सहालग का आगाज हो गया है. सिटी में डेली दर्जनों शादियां हो रही हैं. इन शादियों की दावतों से आम आदमी के घर का चूल्हा झु़लस रहा है. मैरिज होम्स में दावतों के चूल्हे डोमेस्टिक सिलेंडर से जल रहे हैं. इससे लोगों के घरों में समय पर गैस नहीं पहुंच रही है गैस खत्म होने पर लोगों को जुगाड़ से अथवा पड़ोसी की मदद से सिलेंडर आने तक अपना चूल्हा जलाना पड़ रहा है.


घर में टोटा मैरिज होम में भरमार घर में टाइम से भले ही डोमेस्टिक गैस न पहुंचे लेकिन मैरिज होम्स में होने वाले मैरिज प्रोग्राम में डोमेस्टिक सिलेंडरों की भरमार है। यहां दिखावे के लिए कॉमर्शियल सिलेंडर रखवा देते हैं, लेकिन काम पूरा डोमेस्टिक सिलेंडर से ही हो रहा है। यह सिलेंडर एक हजार से 12 सौ रुपये तक में Žलैक हो रहा है।बचने को निकाली जुगाड़ मैरिज आदि प्रोग्राम्स में डोमेस्टिक सिलेंडर का यूज अवैध है। लेकिन लोगों ने इस रुल को तोडऩे पर होने वाली कार्रवाई से बचने
को जुगाड़ भी निकाल ली है। मैरिज होम्स वाले ही शादी वाले घर के लोगों को बता रहे हैं कि वह किसी से खाली कॉमर्शियल सिलेंडर ले लें और उनको डोमेस्टिक सिलेंडरों से भरवा लें। इससे यदि कोई चेकिंग को आता है तो उसे केवल कॉमर्शियल सिलेंडर ही मिलेंगे। इस तरह पैसों की बचत के साथ-साथ कार्रवाई से भी बच जाएंगे।  दो दिन पहले दिए हैं डायरेक्शनएडीएम नागरिक आपूर्ति राजकुमार ने सिटी के सभी मैरिज होम संचालकों को डायरेक्शन जारी किए हैं। इसमें स्पष्ट आदेश है कि शादी समारोह में डोमेस्टिक के स्थान पर कॉमर्शियल सिलेंडर का ही यूज किया जाए। यदि ऐसा नहीं किया गया तो कार्रवाई की जाएगी।


होता है घटतौली का खेल

 डोमेस्टिक सिलेंडर हो या कॉमर्शियल सिलेंडर दोनों में ही घटतौली का खेल किया जा रहा है। हॉकर प्रत्येक सिलेंडर से दो -तीन किलो तक गैस निकालकर खाली सिलेंडर में भरकर उसे  मार्केट में बेच रहे हैं। नोटिस के बाद भी हो रहा यूजमैरिज होम्स में डीएम की ओर से जारी डायरेक्शन का हवाला तो दिया गया है लेकिन उनका पालन नहीं हो पा रहा है। स्थिति यह है कि जहां डीएम के डायरेक्शन अंकित हैं वहीं डोमेस्टिक गैस का खुलेआम यूज किया जा रहा था। जब हमने मैरिज होम संचालक से इस संबंध में बात की तो बिना किसी डर के कहा भई सब चलता है। जमकर हो रही Žलैकमेलिंगसिटी में डोमेस्टिक गैस सिलेंडरों की Žलैकमेलिंग में गैस एजेंसी से लेकर मार्केट तक में सक्रि य दलाल शामिल हैं। शादी में सिलेंडरों की सप्लाई करने को हॉकरों ने लोगों के घर की सप्लाई तक डिले कर दी है। गैस एजेंसीज पर इस तरह की शिकायतें खूब पहुंच रही हैं। सिलेंडरों से ऐसे हो रही कमाई
गैस एजेंसी से सिलेंडर बुक कराने पर कंज्यूमर को 14 किलो के सिलेंडर के 430 रुपए देने होते हैं जबकि 19 किलो के कॉमर्शियल सिलेंडर के लिए 1750 रुपए चुकाने होते हैं। इसलिए यदि एक सिलेंडर Žलैक में 1000 रुपए का भी मिल जाए तो भी लोगों को इसमें काफी लाभ मिल रहा है।ऐसे होता है खेलदलाल किस्म के लोग अनपढ़ लोगों की गैस कनेक्शन बुक को अपने पास रख लेते हैं। एजेंसी संचालक से मिलकर वह उस बुक पर गैस लेते हैं और उसे Žलैक में सेल कर देते हैं। कंज्यूमर को जब सिलेंडर की जरूरत पड़ती है तो उसे टाइम से सिलेंडर पहुंचा देते हैं। इस तरह दोनों खुश रहते हैं। ये लोग उन लोगों से भी लाभ उठाते हैं जिनके घर में दो से अधिक गैस कनेक्शन हैं। वह उनके घर टाइम से सिलेंडर पहुंचवा देते हैं बाकी सिलेंडरों को मार्केट में दोगुनी रेट में सेल करते हैं।ये है शादियों में डिमांड४नॉर्मल 200 से 400 लोगों की दावत के लिए 6 से 8 सिलेंडर४मीडियम 500 से 700 लोगों की दावत के लिए 7 से 10 सिलेंडर४1000 से ऊपर लोगों की दावत के लिए 20 से 25 सिलेंडर की डिमांड शादी वाले लोगों द्वारा की जा रही है।-राजकुमार, एडीएम नागरिक आपूर्ति
सिटी के सभी मैरिज होम संचालकों को रिटिन में आदेश दिए हैं कि किसी भी मैरिज होम में डोमेस्टिक सिलेंडर का यूज नहीं किया जाएगा, सभी मैरिज होम में कॉमर्शियल सिलेंडर ही यूज होंगे। ऐसा नहीं हो रहा है तो उनकी जांच कराई जाएगी।

Posted By: Inextlive