-कैम्पस में मौजूद टीन शेड की बनी चौकियां में खतरनाक तरीके से दौड़ रहे हैं बिजली के तार

-नजारत की ओर से जारी की गयी नोटिस, अधिवक्ताओं से सुरक्षा का ध्यान रखने की अपील

-शार्ट सर्किट से कभी भी गंभीर हादसा होने की जताई गई आशंका

VARANASI

आतंकवादी हमला झेल चुकी कचहरी में अधिवक्ता और मुवक्किल सुरक्षित नहीं हैं। टीनशेड में मौजूद चौकियों में कभी भी करंट दौड़ सकता है। जिसकी वजह से जान-माल का बड़ा नुकसान हो सकता है। हादसे की आशंका को देखते हुए कचहरी कैम्पस स्थित नजारत कार्यालय ने नोटिस जारी करते हुए टीनशेड में बिजली कनेक्शन पर सावधानी बरतने की सलाह दी है। साथ ही अधिवक्ताओं से यह भी अपील किया है कि टीनशेड में बिजली कनेक्शन को सुरक्षित करें। प्रभारी अधिकारी नजारत ने यह चेताया है कि साइकिल स्टैंड में लगे ट्रांसफार्मर के चारों तरफ लगी लोहे की चहारदीवारी से सटाकर व जंजीर से बांधकर साइकिल या वाहन आदि न खड़ा करें। कभी भी विद्युत प्रवाह होने पर बड़ा हादसा हो सकता है।

लोहे के एंगल में फंसे तार

हर रोज चार से पांच हजार अधिवक्ताओं से पटे रहने वाले बनारस कचहरी कैम्पस में अधिवक्ताओं की सात सौ से अधिक छोटी-बड़ी चौकियां है। टीन शेड में बनीं अधिकतर चौकियों में बिजली कनेक्शन तो हैं लेकिन टेम्परेरी वायरिंग से पंखे-कूलर हवा दे रहे हैं और सीएफएल बल्ब जल रहे। कैम्पस के एक कोने से दूसरे तक लोहे की एंगल से फंसा-फंसाकर बिजली के तार दौड़ाए गए हैं। इससे खुद अधिवक्ता भी भयभीत रहते हैं। हर वक्त करंट की चपेट में आने का डर बना रहता है।

बन आएगी जान पर

कचहरी परिसर में अंदर से लेकर बाहर तक गाडि़यों का जमावड़ा है। जिसे जहां जगह मिला वहीं गाड़ी खड़ी कर अपने काम में मशगूल हो जाते हैं इधर बीच ट्रांसफार्मर के आसपास जंजीर से बांधकर साइकिल व अन्य वाहन खडे़ किए जा रहे हैं। यदि कभी जंजीर में करंट उतर जाए तो फिर एक साथ दर्जनों खड़ी गाडि़यों में करंट दौड़ जाएगा। शार्ट सर्किट से गाडि़यां राख होंगी ही साथ में अधिवक्ताओं के जान पर भी बन आएगी।

कचहरी एक नजर में

2007

में हो चुका है आतंकी हमला

2016

में फैमिली कोर्ट में मिल चुका है ग्रेनेड

4500

वकील, वादी, अधिकारियों व कर्मचारियों का आना-जाना होता है रोजाना

14

एडीजे

14

एडीजे स्कॉट

8000

रजिस्टर्ड हैं वकील

1000

मुंशी

कहां कितनी हैं वकीलों की चौकियां

100

सेंट्रल बार

200

बनारस बार

200

बड़े अधिवक्ता टीन शेड

150

राजेंद्र प्रसाद अधिवक्ता भवन

50

ओल्ड अधिवक्ता भवन

50

बरामदा सहित अन्य स्थान

अधिवक्ताओं की सिक्योरिटी व समस्याओं पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। बातचीत कर इस समस्या का भी हल निकाला जाएगा। कोशिश यही है कि टीन शेड से बिजली तारों का मकड़जाल समाप्त हो।

प्रभुनाथ पांडेय, अध्यक्ष

सेंट्रल बार एसोसिएशन

मीटिंग कर इस पर निर्णय लिया जा रहा है। संभावना है कि दो से तीन दिन के अंदर एक कमेटी बनाकर मामले पर मंथन किया जाएगा। अधिवक्ताओं की सिक्योरिटी प्राथमिकता है।

रजनीश कुमार मिश्रा, महामंत्री बनारस बार एसोसिएशन

अंडरग्राउंड बिजली कनेक्शन हो जाए तो फिर करंट दौड़ने का भय ही समाप्त हो जाएगा। साथ ही पार्किंग का भी इंतजाम होना चाहिए।

सुमित उपाध्याय, एडवोकेट

इतनी गर्मी में यदि टीनशेड में बिजली नहीं रहेगी तो फिर कैसे रहा जाएगा, कुछ उपाय यह किया जाए कि तारों का मकड़जाल समाप्त हो। अधिवक्ताओं की सुविधा के लिए कुछ ठोस उपाय होने चाहिए।

विकास सिंह, एडवोकेट

Posted By: Inextlive