- गूंगे बहरे बच्चों को इलाज के लिए नहीं जाना पड़ेगा दिल्ली

- केजीएमयू के डॉक्टर्स ने शुरू की सर्जरी, अब तक 25 सक्सेसफुल ऑपरेशन

LUCKNOW:जन्म से गूंगे और बहरे बच्चों के लिए अच्छी खबर है। सामान्य बच्चों की तरह सुन सकने के लिए लगाए जाने वाले कॉक्लियर इंप्लांट के लिए अब उन्हें दिल्ली, मुंबई के अस्पतालों में नहीं जाना पड़ेगा। किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के ईएनटी डिपार्टमेंट में कॉक्लियर इंप्लांट सर्जरी शुरू कर दी है। अब तक इसके लिए या तो दूसरे प्रदेशों से डॉक्टर यहां आकर सर्जरी करते थे या फिर मरीजों को ही दूसरे प्रदेश में भेज दिया जाता था। यही नहीं जल्द ही केजीएमयू में नि:शुल्क कॉक्लियर इंप्लांट की सुविधा भी मिलने लगेगी।

अब तक 20 बच्चों के हुए ऑपरेशन

ईएनटी डिपार्टमेंट के डॉ। वीरेंद्र कुमार ने बताया कि अब तक लगभग 20 बच्चों में ऑपरेशन कर कॉक्लियर इंप्लांट लगाया जा चुका है। अब तक विभाग में डॉ। वीरेंद्र कुमार व डॉ। एसपी अग्रवाल ने मिलकर 20 से ज्यादा मरीजों को इंप्लांट लगा भी दिया है जिससे यह सर्जरी करने की अनुमति मिल गई है। जिसके बाद अब मरीजों को दूसरे प्रदेश जाकर ऑपरेशन नहीं कराना पड़ेगा।

आता है 6 लाख का खर्च

डॉ। वीरेंद्र वर्मा ने बताया कि सीटी स्कैन एमआरआई से क्लियर होजाता है कि अंदर से कान बना है या नहीं। यदि ब्रेन में कोई गड़बड़ी नहीं है और कान का एक हिस्सा कॉक्लियर ठीक से नहीं बना है तो उसकी जगह ब्रेन की हड्डी में जगह बनाकर एक डिवाइस फिट कर दी जाती है। जिससे बच्चा सुनने लगता है। एक ऑपरेशन में अभी 5 से 6 लाख रुपए का खर्च आता है। सुनने के बाद बच्चा भाषा भी सीखने लगता है। इसी तरह से कॉकलियर इंप्लांट के बाद स्पीच थैरेपी होने पर बच्चा बोलने लगता है।

भविष्य में होगा फ्री ट्रांसप्लांट

डॉ। वीरेंद्र वर्मा के अनुसार वर्तमान में बड़ी संख्या में मरीज आते हैं लेकिन अधिक खर्च के कारण उनका इलाज नहीं हो पाता है। लेकिन जल्द ही केजीएमयू में ऐसे बच्चों को नि:शुल्क सर्जरी हो सकेगी। जिससे जन्म से गूंगे और बहरे बच्चों का इलाज और आसान हो जाएगा। नई दिल्ली स्थित अली यावर जंग नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर हियरिंग हैंडीकैप्ड की एक नई स्कीम के तहत देशभर के चुनिंदा संस्थानों में जन्म से गूंगे बहरे बच्चों को नि:शुल्क कॉक्लियर इंप्लांट की सुविधा दी जाएगी। यूपी में इसके लिए केजीएमयू, कानपुर का जीएसवीएम और बीएचयू को चुना गया है। जिसके लिए सर्कुलर आ गया है। मरीजों का इस संस्थान में रजिस्ट्रेशन होगा और उसके बाद नि:शुल्क सर्जरी की सुविधा दी जाएगी। रजिस्ट्रेशन प्रासेस शुरू करने के लिए हरी झंडी मिलते ही नि:शुल्क सर्जरी की सुविधा दी जाएगी।

Posted By: Inextlive