कॉलेजों की ओर से बनवाए जा रहे हैं मास्क

आम लोगों के बीच मास्क बांट रहे हैं स्टूडेंट्स

Meerut । लॉकडाउन के चलते सीसीएसयू के वीसी ने सभी कॉलेजों से इस समस्या से लड़ने के लिए मदद की अपील की थी। इसको लेकर कॉलेजों ने भी पहल शुरू कर दी है। ऐस में कॉलेज अपने स्तर पर मास्क बनवाकर स्टूडेंट से बंटवा रहे हैं। तो वहीं कॉलेजों द्वारा गर्वमेंट संस्था के साथ मिलकर मास्क बनवाए जा रहे है।

बना रहे हैं मास्क

कॉलेजों में पढ़ने वाले ऐसे स्टूडेंट जो राष्ट्रीय सेवा योजना से जुडे़ हैं वो अपने घर पर ही रहकर ही आसपास के एरिया में मास्क बांट रहे हैं। लोगों को जागरुक कर रहे हैं। इसके साथ ही वो पोस्टर के जरिए भी जागरूक कर रहे हैं।

अपने स्तर पर कर रहे काम

कॉलेज के कुछ प्रिंसिपल अपने स्तर से भी मास्क बनवाकर बंटवा रहे है इसके अलावा अपने आसपास के एरिया के लोगों को जागरुक कर रहे हैं। इन दिनों वो हर तरह से अपने स्तर पर मदद करने के लिए तैयार है। अपने स्टूडेंट को भी जागरुकता वीडियो बनाकर भेज रहे हैं। ताकि वो मोटिवेट हों।

हमारे कॉलेज ने तो शुरुआत में ही बहुत सारे मास्क स्टूडेंट्स से बनवाए थे, अब वो अपने बनाए मास्क अपने आसपास के एरिया में बांट रहे है, टीचर्स भी ये काम कर रही है, रोजाना मास्क कभी खाने का सामान आदि बांटा जा रह है।

डॉ। किरण प्रदीप, प्रिंसिपल, कनोहरलाल कॉलेज

हमने एसएमई पीपीडीसी गर्वमेंट अॅथारिटी के साथ टाईअप किया है। रोजाना हम अपने दो हजार करीब मास्क बनवा रहे है जो डॉक्टर नर्स आदि के लिए बनवाए जा रहे है

प्रिंसिपल, डॉ निलिमा गुप्ता, इस्माईल कॉलेज

हमारे स्टूडेंट भी एनएसएस के तहत मास्क बनाकर बांट रहे है। इसके साथ ही वो जागरुकता पोस्टर बना रहे है, अपने आसपास के एरिया के लोगों को जागरुक कर रहे है

डॉ अर्चना शर्मा, प्रिंसिपल, आरजी कॉलेज

अन्य जेलों की डिमांड पर तैयार हो रहे मास्क

चौधरी चरण सिंह जिला कारागार में बंद कैदी और बंदी लगातार मास्क बनाने का काम कर रहे हैं। पूरी जेल में कैदियों, बंदियों और बंदी रक्षकों समेत तैनात पुलिसकर्मियों के लिए मास्क बनाने के बाद अब प्रशासन के लिए मास्क तैयार किए जा रहे हैं। प्रशासन द्वारा यह मास्क गरीब और असहाय लोगों को मुहैया कराए जाएंगे। हालांकि तीन लेयर वाले ढाई हजार मास्क प्रशासन को मुहैया करा दिए गए हैं, जबकि काफी संख्या में मास्क और बनाए जा रहे हैं। अभी अन्य जेलों की डिमांड पर भी मास्क बनाने का काम किया जाएगा।

2500 मास्क प्रशासन को दिए

कोरोना जैसी महामारी से बचने के लिए जेल प्रशासन द्वारा बंद कैदी और बंदियों का सहारा मास्क बनाने के लिए लिया जा रहा है। जेल में हर बंदी और कैदी द्वारा मास्क पहना जा रहा है। प्रशासनिक अधिकारी डीएम अनिल ढींगरा और एसएसपी अजय साहनी ने जेल में मास्क बनते देखे तो उन्होंने शहर में गरीब और असहाय लोगों के लिए मास्क बनाने के लिए चौधरी चरण सिंह जिला कारागार के जेल सुप्रीटेंडेंट से कहा। जिसके बाद ढाई हजार मास्क प्रशासन को मुहैया करा दिए गए हैं।

अन्य जेलों की डिमांड

दरअसल, सबसे पहले मेरठ जेल में बंद बंदियों और कैदियों के लिए मास्क तैयार किए गए थे। इसके बाद इटावा, बागपत और शामली की जेलों की डिमांड के अनुसार मास्क बनाए गए थे। जेल प्रशासन के मुताबिक वेस्ट यूपी की कई जेलों से भी मास्क की डिमांड आई है, जल्द ही इन जेलों में भी मास्क की सप्लाई की जाएगी।

हमने कई जेलों में मास्क बनाकर मुहैया कराए है। अब हम मेरठ प्रशासन के लिए मास्क बनवा रहे हैं। फिलहाल ढाई हजार मास्क डिलीवर किए गए हैं और मास्क भी बनाए जा रहे हैं। कई जेलों से भी मास्क बनाने की डिमांड आई आई है, उनको भी मास्क मुहैया कराए जाएंगे।

बीडी पांडेय, जेल सुप्रीटेंडेंट, मेरठ

जेल में बंदियों और कैदियों द्वारा मास्क बनाए जा रहे हैं। हमने भी जेल प्रशासन से मास्क बनवाए हैं, जिनका पेमेंट किया जाएगा। यह मास्क मेडिकल से जुड़े कर्मचारी, मीडिया और सड़क पर जरुरतमंद लोगों को बांटे जाएंगे।

अनिल ढींगरा, डीएम, मेरठ

Posted By: Inextlive