिल की कोई भूमिका नहीं मिली है। जब कार्यालय में आग लगी तो अनिल कार्यालय में ही एक कमरे में सोया था। उसके मुताबिक सुबह जब वह उठा तो कमरे में लगे दरवाजे की कुंडी बाहर से बंद थी। इस वजह से पुलिस ने शक के आधार पर उसको भी हिरासत में लेकर पूछताछ की थी।  lucknow@inext.co.in

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari