यूपी बोर्ड लगातार नए प्रयोग के जरिए स्टूडेंट्स को अधिक से अधिक सहूलियत देने में जुटा है। बोर्ड की तरफ से पहली बार नया इनिशिएटिव लिया गया है जिसमें स्टूडेंट्स की मार्कशीट में सभी प्रकार की एजूकेशनल डिटेल इंग्लिश के साथ ही हिंदी में भी होगी। बोर्ड की तरफ से 2020 की परीक्षा से परीक्षार्थियों के लिए ये व्यवस्था लागू की गई है। इसके लिए बोर्ड की ओर से सभी कवायद पूरी की जा चुकी है। नई व्यवस्था लागू होने के बाद मार्कशीट में भी पिछले सालों के मुकाबले काफी बदलाव दिखने के आसार है।

प्रयागराज (ब्यूरो) नई व्यवस्था को लागू करने के साथ ही बोर्ड की तरफ से परीक्षार्थियों के आवेदन में भी सुधार का फिर से मौका दिया जा रहा है। बोर्ड की सचिव नीना श्रीवास्तव की ओर से जारी निर्देश में कहा गया है कि स्टूडेंट्स के एजुकेशनल डिटेल या नाम, माता, पिता के नाम, डेट ऑफ बर्थ, विषय कास्टकोड, जेंडर कोड, मीडियम कोड, रेगुलेशन कोड में किसी भी प्रकार की त्रुटि अवशेष न रहे। इसके लिए परीक्षार्थियों के शैक्षिक विवरणों में गलतियों को सुधार करने के लिए फिर से वेबसाइट ओपेन की गई है।

आवेदन की गलती में कर सकते हैं सुधार

स्कूल के प्रिंसिपल बोर्ड की वेबसाइट पर जाकर परीक्षार्थियों के आवेदन में आने वाले किसी भी प्रकार की गलती में सुधार कर सकते हैं। प्रिंसिपल को आवेदन में ऑनलाइन सुधार के लिए 25 फरवरी तक का मौका दिया गया है। बोर्ड की तरफ से जारी निर्देश में कहा गया है कि नाम में गलती या स्पेलिंग की गलती का संशोधन स्कूल में के डाक्यूमेंट में मौजूद स्कॉलर रजिस्टर या प्रवेश आवेदन पत्र के अनुसार ही होगा। बगैर किसी समुचित साक्ष्य या अभिलेख के परीक्षार्थी के नाम, माता, पिता के नाम में एक साथ पूर्ण परिवर्तन नहीं किया जा सकता है।

किसी भी गलती पर रोक दिया जाएगा रिजल्ट

बोर्ड की ओर से स्पष्ट निर्देश दिया गया कि स्टूडेंट्स के डिटेल में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी पर उसका रिजल्ट रोक दिया जाएगा। इसमें स्टूडेंट्स के डिटेल के साथ ही उसके नाम की इंग्लिश या हिंदी में प्रिंट नाम में भिन्नता, उसकी फोटो धुंधली होने, या नहीं लगी होने की स्थित में परीक्षार्थियों का रिजल्ट रोक दिया जाएगा। इसके लिए संबंधित स्कूल के प्रिंसिपल सीधे तौर पर जिम्मेदार होंगे।

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Posted By: Prayagraj Desk