- सिटी के 10 हजार कंज्यूमर्स के घर पहुंचा डिफेक्टिव बिल

- बिलिंग सेंटर पर एसी न लगा होने से हैंग हो रहे कंप्यूटर

GORAKHPUR : पैसे बचाने के चक्कर में इलेक्ट्रिसिटी कॉर्पोरेशन अपने ही कर्मचारियों और कंज्यूमर्स को परेशान करने पर तुला हुआ है। गर्मी का असर डिपार्टमेंट पर कुछ ऐसा हुआ है कि बिलिंग सेंटर्स पर लगे कंप्यूटर्स हैंग हो गए हैं। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि सिटी के किसी भी बिलिंग सेंटर पर कूलिंग की प्रॉपर व्यवस्था नहीं है। कंप्यूटर हैंग होने का खामियाजा भुगत रहे हैं बेचारे कंज्यूमर्स, जिनका बिल गलत आने लगा है। डिफेक्टिव बिल से परेशान कंज्यूमर्स इलेक्ट्रिसिटी ऑफिस के चक्कर लगाने को मजबूर हैं।

एक भी बिलिंग सेंटर पर नहीं लगा है एसी

सिटी में करीब क् लाख ब्ख् हजार कंज्यूमर्स हैं, जिनका बिल बनाने के लिए टोटल क्म् बिलिंग सेंटर हैं। हैरानी की बात ये है कि इनमें से एक भी सेंटर पर इलेक्ट्रिसिटी कॉर्पोरेशन की ओर से एसी नहीं लगाया गया है। इससे कर्मचारी तो गर्मी से हलकान हैं ही, कंप्यूटर जी की तबियत भी खराब हो रही है। टेंप्रेचर चढ़ता है तो कंप्यूटर हैंग हो जाता है और उल्टा-सीधा डाटा फीड करने लगता है।

डिफेक्टिव बिल बना रहा गर्मी से परेशान कंप्यूटर

बिलिंग सेंटर पर काम कर रहे एक कर्मचारी की मानें तो गर्मी के साथ ही कंप्यूटर हैंग होने लगा है। अगर एक घंटे लगातार कंप्यूटर चला दिया जाए तो हैंग हो जाता है। हैंग कंप्यूटर को रिस्टार्ट करने पर वो स्टार्ट होने में कम से कम ख्0 मिनट ले लेता है। इससे टाइम की बर्बादी तो होती ही है, अगर कहीं डाटा फीड करते वक्त कंप्यूटर हैंग हो गया तो डिफेक्टिव बिल सेव हो जाता है। जिससे कंज्यूमर का बिल एक्चुअल खपत से बहुत ज्यादा आता है।

क्या है डिफेक्टिव बिल?

डिफेक्टिव बिल दो प्रकार के होते हैं, सीडीएफ यानि सीलिंग डिफेक्टिव और आरडीएफ यानि रीडिंग डिफेक्टिव। हैंग होने पर कंप्यूटर इन्हीं डिफेक्ट के साथ बिल सेव करता है। सीडीएफ बिल होने पर कंज्यूमर का एक मंथ का बिल कम से कम क्म् हजार यूनिट का बनता है, वहीं आरडीएफ बिल में पिछले तीन महीने की रीडिंग का बिल भी एक साथ जोड़कर बना देता है। ऐसे में कंप्यूटर का हैंग होना कंज्यूमर्स के लिए परेशानी का सबब बन गया है।

एसी न होने से ये हो रही प्रॉब्लम

- गर्मी की वजह से हैंग हो रहा कंप्यूटर

- हैंग होने पर गलत डाटा फीड कर रहा कंप्यूटर

- स्लो चल रहे हैं बिलिंग सेंटर के कंप्यूटर

- गर्मी में काम करने को मजबूर हैं कर्मचारी

- ठंड के मौसम में एक घंटे में करीब ख्0 बिल बनते हैं, जबकि गर्मी में क् घंटे में महज क्ख् बिल।

जहां दो से अधिक कंप्यूटर लगातार 8 घंटे तक काम करते हों, वहां एसी जरूर लगा होना चाहिए। बिलिंग सेंटर्स पर एसी लगाने के लिए मुख्यालय से अनुमति ली जाएगी।

एसपी पांडेय, चीफ इंजीनियर गोरखपुर जोन

कंप्यूटर को प्रॉपरली रन करने के लिए रूम टेंप्रेचर पर ही चलाना चाहिए। जहां कंप्यूटर्स रखे हो, वहां एसी लगा होना जरूरी है। गर्मी की वजह से कंप्यूटर की परफॉर्मेस पर असर पड़ता है।

सौरभ कुमार राव, आईटी एक्सपर्ट

Posted By: Inextlive