-घोषित होगा सामूहिक नकल में पकड़ी गई परीक्षा का परिणाम

ALLAHABAD: इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में वेडनसडे को परीक्षा समिति की बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं। बैठक में निर्णय लिया गया है कि एलएलबी का पेडिंग रिजल्ट डिक्लेयर किया जाए। मालूम हो कि वार्षिक परीक्षा के दौरान विधि की परीक्षा में सामूहिक नकल पकड़ी गई थी जिसकी रिपोर्ट विभाग से मांगी गई थी। मगर, तीन माह बाद भी रिपोर्ट न मिलने के कारण रिजल्ट को रोककर रखा गया था।

अगस्त के बाद होगा एग्जाम

इस बीच परीक्षा समिति ने एक अहम निर्णय लेते हुए विधि की परीक्षाओं में बढ़ती नकल पर नकेल के लिए एक कमेटी के गठन का फैसला किया है। यह कमेटी सुझाव देगी कि नकल को कैसे रोका जाए। इसमें इलाहाबाद हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज, डीन लॉ और विधि विभाग के एचओडी शामिल किए जाएंगे। बैठक में द्वितीय अंक सुधार परीक्षा अगस्त के बाद करवाने का डिसीजन लिया गया है।

रजिस्ट्रार जारी करेंगे सर्टिफिकेट

इस दौरान दर्शनशास्त्र के छात्रों द्वारा उत्तर पुस्तिकाओं के दोबारा मूल्यांकन करवाने की मांग को खारिज कर दिया गया। चर्चा में कहा गया कि छात्रों के आरोप बेबुनियाद पाए गए हैं। कॉपियों का मूल्यांकन सही तरीके से किया गया था। इस पर बाहरी विशेषज्ञों की राय भी ली जा चुकी है। यह भी तय किया गया है कि पीएचडी रेगुलेशन 2009 के मुताबिक जिन्हें नेट से छूट मिली है। ऐसे छात्रों को रजिस्ट्रार द्वारा सर्टिफिकेट जारी किया जाएगा।

11 प्रजेंट 12वां कहां से आया

परीक्षा समिति की बैठक में एक दिलचस्प मामले पर भी चर्चा हुई। मीटिंग के एजेंडे में शामिल एक मसले को रखते हुए बताया गया कि एमकॉम चौथे सेमेस्टर की परीक्षा में 11 परीक्षार्थी प्रजेंट थे। लेकिन दिखाया 12 को गया है। वहीं, जांच पड़ताल में पाया गया कि जिस परीक्षार्थी को 12वें परीक्षार्थी के रूप में माना जा रहा है। वह रिकॉर्ड में है ही नहीं। इस पूरे प्रकरण की जांच के लिए डीन कॉमर्स, विभागाध्यक्ष और डीएसडब्ल्यू के नेतृत्व में जांच कमेटी का गठन किया गया है।

Posted By: Inextlive