RANCHI: रिम्स में मरीजों को अब दिन के हिसाब से बेडशीट दी जा रही है। यह व्यवस्था हास्पिटल के आईसीयू में शुरू हो चुकी है। सोमवार को व्हाइट, तो शनिवार को ब्लू बेडशीट पर मरीज सो रहे हैं। प्रबंधन ने यह व्यवस्था मरीजों को साफ-सुथरी बेडशीट उपलब्ध कराने के उद्देश्य से की है। अब मरीजों की भी गंदी बेडशीट देने की कंप्लेन खत्म हो गई है। साथ ही गंदी बेडशीट से होने वाले इंफेक्शन का भी खतरा दूर हो गया है।

जेनरल वार्ड में लगेगा समय

नई व्यवस्था की शुरुआत हास्पिटल के सभी आइसीयू से कर दी गई है। जिसमें मेडिसीन आइसीयू, ट्रामा सेंटर, सर्जरी आइसीयू, न्यूरो आइसीयू, पेडियाट्रिक आइसीयू समेत अन्य विभाग शामिल हैं। चूंकि फ‌र्स्ट फेज में जितनी चादरें खरीदी गई हैं, उससे केवल आइसीयू में ही व्यवस्था शुरू हुई है। जेनरल वार्ड के लिए चादर खरीदारी की प्रक्रिया चल रही है। जैसे ही चादरों की स्टाक रिम्स में आएगी, तो जेनरल वार्ड के मरीजों को नई बेडशीट उपलब्ध करा दी जाएंगी। हालांकि अभी मरीजों को इसके लिए थोड़ा इंतजार करना पड़ेगा।

किस दिन कौन सा कलर

रविवार : ब्राउन

सोमवार : व्हाइट

मंगलवार : व्हाइट

बुधवार : ग्रीन

गुरुवार : ग्रीन

शुक्रवार : ब्लू

शनिवार : ब्लू

वर्जन

अभी हमलोगों ने कलर बेडशीट देना आइसीयू वार्ड से शुरू किया है। हास्पिटल के सभी आइसीयू में मरीजों को कलरफुल बेड दिए जा रहे हैं। जैसे-जैसे चादरें हमें मिलेंगी, जेनरल वार्ड में भी इसे शुरू कर दिया जाएगा।

-विजयालक्ष्मी, मेट्रन, रिम्स

इधर, हर धुलाई में उतर रहा चादर का कलर

हास्पिटल में चादर की खरीदारी में भी गड़बड़ी का मामला सामने आ रहा है। फिलहाल आइसीयू के लिए चादरों की खरीदारी की गई है। जिसमें व्हाइट, ग्रीन, ब्लू और ब्राउन कलर की चादरें शामिल हैं। लेकिन इन चादरों की स्थिति यह है कि हर धुलाई के बाद चादर का कलर बदलता जा रहा है। एक स्टाफ ने बताया कि एक ही धुलाई के बाद चादर का कलर गिर जा रहा है। अगर यही स्थिति रही, तो चादरों का कलर पहचानना भी नर्सों के लिए मुश्किल हो जाएगा।

एक मरीज पर तीन सेट बेडशीट

अभी रिम्स के जेनरल वार्ड में बेडशीट के तीन सेट वार्डो में दिए गए है। एक मरीज के लिए बिछाया जाता है। दूसरा धुलाई के लिए भेज दिया जाता है। इसके अलावा तीसरा बेडशीट नर्स इंचार्ज के पास होता है। नई व्यवस्था लागू हो जाने से हर दिन मरीजों को साफ-सुथरी बेडशीट दी जाएगी।

वर्जन

अभी होटवार से चादरों की खरीदारी की गई थी। लेकिन अब खादी बोर्ड से चादर खरीदने की तैयारी है। इसके लिए बोर्ड से सैंपल मंगाया गया है। इसके बाद ही चादरों की खरीदारी की जाएगी।

-डॉ। रघुनाथ, एमओ, स्टोर, रिम्स

Posted By: Inextlive