मिट्टी ढुलाई के लिए भी दे रहे पैसा, ठेकेदार मिट्टी बेचकर कमा रहे लाखों

पीलीभीत बाईपास रोड पर भी हॉस्पिटल को छोड़ नाला 18 फीट दूरी पर बनाया

कंप्लेन के बाद मेयर ने किया इंस्पेक्शन, तोड़कर दोबारा सहीं किया जा रहा

BAREILLY:

शहर में हो रहे नाला निर्माण पर जमकर अनियमितता और गड़बड़ी के साथ ही मिट्टी का घोटाला भी हो रहा है। अधिकारियों की मिलीभगत के चलते लाखों रुपए की मिट्टी भी मोटे कमीशन के फेर में मुफ्त में ठेकेदारों के नाम की जा रही है। दरअसल, नाला निर्माण के दौरान खोदाई में निकलने वाली मिट्टी को नगर निगम 'कूड़ा' मानकर इसको ठिकाने लगाने का जिम्मा ठेकेदारों को सौंप देता है। इसके बदले में ठेकेदार निगम से ही ढुलाई का चार्ज भी वसूलते हैं, लेकिन ठेकेदार यही मिट्टी अच्छी कीमत पर बेचकर मुनाफा कमा रहे हैं। पिछले कई साल से निगम में मिट्टी पर यही घपला बरकरार है। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने संडे को शहर में हो रहे अन्य नाला निर्माण की कवरेज में पकड़ी यह कमियां।

शिकायतों पर भारी सेटिंग

सपा पार्षद नेता राजेश अग्रवाल ने शहर में नालों के निर्माण में हो रही गड़बडि़यों पर मेयर डॉ। आईएस तोमर से शिकायत की, लेकिन बावजूद इसके निगम की ओर से नाला निर्माण कार्यो में हो रही गड़बडि़यों को रोका नहीं गया। सर्किट हाऊस चौराहा से कमिश्नर ऑफिस तक हो रहे करीब 17 लाख के नाला निर्माण में भी पार्षद नेता ने कमियां देखी। यहां शराब व शोरूम के आगे से निकल रहे नाला को करीब डेढ़ फीट आगे खिसका दिया गया है। इस दौरान पानी की लाइन भी फट गई। वहीं खोदाई में निकली मिट्टी को ठेकेदार जेसीबी से ट्रॉली में भरकर ढुलाई करा रहा था। बताया गया कि जेसीबी निगम की थी। जबकि कागजों में मजदूरों से ढुलाई दिखाकर निगम से इस काम के चार्जेस वसूले जाते हैं। फिर मिट्टी को 2-3 हजार प्रति ट्रॉली बेचकर मुनाफा भी कमाया जाता है।

बोर्ड में रखा जाएगा प्रस्ताव

नाला खोदाई से निकली मिट्टी ढुलाई चार्जेस समेत ठेकेदारों को देने से निगम को पिछले कई साल में करोड़ों का नुकसान होना बताया गया है। पार्षद नेता ने आरोप लगाए कि निगम के अधिकारी जानबूझ कर इस नुकसान को रोकने की कोशिश नहीं कर रहे। पार्षद नेता ने अगली बोर्ड बैठक में इस बाबत प्रस्ताव लगाने की बात कही है। प्रस्ताव को सदन से मंजूरी मिलने पर नाला खोदाई से निकली मिट्टी को लैंड फिल यूज के लिए ऑक्शन में बेचा जाएगा। इससे मिलने वाले रेवेन्यू से निगम की इनकम बढ़ेगी।

20 फीट आगे घ्ाुमाया नाला

रसूखदारों को फायदा पहुंचाने के लिए निगम के अधिकारी नाला निर्माण के डिजायन से भी गड़बड़ी करने से बाज नहीं आ रहे। सेटेलाइट से पासपोर्ट ऑफिस की ओर जाने वाली सड़क के बाएं छोर पर नाला निर्माण हो रहा है। यहां केनरा बैंक व संजय हॉस्पिटल के आगे से नाला का रुख तय डिजायन से करीब 18 फीट आगे सड़क तक डाल दिया गया, जिससे वहीं स्थित एक हॉस्पिटल व शोरूम को फायदा पहुंचाया जा सके। दरअसल, नाला की पुरानी डिजायन से हॉस्पिटल व शोरूम के आगे बना चबूतरा टूटना तय था। इसे बचाने के लिए निगम ने नाला का रुख ट्रांसफॉर्मर से आगे कर सड़क तक डाल दिया। शिकायत के बाद इसे तोड़कर पुरानी डिजायन से बनाया जा रहा।

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शहर के नाला निर्माण में तमाम खामियां हैं। नाला खोदाई से निकली मिट्टी भी निगम ठेकेदारों को मुफ्त में दे रहा, जिसका यूज लैंड फिल में किया जा सकता था। इस पर बोर्ड बैठक में प्रस्ताव लाया जाएगा।

- राजेश अग्रवाल, सपा पार्षद नेता

सैटेलाइट रोड पर नाला निर्माण के डिजायन में गड़बड़ी की कंप्लेन पर मुआयना किया गया। इसे सड़क तक आगे खिसकाने पर फटकार लगाई गई है। इसे तोड़कर पुराने डिजायन के अनुरूप बनाने के निर्देश दे दिए गए हैं।

- डॉ। आईएस तोमर, मेयर

Posted By: Inextlive