उत्तर भारत में पड़ रही ठंड और घने कोहरे ने कहर बरपाना शुरू कर दिया है। जबकि पहाड़ों में पारा लुढ़क गया है। दिसंबर के आखिरी दिनों में उत्तर प्रदेश बर्फीली हवाओं की जद में है। शुक्रवार देर रात से जारी घने कोहरे का घेरा शनिवार तक बना रहा। सुबह जहां सड़कों पर यातायात व्यवस्था रेंगती नजर आई तो रेलगाडिय़ों की रफ्तार भी धीमी पड़ गई। मरुधर साबरमती झांसी इंटरसिटी राप्ती सागर वरुणा कोटा पटना एक्सप्रेस समेत करीब डेढ़ दर्जन ट्रेनें चार से पांच घंटे विलंब से चलीं। कोहरे की वजह से उप्र में कई सड़क हादसे हुए जिनमें तीन लोगों की मौत हो गई कई घायल हो गए। सर्दी लगने से 10 लोगों की जान चली गई। बुलंदशहर में हाईवे पर कोहरे के कारण दर्जनभर वाहन टकरा गए। बिहार हरियाणा और राजस्थान में भी घना कोहरा देखा जा रहा है।


बिहार में घना कोहरा बिहार की राजधानी पटना में शुक्रवार की रात से ही घना कोहरा छाया रहा। हवा में नमी के कारण ऐसा लग रहा था कि मानो आसमान से पानी की फुहारें गिर रहीं हों। पूरे बिहार में कमोबेश यही स्थिति रही। शनिवार को पटना का न्यूनतम तापमान 9.00 डिग्री और अधिकतम 18.1 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। मौसम विभाग के अनुसार रविवार को पटना सहित पूरे प्रदेश में घना कोहरा छाए रहने का अनुमान है। कोहरे का भय, बदला विमानों का समयहिमाचल में पूरी नहीं होगी व्हाइट न्यू ईयर की आस
हिमाचल प्रदेश में व्हाइट न्यू ईयर यानी नव वर्ष के उपलक्ष्य पर बारिश व बर्फबारी की संभावना नहीं है। मौसम विज्ञानियों के अनुसार, प्रदेश के तापमान में वह नमी नहीं है जिससे कि आने वाले दिनों में बर्फबारी व बारिश हो। हालांकि, 29 दिसंबर को भी नार्थ पाकिस्तान से सक्रिय हुई पश्चिमी हवाओं ने प्रदेश की ओर रुख किया था, लेकिन ये अधिक प्रभावशाली नहीं थीं। चार दिन से अधिकांश हिस्सों में खिल रही धूप से राज्य के न्यूनतम तापमान में भारी परिवर्तन दर्ज किया गया है। जनजातीय क्षेत्र केलंग में जहां चार दिन पहले न्यूनतम तापमान माइनस 12 डिग्री सेल्सियस तक लुढ़क चुका था वहीं शनिवार को यह तापमान माइनस सात तक पहुंच गया है। उत्तर भारत में घना कोहरा और शीतलहर जारी है।इलाहाबाद में नैनीताल जैसी ठंडक

Posted By: Satyendra Kumar Singh