-सिद्धिविनायक ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन में आए दिन होते हैं एग्जाम

-टीसीएस कराती है विभिन्न कॉम्पिटीशन के एग्जाम

BAREILLY

श्री सिद्धि विनायक ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन (एसएसवीजीआई) मैनेजमेंट ने कॉलेज कैंपस को कमाई का जरिया बना लिया है। वह कॉलेज टाइमिंग में रेलवे, एलआईसी, एसएससी के विभिन्न कॉम्पिटीशन के एग्जाम कराता है, जिसका असर कॉलेज में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स पर पढ़ता है। स्टाफ पढ़ाई का कामकाज छोड़कर एग्जाम कराने में लगा रहता है। वहीं एग्जाम के चलते स्टूडेंट्स को लैब्स में नहीं जाने दिया जाता है। मैनेजमेंट द्वारा पढ़ाई में लापरवाही बरतने पर स्टूडेंट्स को भविष्य बर्बाद होन की चिंता सताती रही है।

एकेटीयू ने लगाया प्रतिबंध

डॉ। एपीजे अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी के वीसी प्रो। विनय कुमार पाठक ने यूनिवर्सिटी से सम्बद्ध सभी कॉलेजेज को ट्यूजडे को लेटर लिखा था। इसके माध्यम से कॉलेजेज को चेताया कि उन्हें अक्सर शिकायत मिल रही हैं कि कुछ कॉलेजेज क्लासेज टाइमिंग में विभिन्न विभागों के कॉम्पिटीशन के ऑनलाइन एग्जाम कराते हैं, जिनके लिए कॉलेज की कम्प्यूटर लैब्स का प्रयोग होता है। इसके लिए उन्होंने टीसीएस से समझौता कर रखा है। एग्जाम कराने के एवज में वह एजेंसी ने अच्छी खासी रकम वसूलते हैं। वहीं कॉलेज टाइमिंग में एग्जाम होने पर स्टूडेंट्स की पढ़ाई डिस्टर्ब होती है। क्योंकि वह लैब्स का प्रयोग नहीं कर पाते हैं। साथ ही प्रोफसर्स एग्जाम कराने में व्यस्त रहते है, इस कारण वह क्लासेज अटेंड नहीं कर पाते हैं। स्टूडेंट्स टाइम पूरा होने के बाद घर चले जाते हैं। हालांकि कॉलेज के एडमिनिस्ट्रेटर राजीव मेहरोत्रा ने दावा किया कि कॉलेज में एक हजार कम्प्यूटर लगे हैं। इसके चलते स्टूडेंट्स की पढ़ाई प्रभावित नहीं होती है।

स्टूडेंट्स ने किया थ्ा हंगामा

18 मार्च को टीसीएस ने श्री सिद्धि विनायक इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में एप्लॉयज स्टेट कॉर्पोरेशन निगम टेस्ट कराया था। इसमें पटना, शाहजहांपुर, मुरादाबाद, इलाहाबाद के छात्र एग्जाम देने आए। कंपनी के अधिकारियों ने 15 मिनट की देरी से स्टूडेंट्स एंट्री नहीं दी। इस पर छात्र भड़क गए थे। उन्होंने जमकर हंगामा किया था। वहीं एलआईसी के एग्जाम के दौरान सर्वर डाउन पर स्टूडेंट्स ने नाराजगी व्यक्त की थी।

Posted By: Inextlive