- पटना सिटी के कॉलेजों में कहीं टीचर्स की कमी है, तो कहीं व्यवस्थाएं अधूरी

- प्रॉब्लम्स को लेकर जाओ तो सीधे मुंह बात तक नहीं करते हैं टीचर्स

- क्लास को छोड़कर पॉलिटिक्स की बातें और गप लड़ाने में बिजी रहते हैं टीचर्स

PATNA CITY : स्टूडेंट्स के लिए पटना सिटी में बहुत कुछ करने की जरूरत है। हायर एजुकेशन की स्थिति दयनीय है। पटना सिटी में कुल चार कॉलेज हैं, जिसमें गुरु गोविंद सिंह कॉलेज, आरपीएम कॉलेज, ओरियंटल कॉलेज और गुलजारबाग गवर्नमेंट वीमेंस कॉलेज शामिल हैं। इन कॉलेजों में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स से जब प्रॉब्लम्स की बात की गई तो मैक्सिमम की यही शिकायत थी कि टीचर्स सीधे मुंह बात तक नहीं करते। गुरु गोविंद सिंह कॉलेज के स्टूडेंट्स की ये शिकायत अधिक थी। स्टूडेंट्स की मानें तो पटना सिटी के किसी भी कॉलेज में पढ़ाई का माहौल नहीं है। कहीं टीचर्स की कमी है, तो कहीं व्यवस्थाएं अधूरी है। टीचर मौजूद होते भी हैं तो उनका ज्यादातर समय पॉलिटिक्स या व्यर्थ की बातों में निकलता है। स्टूडेंट्स को पढ़ाने की चिंता नहीं होती है।

गुरु गोविंद सिंह कॉलेज

एडमिनिस्ट्रेशन के नाम पर कॉलेज में कुछ नहीं है। स्टूडेंट्स बताते हैं कि प्रिंसिपल वीक में सिर्फ दो दिन आते हैं, वो भी क्लास का समय खत्म होने के बाद। इसका फायदा अन्य टीचर्स भी उठाते हैं। कॉलेज में कोई टीचर रेग्यूलर नहीं आते। पढ़ाई का माहौल नहीं है। स्टूडेंट्स के लिए कॉमन रूम भी नहीं है। लाइब्रेरी और लैब की स्थिति दयनीय है। ग्रेजुएशन से आगे की पढ़ाई की व्यवस्था नहीं है। आप कह सकते हैं कि ये सिर्फ नाम का कॉलेज है।

आरपीएम कॉलेज

आरपीएम कॉलेज में टीचर्स की कमी है। टीचर्स की कमी लंबे समय से है, लेकिन इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जगह की कमी से क्लास रूम की संख्या भी कम है। इस कारण कभी रेग्यूलर क्लास नहीं होती। जब रेगूलर क्लास नहीं होगी तो स्टूडेंट्स पढ़ेंगे क्या। कॉलेज में स्टूडेंट्स के लिए कॉमन रूम नहीं है। लाइब्रेरी और लैब की स्थिति भी दयनीय है। ग्रेजुएशन के बाद पढ़ाई की अच्छी व्यवस्था नहीं है। कई स्टूडेंट्स ने बताया कि डिग्री लेनी है तो पढ़ते हैं।

ओरियंटल कॉलेज

सिटी एरिया में यह कॉलेज काफी पुराना है। टीचर्स भी हैं, लेकिन कोई टीचर समय पर कॉलेज नहीं आते। इस कारण कभी रेग्यूलर क्लास नहीं होती। अक्सर कोई ना कोई क्लास सस्पेंड रहती है। साइंस के स्टूडेंट्स बिना प्रैक्टिकल किए पूरे साल गुजार देते हैं जिसका खामियाजा एग्जाम के समय भुगतना होता है। एक दिन भी लैब में प्रैक्टिकल नहीं हुआ। पढ़ाई का माहौल नहीं है। स्टूडेंट्स के लिए कॉमन रूम नहीं है। इससे काफी प्रॉब्लम होती है।

गवर्नमेंट वीमेंस कॉलेज

गवर्नमेंट वीमेंस कॉलेज में सबसे बड़ी प्रॉब्लम है सूचना शेयर करने की। स्टूडेंट्स की शिकायत है कि कॉलेज का कोई टीचर या स्टाफ पहले सीधे मुंह बात नहीं करते। कुछ पूछने पर भी सही बात नहीं बताते है। किसी भी प्रॉब्लम के लिए हर जगह चक्कर काटना पड़ता है। नई क्लास स्टार्ट होने पर तो पढ़ाई होती है, लेकिन आगे चलकर पढ़ाई क्या होती है ये पता ही नहीं चलता। कई टीचर ऐसे हैं जिनका व्यवहार काफी चिड़चिड़ा है। उनसे बात करने का मन नहीं करता।

कॉलेज में पीने का पानी नहीं है। बिना कैश पेमेंट एडमिशन नहीं होता है। प्रिंसिपल के गायब रहने से टीचर्स मनमानी करते हैं। रेगूलर क्लास नहीं होती।

-रोहित कुमार, गुरु गोविंद सिंह कॉलेज

सीधे मुंह टीचर बात नहीं करते। कॉलेज में एडमिनिस्ट्रेशन है ही नहीं। एडमिशन म् हजार स्टूडेंट्स का है, लेकिन रेयगूलर क्लास नहीं होने से क्00 स्टूडेंट्स भी नहीं आते।

-साहिल कुमार, गुरु गोविंद सिंह कॉलेज

कॉलेज में पढ़ाई का माहौल नहीं है। क्लास रूम में बिजली और पंखे की व्यवस्था नहीं है। पीने के पानी भी सही से नहीं मिलते। किसी का ध्यान नहीं।

-सुमित कुमार, गुरु गोविंद सिंह कॉलेज

कभी रेगूलर क्लास नहीं होती। टीचर भी नहीं आते। जब टीचर पढ़ाएंगे नहीं तो हम पढ़ेंगे क्या। ग‌र्ल्स के लिए कॉमन रूम भी नहीं है।

-वर्षा, गुरु गोविंद सिंह कॉलेज

कॉलेज में रेग्यूलर क्लास होती ही नहीं है। साइंस से इंटर कर रहे हैं। एक दिन लैब में प्रैक्टिकल नहीं कराया गया। सुविधाओं के नाम पर यहां कुछ नहीं है।

-पियूष राज, ओरियंटल कॉलेज

टीचर्स समय पर आते ही नहीं है तो क्लास क्या होगी। साइंस की पढ़ाई के दौरान एक दिन भी लैब का यूज नहीं किए। ग्रेजुएशन के बाद पढ़ाई की व्यवस्था ही नहीं है।

- गौरव कुमार, ओरियंटल कॉलेज

टीचर्स रेग्यूलर क्लास नहीं लेते हैं। जगह की कमी से कॉलेज में क्लास रूम भी कम है। लाइब्रेरी में बुक्स नहीं मिलती। ग‌र्ल्स कॉलेज में कॉमन रूम नहीं है।

-कोमल, आरपीएम कॉलेज

सबसे बड़ी प्रॉब्लम सूचना शेयरिंग की है। टीचर्स हों या कोई स्टाफ, कोई कुछ बताते ही नहीं। सही जवाब नहीं मिलता। सीधे मुंह कोई बात नहीं करते।

-चित्रा, गवर्नमेंट वीमेंस कॉलेज, गुलजारबाग

Posted By: Inextlive