भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व सांसदों को ज्ञापन सौंपकर किया प्रदर्शन

निर्णय को एक हजार कर्मचारियों के भविष्य पर बताया खतरा

ALLAHABAD: नैनी स्थित भारत पंप्स एंड कंप्रेसर्स लिमिटेड (बीपीसीएल) अभी तक केंद्र सरकार का हिस्सा थी। अब इसे निजी हाथों में सौंप दिया गया है। इससे बीपीसीएल में तैनात कर्मचारियों व अधिकारियों का गुस्सा भड़क उठा है। निजीकरण के विरोध में आक्रोशित अधिकारियों व कर्मचारियों ने सोमवार को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व सांसद केशव प्रसाद मौर्या, सांसद श्यामा चरण गुप्त के साथ ही जिलाधिकारी को ज्ञापन देकर सिविल लाइंस चौराहे पर प्रदर्शन किया।

निजीकरण से भविष्य खतरे में

यूनियन के अध्यक्ष ओपी तिवारी ने कहा कि बीपीसीएल में करीब एक हजार कर्मचारी कार्यरत हैं, जिनमें करीब 450 स्थाई और 500 से अधिक संविदा कर्मचारी हैं। इनके भविष्य पर निजीकरण से खतरा मंडरा सकता है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने कैबिनेट की बैठक में कंपनी का रणनीतिक विनिवेश करने का निर्णय लिया है.कर्मचारी इसके विरोध में हैं।

तो करेंगे मतदान का बहिष्कार

यूनियन के पदाधिकारियों ने बालसन चौराहे स्थित सांसद श्यामा चरण गुप्त के आवास पर जाकर उन्हें ज्ञापन दिया और निजीकरण का निर्णय वापस कराने की मांग की। सांसद को ज्ञापन देने के बाद कर्मचारी कलेक्ट्रेट पहुंचे। एडीएम सिटी को ज्ञापन देकर प्रदर्शन किया। चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगों पर शीघ्र विचार नहीं किया गया तो आगामी विधान सभा चुनाव में बीपीसीएल के सभी कर्मचारी परिवार संग मतदान का बहिष्कार करेंगे।

Posted By: Inextlive