RANCHI: झाविमो(प्र)ने हजारीबाग व बोकारो में हुई सांप्रदायिक हिंसा की जांच एसआईटी से कराने की मांग की है। सोमवार को जीवीएम के प्रधान महासचिव व विधायक दल के नेता प्रदीप यादव ने कहा कि सांपदायिक हिंसा की जांच हाईकोर्ट की अध्यक्षता में बनी एसआईटी करे। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य में हो रही सांप्रदायिक घटनाओं में शामिल लोगों को राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है। नतीजन, दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं होती है। साथ ही उन्होंने रामनवमी के दौरान हजारीबाग व बोकारो में हुई हिंसा को सरकार की विफलता बताया है। उन्होंने कहा कि पीडि़तों के लिए सरकार को मुआवजा देना चाहिए। इस बाबत पार्टी का एक डेलीगेशन ख्क् अप्रैल को गवर्नर द्रौपदी मुर्मू से मिलेगा।

नाकेबंदी अब क्क्-क्ख् जून को

सोमवार को जेवीएम सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी की अध्यक्षता में पार्टी नेताओं की एक बैठक डिबडीह स्थित पार्टी कार्यालय में हुई। इसमें महाधिवेशन की तारीख आगे करने का निर्णय लिया गया। उन्होंने बताया कि पार्टी महाधिवेशन ख्फ् मई को होगा। उसी तरह पार्टी द्वारा प्रस्तावित आर्थिक नाकेबंदी ख्ख्-ख्फ् मई की जगह अब क्क्-क्ख् जून को होगी। बैठक में बाबूलाल मरांडी और प्रदीप यादव के अलावा पार्टी उपाध्यक्ष सबा अहमद, सरोज सिंह, सुनिल साहू समेत अन्य सीनियर लीडर्स मौजूद थे।

Posted By: Inextlive