-363 करोड़ रुपये आई है लागत

- 14 मंजिले हैं एकेडमिक ब्लॉक में

- 40 विभाग संचालित किये जाएंगे।

- 240 फैकल्टी रूम बनाए गए

- 02 हाईटेक लैब होंगी

- सीएम योगी आदित्यनाथ ने लोहिया इंस्टीट्यूट के एकेडमिक ब्लॉक का किया उद्घाटन

- कहा, बेहतर और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाओं के लिये यूपी बढ़ रहा आगे

LUCKNOW :सीएम योगी आदित्यनाथ ने राजधानी में डॉक्टर्स को खरी-खरी सुनाई। उन्होंने कहा कि मरीज कष्ट में हॉस्पिटल आता है, उसके साथ अच्छा व्यवहार करना चाहिये। डॉक्टर अपनी शपथ याद रखें। मारपीट करें तो लोग नकार देंगे और उनका करियर खत्म हो जाएगा। योगी ने शनिवार को लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में नए एकेडमिक ब्लॉक का उद्घाटन किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि बेहतर और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाओं के लिये यूपी आगे बढ़ रहा है। यह काम बहुत पहले हो जाना चाहिये था, जो महज औपचारिक्ता बनकर रह गया था।

तीन साल में 15 मेडिकल कॉलेज

सीएम योगी ने कहा कि 1947 से 2016 तक प्रदेश में केवल 12 मेडिकल कॉलेज थे। वर्ष 2016 से 2019 के बीच 15 नये मेडिकल बन रहे हैं, जिसमें 7 मेडिकल कॉलेज में प्रवेश की प्रक्रिया प्रारंभ हो चुकी है। इसके अलावा राज्य सरकार ने केंद्र सरकार को 14 नये मेडिकल कॉलेज का प्रस्ताव भी भेजा है। जिसकी मंजूरी जल्द मिलने की उम्मीद है। योगी ने कहा कि यह सरकार की सोच का ही नतीजा है कि पिछले 70 सालों में सिर्फ 12 और तीन साल में 15 नये मेडिकल कॉलेज बन रहे हैं। हर जरुरतमंद को शासन की योजनाओं का लाभ मिले इसकी कोशिश लोहिया संस्थान के स्तर पर होना चाहिये। पिछली सरकारों ने कभी सकारात्मक सोच को ईमानदारी के साथ आगे बढ़ाने का काम नहीं किया। आज सरकार जिस सोच को लेकर काम कर रही है, लोहिया संस्थान को एकेडमिक ब्लॉक उस सोच की एक प्रतिमूर्ति रूप में हासिल हुआ है।

लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस से बची 78 हजार जिंदगियां

योगी ने कहा कि पिछली सरकारों ने लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस के लिये केंद्र सरकार को प्रस्ताव तक नहीं भेजा। 2015 से लगातार केंद्र सरकार प्रस्ताव की मांग करती रही। हमारी सरकार आने के बाद हमने प्रस्ताव भेजा और आज प्रदेश में 250 लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस चल रही हैं। कहा, मुझे खुशी है कि आज 78 हजार लोगों की जान इसी लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस की वजह से बच सकी है। सीएम ने कहा कि पीएम मोदी की सोच से मेडिकल कॉलेज व एम्स जैसे संस्थान आज यूपी में खुल रहे हैं। दुनिया में टीबी को खत्म करने के लिये 2030 का लक्ष्य रखा गया है। जबकि, पीएम मोदी ने देश केा टीबी मुक्त करने के लिये 2025 का लक्ष्य रखा है। उन्होंने बताया कि आज मोबाइल मेडिकल वैन प्रदेश के 53 जनपदों में अपनी सेवाएं दे रही हैं। संस्थानों को नई और इनोवेटिव सोच को अपने संस्थान में लागू करना चाहिये।

बॉक्स

लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में एकेडमिक ब्लॉक का निर्माण करने वाले राजकीय निर्माण निगम की यूनिट 17 लोहिया इकाई के प्रोजेक्ट मैनेजर संदीप कुमार सिंह ने बताया कि 363 करोड़ की लागत से तैयार हुए एकेडमिक ब्लॉक में 14 मंजिलें हैं। इसमें 40 विभाग संचालित किये जाएंगे। साथ ही 240 फैकल्टी रूम बनाए गए हैं और दो हाईटेक लैब होंगी।

Posted By: Inextlive