- थाना शाहगंज के ख्वासपुरा में आमने-सामने आए समुदाय

- मौके पर पहुंचा कई थानों का फोर्स, दोनों पक्षों से की बात

आगरा। थाना शाहगंज के ख्वासपुरा में मंदिर के गेट को लेकर दो समुदाय के लोग आमने-सामने आ गए.़ दोनों ओर से धक्का-मुक्की हुई। साम्प्रदायिक विवाद पर कई थानों का फोर्स मौके पर पहुंच गया। पुलिस ने किसी तरह स्थिति पर नियंत्रण किया। दो महीने पहले भी इस मामले में समझौता हुआ था।

पुराना कुआं है मंदिर पर

ख्वासपुरा में एक मंदिर है। इसमें शिव व हनुमान जी की प्रतिमा लगी हुई हैं। यहां पर 100 वर्ष पहले से रिहायश बसी हुई है। पहले मंदिर के पास एक कुआं था। साथ ही एक मूर्ति भी रखी थी। करीब 10 साल पहले कुएं में कोई जानवर गिर गया था, इसके चलते कुआं बंद करवा दिया। इसके बाद वहां पर मंदिर का निर्माण हुआ।

छह महीने पहले क्षतिग्रस्त हुई मूर्ति

गली में नाई की मंडी निवासी कल्लू ने कुछ महीने पहले अपना मकान नगला महराव खां निवासी सलीम को बेच दिया। सलीम का वहां पर फुटवियर का कारखाना है। एरिया के लोगों का कहना था कि छह महीने पहले मूर्ति क्षतिग्रस्त कर दी गई थी। उस दौरान बस्ती के लोगों ने चंदा कर मंदिर बनवाना शुरू कर दिया। मंदिर का दरवाजा गली में निकालना चाहा, लेकिन सलीम ने विरोध किया।

तब पुलिस ने दबा दिया था विवाद

तब पुलिस ने चुनाव आचार संहिता का हवाला देते हुए विवाद दबा दिया। दरवाजे के स्थान पर दीवार बना दी गई। रविवार दोपहर एक बजे कुछ लोग दरवाजा लगा रहे थे। सलीम के मकान का गेट भी सामने ही है। उसने दरवाजा लगाने का विरोध किया।

धक्का मार गिराया

इस पर विवाद हो गया। दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए। एरिया के गोविंद का कहना था कि वह दरवाजा उठाने जा रहा था, तभी उसको धक्का मार दिया। इससे उसके सिर में चोट लग गई। दो महीने पहले भी विवाद के बाद समझौता हुआ था। लोगों का कहना था कि उस दौरान मुबीन पक्ष ने शटर हटवा कर गेट लगवाया था। पहले वहां पर शटर था।

कई थानों का फोर्स पहुंचा

एक सपा नेता का बेटा मौके पर पहुंच गया। गैर समुदाय लोगों ने धार्मिक नारेबाजी शुरू कर दी। कई थानों का फोर्स मौके पर पहुंच गया। लोगों का कहना था कि सीओ लोहामंडी मौके पर काफी देरी से पहुंचे। पुलिस ने किसी तरह स्थिति को संभाला। मौके पर पहुंचे प्रशासनिक अधिकारी ने दोनों समुदायों की बैठक रख विवाद सुलझाने का आश्वासन दिया।

Posted By: Inextlive