स्कूलों ने फीस को लेकर तैयार की रणनीति, पेरेंट्स को 15 जुलाई तक जमा करानी होगी फीस

जो पेरेंट्स पूरी फीस देने में सक्षम नहीं, उन्हें स्कूलों को वजह बताकर देना होगा ब्योरा

Meerut। स्कूल खुलने के बाद अब पेरेंट्स को 15 जुलाई तक अपने बच्चों की फीस जमा करनी होगी। वहीं लॉकडाउन की वजह से जो पेरेंट्स फीस देने में सक्षम नहीं हैं, उन्हें स्कूलों में वजह बताकर पूरा ब्योरा देना होगा। साथ ही अगर वह अपने बच्चे की पढ़ाई स्कूल में जारी रखना चाहते हैं तो उन्हें कमिटमेंट फीस देनी होगी। शासन के निर्देशों के बाद प्राइवेट स्कूलों ने फीस को लेकर रणनीति तय कर ली है।

देनी होगी फीस

कोरोना काल में तीन महीने की फीस को लेकर स्कूलों ने साफ कर दिया है कि सक्षम पेरेंट्स को फीस जमा करवानी होगी। इस दायरे में ऐसे सभी पेरेंट्स आते हैं, जिन्हें लॉकडाउन के दौरान सैलेरी मिली है या जिनका काम चला है।

पेरेंट्स बताएंगे वजह

लॉकडाउन पीरियड के दौरान स्कूलों की फीस देने में असमर्थ पेरेंट्स को स्कूलों को फीस न देने की वजह बताकर एप्लीकेशन देनी होगी। इसके साथ ही पेरेंट्स को फीस जमा करने के लिए टाइम लिमिट भी बतानी होगी। इसके बाद स्कूल पेरेंट्स की एप्लीकेशन को कंसिडर करेंगे। साथ ही फीस जमा करने के लिए पेरेंट्स को इंस्टॉलमेंट की डिटेल भी बतानी होगी।

कमिटमेंट फीस देनी होगी

स्कूल संचालकों का कहना है कि नए सेशन के एडिमशन शुरु हो चुके हैं। स्कूलों को सीट्स के अनुसार एडिमशन करने होते हैं। बच्चों की संख्या भी तय करनी होती है। ऐसे में अगर कोई पेरेंट फीस नहीं दे रहा है लेकिन बच्चे को स्कूल में ही पढ़ाना चाहता है तो उसके लिए कमिटमेंट के तौर पर स्कूल एक तय फीस लेंगे। कमिटमेंट फीस स्कूल अपने हिसाब से तय करेंगे। स्कूलों का कहना है कि ऐसे में जहां पेरेंट्स और स्कूल का कमिटमेंट रहेगा। वहीं स्कूल अपने डेटा को बिना किसी समस्या के तैयार कर सकेंगे।

इनका है कहना

फीस को लेकर शासन के निर्देश आ चुके हैं। ऐसे में जो पेरेंट्स फीस देने में समर्थ हैं, उन्हें फीस जमा करवानी होगी। जबकि जो सक्षम नहीं हैं उन्हें वजह बताकर जानकारी देनी होंगी। जो पेरेंट्स फीस जमा नहीं करवा रहे हैं और कोई जानकारी भी नहीं दे रहे हैं, वह सिस्टम में एग्जिस्ट नहीं करेंगे।

राहुल केसरवानी, सहोदय सचिव, मेरठ

Posted By: Inextlive