- मेरठ के एक वकील ने पूर्व मुख्य न्यायाधीश के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर किया

- महात्मा गांधी को ब्रिटेन का एजेंट कहने पर की शिकायत, 23 मार्च को होंगे बयान

Meerut : महात्मा गांधी को ब्रिटिश एजेंट कहना पूर्व न्यायमूर्ति मार्कण्डेय काटजू को भारी पड़ रहा है। मेरठ के वकील वीरेंद्र कुमार ने सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायमूर्ति व प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया के पूर्व चेयरमैन मार्कण्डेय काटजू के खिलाफ एसीजेएम नवम के न्यायालय में परिवाद दर्ज कराया है। मांग की है कि काटजू के खिलाफ आइपीसी की धारा भ्0क्बी के तहत मानहानि का मुकदमा दर्ज किया जाए और आरोपी को कठोर से कठोर सजा दी जाए। कोर्ट ने इस शिकायत के आधार पर शिकायतकर्ता का बयान दर्ज कराने की तिथि ख्फ् मार्च तय की है।

अनुयायियों का भी अपमान

मवाना रोड स्थित राधा गार्डन निवासी वीरेंद्र कुमार ने एसीजेएम नवम के न्यायालय में दी गई शिकायत में कहा है कि महात्मा गांधी को देश में राष्ट्रपति की उपाधि है। देश के साथ ही साथ पूरी दुनिया में गांधीजी के सत्य और अहिंसा के सिद्धांत की धाक है। उनके लेख और विचार आज भी लोगों को सद्पथ पर चलने की सीख देते हैं। ऐसे व्यक्ति के लिए ब्रिटिश एजेंट की संज्ञा देने से उनकी भावना को ठेस पहुंचा। वीरेंद्र ने आरोप लगाया कि काटजू ने जानबूझकर बापू की प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाने की नियम से लेख में उन पर झूठे लांछन लगाए हैं, उनकी छवि धूमिल करने के उद्देश्य से कथित लेख की कॉपियां देश के विभिन्न शहरों में वितरित कराई हैं। ऐसा कर उन्होंने बापू के साथ ही उनके अनुयायियों का भी अपमान किया है। परिवाद दर्ज कराने वाले ने शिकायत में यह भी कहा है कि बापू को ब्रिटिश एजेंट बताते हुए काटजू के लेख की वजह से वह काफी मानसिक वेदना से पीडि़त हैं और अपना कारोबार भी ठीक नहीं कर पा रहे हैं। ऐसे में आरोपी को तलब फरमाकर कानून दंड से दंडित किए जाने की मांग की है। इस केस में उन्होंने गवाह के तौर पर दयाचंद और मनु सिंह का नाम दिया है।

Posted By: Inextlive