-ट्यूजडे से स्टार्ट हुए आरयू के इंप्रूवमेंट एग्जाम

- अपने भरोसे पर कॉलेज ने स्टूडेंट्स को एग्जाम दिलाए

BAREILLY: इंप्रूवमेंट एग्जाम में खामियों की 'व्यवस्था' आरयू ने पहले ही कर दी थी, लेकिन कॉलेजेज ने अपनी सूझबूझ का परिचय नहीं दिया होता तो पहले ही दिन सैकड़ों स्टूडेंट़्स का एग्जाम छूटना पक्का था। ट्यूजडे से इंप्रूवमेंट एग्जाम स्टार्ट हुए। भारी गड़बडि़यों को लेकर स्टूडेंट्स आशंकित थे। एग्जाम शुरू होने से पहले उनमें इस बात की टेंशन ज्यादा थी कि कहीं वे एग्जाम से बाहर ना कर दिए जाएं, कहीं उन्हें गलत क्वेश्चन पेपर ना मिल जाए। लेकिन कॉलेजेज ने अपने भरोसे पर स्टूडेंट्स को एग्जाम दिलाया और उनके टेंशन को काफूर किया। उधर एडमिट कार्ड और सब्जेक्ट को चेंज करने को लेकर काफी संख्या में स्टूडेंट्स आरयू भी पहुंचे थे।

प्रोविजनल एडमिट कार्ड दिया

बरेली कॉलेज में काफी संख्या में ऐसे स्टूडेंट्स पहुंचे थे जिनके पास एडमिट कार्ड नहीं थे। स्टूडेंट्स की कंप्लेन थी कि उन्हें आरयू द्वारा एडमिट कार्ड इश्यू नहीं किया गया। स्टूडेंट बैंक चालान, फॉर्म की जेरोक्स कॉपी लेकर पहुंचे थे। ऐसे स्टूडेंट्स को कॉलेज ने अपने भरोसे पर प्रोविजनल एडमिट कार्ड बनवाकर एग्जाम दिलाया। वहीं कई ऐसे भी स्टूडेंट थे जो बिना किसी डॉक्यूमेंट के पहुंचे थे। कॉलेज ने रिकॉर्ड के आधार पर उन्हें बैठने दिया। ऐसे स्टूडेंट्स को अपना रोल नम्बर याद था।

सब्जेक्ट को लेकर था कंफ्यूजन

सब्जेक्ट को लेकर स्टूडेंट्स और कॉलेजेज के बीच काफी कंफ्यूजन था। दरअसल ऑनलाइन फॉर्म में पहले से ही गलत सब्जेक्ट शो कर रहा था। कइयों के तो सब्जेक्ट ही शो नहीं कर रहा था, जिनके फॉर्म रेक्टिफाई नहीं किए गए। ऐसे स्टूडेंट्स को कॉलेज ने उनके कहे अनुसार रिकॉर्ड बनाकर एग्जाम दिलाया। जरूरत पड़ी तो उनहें प्रोविजन एडमिट कार्ड भी जारी किया और उनके गलत एडमिट कार्ड को सही भी किया। ऐसे भी स्टूडेंट्स थे, जिनके एडमिट कार्ड पर गलत नाम लिखा था। उन्हें भी एग्जाम में बैठने दिया गया। कॉलेज ने पूरी कोशिश की कि किसी भी स्टूडेंट का एग्जाम ना छूटे।

कंट्रोल रूम के काटते रहे चक्कर

वहीं काफी संख्या में स्टूडेंट्स आरयू भी पहुंचे थे। इन स्टूडेंट्स का एग्जाम या तो दूसरे पाली में था या फिर बाद की डेट्स में था। वे सभी एडमिट कार्ड का ना होना, रोल नम्बर गलत लिखा होना और सब्जेक्ट का मेंशन ना होने की कंप्लेन लेकर आरयू गए थे। स्टूडेंट्स ने बताया कि आरयू के कर्मचारी उनकी समस्या का निराकरण करने के बजाय इधर-उधर टहलाते रहे। काफी चक्कर काटने के बाद कुछ ही स्टूडेंट्स के एडमिट कार्ड में संशोधन हो पाया। वहीं एग्जाम प्रभारी डिप्टी रजिस्ट्रार वीएन सिंह ने बताया कि स्टूडेंट्स की कंप्लेन और रिकॉर्ड के आधार पर उनकी समस्याओं को हल किया जा रहा है।

Posted By: Inextlive