'आम' को रास नहीं आया 'खास' बजट
- सर्विस टैक्स बढ़ाने और इनकम टैक्स स्लैब में बदलाव न करने से लोग खुश नहीं
- किचन से लेकर लाइफ स्टाइल को बिगाड़ने वाला बताया बजट Meerut : फाइनेंस मिनिस्टर द्वारा पेश किए गए बजट से देश का हरेक आदमी सोचने पर मजबूर हो गया होगा कि आखिर उसे इस बजट में क्या मिला? संसद में बजट पेश होने के बाद आई नेक्स्ट ने इन्हीं बातों को खोजने की कोशिश की। सिटी के तमाम वर्गो से जानने की कोशिश की क्या आप इस बजट से खुश हैं? जिस पर हर वर्ग के लोगों ने अपने-अपने तरीके से प्रतिक्रियाएं दीं। खासकर व्यापारियों और उद्योगपतियों की ओर से इस बजट को लेकर खासी निराशा हाथ लगी। आइये जानने की कोशिश करते हैं कि मेरठ के लोगों की पर आमदनी, जीवनशैली पर जरूरतों पर इस बजट का क्या असर पड़ेगा? आम आदमी की आमदनी पर प्रभाव- शेयरों के डिविडेंट पर टैक्स
- पीएफ निकालने पर उसके 60 फीसदी हिस्से पर टैक्स - 5 लाख की आमदनी पर 5 हजार की छूट - एनपीएस से 40 फीसदी निकासी पर छूट - सर्विस टैक्स 14.5 से 15 फीसदी हुआ। - इनकम टैक्स में कोई चेंज नहीं। पब्लिक ओपिनियनपिछले साल ही सर्विस टैक्स में बढ़ोत्तरी कर लोगों की कमर तोड़ दी थी, लेकिन इस बार तो और बढ़ाकर आम जनता को और मारने का काम किया गया है।
- राजेश कुमार, सर्विसमैन पिछली बार टैक्स स्लैब में राहत नहीं दी गई थी, लेकिन इस बार उम्मीद थी, लेकिन ऐसा कुछ भी करने से लोगों की बचत को पूरी तरह से खत्म करने की कोशिश की गई है। - सुमन कुमार, सर्विसमैन हम मध्यम वर्ग से बिलांग करते हैं। इस बार मध्यम वर्ग को काफी उम्मीदें थी। सर्विस टैक्स में बढ़ोत्तरी और इनकम टैक्स में रिलैक्सेशन न मिलने से काफी निराशा हाथ लगी। - मनोज कुमार, सर्विसमैन एक्सपर्ट वर्जन आम बजट से आम लोगों को कोई फायदा नहीं हुआ। सर्विस टैक्स बढ़ा दिया। इनकम टैक्स में कोई बदलाव नहीं दिया। सिर्फ पांच लाख की आय पर 3 हजार की रिबेट का झुनझुना पकड़ा दिया गया। - अनुपम भारद्वाज, मेरठ सीए एसोसिएशन ----- जीवन शैली पर असर - कारें महंगी हो गई। - रेडिमेट गारमेंट काफी महंगे हो जाएंगे। - तंबाकू और सिगार, सिगरेट काफी महंगी हो गई। - बाजार सातों दिन खुलेंगे। वर्जनकारों को काफी महंगा कर दिया गया है। मध्यम वर्ग और उच्च वर्ग के बीच के लोगों के लिए कार खरीदना काफी महंगा हो जाएगा।
- प्रवीण वालिया, बिजनेसमैन आज हर कोई रेडीमेट कपड़े ही खरीदना पसंद करता है। खासकर ब्रांडेड कपड़े लोग ज्यादा पसंद करते हैं। आमदनी का एक हिस्सा इसमें चला जाता है। ऐसे में इन्हें महंगा करना ठीक नहीं था। - गिरीश शर्मा, बिजनेसमैन इससे काफी फायदा होगा। आम लोगों के साथ व्यापारियों के प्रॉफिट के साथ उन लोगों के लिए राहत हो जाएगी, जिन्हें मंडे के दिन ही शॉपिंग करने का वक्त मिलता है। - यशपाल सिंह, बिजनेसमैन एक्सपर्ट वर्जन बैंकिंग सेक्टर के लिए कुछ नहीं किया गया जोकि करना चाहिए था। कारें काफी महंगी कर दी गई। सब चीजों के दाम बढ़ा दिए गए थे, जिन चीजों के दाम कम करने के लिए गोल्ड स्टेप उठाने चाहिए थे वो नहीं हो पाए। - केपी सिंह, सीए ---------- जरुरतों पर असर - 50 लाख के मकान पर 50,000 की छूट। - 3 हजार सस्ती दवा की दुकानें - एचआरए में 24 हजार से बढ़कर 60 हजार रुपए की रिबेट। - बुजुर्गो के लिए नई बीमा योजना।पब्लिक ओपिनियन
दवाएं काफी महंगी होती हैं। सस्ती दवाओं के स्टोर खुलने से लोगों को काफी राहत मिलेगी।
- राज कुमार एक आम आदमी अपना घर एक ही बार बनाता है। 50,000 की छूट भी काफी होती है। इससे हम जैसे लोगों काफी फायदा होगा। - पवन कुमार उम्र के इस पड़ाव में आ चुके हैं कि बीमा योजना काफी फायदेमंद साबित होगी। इस मुझ जैसे लोगों को काफी फायदा होगा। - सुनील पाल एक्सपर्ट वर्जन इस बजट में आम आदमी के लिए कुछ नहीं है। जरुरतों के हिसाब से देखें तो इन सब से कुछ ज्यादा फर्क पड़ने वाला नहीं है। वहीं ये यूपी और पंजाब में होने वाले इलेक्शन को ध्यान में रखते हुए बनाया हुआ दिखाई दे रहा है। - ज्ञानेंद्र जैन, सीए