-भारत माता तेरी कसम के गीत के साथ किया मार्चपास्ट देहरादून. तू शेर-ए-हिंद आगे बढ़ मरने से तू कभी न डर. उड़ा के दुश्मनों का सर जोश-ए-वतन बढ़ाए जा.. ऐसे जोश 5ारे गीतों ये आईएमए का वातावरण गूंजने लगा. इंडियन मिलिट्री एकेडमी में डिप्टी कमांडेंट व चीफ इंस्ट्र1टर ने जेंटलमैन कैडेट से परेड की सलामी ली. मु2य परेड

-भारत माता तेरी कसम के गीत के साथ किया मार्चपास्ट

देहरादून। तू शेर-ए-हिंद आगे बढ़, मरने से तू कभी न डर। उड़ा के दुश्मनों का सर जोश-ए-वतन बढ़ाए जा ऐसे जोश भरे गीतों ये आईएमए का वातावरण गूंजने लगा। इंडियन मिलिट्री एकेडमी में डिप्टी कमांडेंट व चीफ इंस्ट्रक्टर ने जेंटलमैन कैडेट से परेड की सलामी ली। मुख्य परेड से पहले यह डिप्टी कमांडेंट परेड आयोजित की जाती है। जिसमें पा¨सग आउट बैच के कैडेट शानदार परेड करते हुए अकादमी के चीफ ट्रेनर व डिप्टी कमांडेंट से विदाई लेते हैं। ट्यूजडे को ऐतिहासिक चेटवुड बि¨ल्डग के सामने ड्रिल स्क्वायर पर पा¨सग आउट बैच के 423 कैडेट्स ने 'भारत माता तेरी कसम' गीत के साथ शानदार मार्चपास्ट करते हुए डिप्टी कमांडेंट मेजर जनरल जेएस मंगत को सलामी दी। इसके बाद 13 जून को आयोजित होने वाली मुख्य पा¨सग आउट परेड में शिरकत कर देश-विदेश के कैडेट पासआउट होकर बतौर लेफ्टिनेंट अपने-अपने देश की सेना का अभिन्न अंग बन जाएंगे।

भारत को मिलेंगे 333 युवा अफसर

इस साल भारतीय थल सेना को 333 युवा अफसर मिलेंगे, जबकि मित्र देशों के 90 कैडेट भी पासआउट होंगे। कोरोना संक्रमण को मद्देनजर रखते हुए परेड में बेहद सतर्कता व सावधानी बरती जा रही है। एकेडमी के सीनियर ऑफिसर्स, ट्रेनर के अलावा पा¨सगआउट बैच के कैडेट सोशल डिस्टें¨सग का पालन कर रहे थे। परेड के दौरान सभी के लिए मास्क पहनना भी अनिवार्य था। डिप्टी कमांडेंट परेड में भी पा¨सग आउट बैच के कैडेट्स ने मास्क पहनकर ड्रिल स्क्वायर पर कदमताल की।

डिप्टी कमांडेंट ने दिए मेडल

इस अवसर पर एकेडमी के डिप्टी कमांडेंट मेजर जनरल मंगत ने रिहर्सल के तौर पर बेहतर प्रदर्शन करने वाले कैडेट्स को मेडल प्रदान कर सम्मानित भी किया। उन्होंने कैडेट्स को भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं। डिप्टी कमांडेंट ने कहा कि भारतीय सेना दुनिया में सबसे अच्छी ही नहीं बल्कि सरल भी है। हर सैनिक के दिल में देशभक्ति का जज्बा कूट-कूट कर भरा होना चाहिए।

स्कूली बच्चे नहीं हो सके शामिल

हर साल परेड में सैन्य शक्ति को जानने के लिए हर साल स्कूली बच्चे भी परेड का हिस्सा बनते थे। लेकिन इस वर्ष परेड देखने के लिए स्कूली बच्चे नहीं पहुंच सके। कोविड-19 संक्रमण को देखते हुए बाहरी व्यक्ति को परेड में आने के लिए पाबंदी है।

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Posted By: Inextlive