छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र : पहले पत्नी को दहेज की खातिर प्रताडि़त किया। जब वह प्रेग्नेंट हुई तो ससुरालवालों ने जबरन लिंग जांच करवाया। गर्भ में बेटी होने की बात मालूम होने पर उसे जबरन मायके भेज दिया। इतना ही नहीं, पति ने इस बीच दूसरी युवती से शादी भी रचा ली। मामला मानगो थाना का है। पत्नी द्वारा इस बाबत आरोपी पति के खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज कराने के बाद भी पुलिस ने कार्रवाई नहीं की।

2011 में हुई थी शादी

जानकारी के मुताबिक, धतकीडीह निवासी रुमीना खान उर्फ नाजिया परवीन की शादी 22 नवंबर 2011 को आजादनगर थाना एरिया के ओल्ड पुरूलिया रोड स्थित अल्मामिन अपार्टमेंट में रहनेवाले शाहनवाज अहमद उर्फ शानू के साथ हुई थी। शादी के वक्त दहेज के तौर पर डेढ़ लाख रुपए नकद समेत कई सामान भी दिए गए थे।

घर से निकालने की धमकी

रुमीना ने बताया कि उसका शाहनवाज के साथ लव अफेयर था। बाद में दोनों की फैमिली की मर्जी से उनकी शादी हुई थी। जब वह ससुराल पहुंची तो वहां दहेज के लिए उसे प्रताडि़त किया जाने लगा। इसकी जानकारी मायके को भी थी। इस बाबत 5 जनवरी 2012 को सामाजिक बैठक में ससुरालवालों ने 2 लाख रुपए की मांग की। इसके बाद घरवालों ने 50 हजार रुपए तत्काल दे दिए और बाकी के 1.50 लाख रुपए भी जल्द देने की बात कही। इस पर ससुरालवालों ने कहा कि गाड़ी खरीदनी है, पैसे नहीं देने पर रुमीना को घर से निकाल दिया जाएगा।

सेक्स जांच, अबॉर्शन का दबाव

इस बीच रुमीना प्रिग्नेंट हो गई। ससुराल वालों को जब उसके प्रिग्नेंट होने की बात मालूम हुई तो वे लिंग जांच के लिए दबाव बनाने लगे। लिंग जांच में जब गर्भ में बेटी होने की बात मालूम हुई तो अबार्शन करवाने के लिए मारपीट की जाने लगी। घर में रूमीना को ठीक से भोजन भी नहीं दिया था।

भेज दिया मायके

रुमीना ने बताया कि वह अबार्शन कराने को राजी नहीं हुई तो उसके साथ मारपीट कर उसे मायके पहुंचा दिया गया, जहां उसने लड़की को जन्म दिया। इसके बाद मायकेवालों ने ससुराल के लोगों से बातचीत की और समझौता कर दोबारा रुमीना को उसके ससुराल भेजा गया, लेकिन लड़की पैदा होने से नाराज ससुरालवालों का रवैया नहीं बदला और उसकी प्रताड़ना का दौर जारी रहा। उससे बकाया डेढ़ लाख रुपयों की मांग भी की जा रही थी। मारपीट का जख्म आज भी रूमीना के साथ हुए अत्याचार की कहानी बयां कर रहे हैं।

ज्वेलरीज और डॉक्यमेंट्स रख लिए

मामले की जानकारी मिलते ही मां जब रुमीना के ससुराल में गई तो उसके साथ भी मारपीट की गई। ससुरालवालों ने कहा- डेढ़ लाख रुपए दो, वरना अपनी बेटी को अपने साथ ले जाओ। मां ने काफी गुहार लगाई, पर उन्होंने कुछ भी नहीं सुनी। इतना ही नहीं, ससुरालवालों ने रूमीना के गहने और शादी से संबंधित सारे कागजात अपने पास रखकर 22 अगस्त 2014 को ऑटो में बैठाकर रुमीना को उसके मायके भेज दिया।

धमकी देकर डॉक्यूमेंट्स पर करवाए हस्ताक्षर

बाद में मारपीट की कंप्लेन की गई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसके बाद कंप्लेन केस कोर्ट में पहुंचा, लेकिन पुलिस ने आरोपी को अरेस्ट नहीं किया। रूमीना ने बताया कि इस बीच आरोपी उसके घर आए व उसे भरोसे में लेकर उससे कुछ दस्तावेजों पर सिग्नेचर करवाना चाहा। जब इससे इंकार किया तो जान से मारने की धमकी देकर कागज पर जबरन सिग्नेचर करा लिए।

मस्जिद में कर ली शादी

रुमीना ने जब कंप्लेन केस दर्ज किया तो अरेस्टिंग से बचने के लिए पति शाहनवाज ने कोर्ट में एंटीसिपेटरी बेल पीटिशन फाइल कर दिया। 19 अगस्त को कोर्ट ने शहनवाज की अरेस्टिंग पर रोक लगा दी। इसका फायदा उठाकर शाहनवाज ने 10 दिसंबर को शबीना मस्जिद में मो। एजाज की बेटी इशरत के साथ शादी कर ली।

पुलिस का रवैया भी रहा असहयोगात्मक

रूमीना ने बताया कि पति द्वारा दूसरी शादी किए जाने की जानकारी मिलने पर वह थाने पहुंची। पुलिस ने उसे घंटों थाने में बिठाए रखा और 2 बजे उसके साथ शाहनवाज के घर गए। वहां शाहनवाज की मां ने पुलिस से कहा कि उनका बेटा शहर से बाहर है। रूमीना ने कहा कि उसने पुलिस से कहा कि शाहनवाज शादी कर रहा है, लेकिन पुलिस ने न उसकी बात सुनी और न ही उसका साथ दिया।

Posted By: Inextlive