ALLAHABAD: अमूमन देखा जाता है कि 12वीं तक बच्चों पर फ्रेंड्स, पैरेंट्स और रिलेटिव्स की तरफ से कॅरियर के सेलेक्शन को इतने तरीके के सुझाव आते हैं कि बच्चे कई बार बहुत कंफ्यूज हो जाते है। इसी कंफ्यूजन में बच्चे गलत डिसीजन लेते हुए गलत करियर का सलेक्शन कर लेते हैं। इससे आगे चलकर मुश्किल आती है। जरूरी है कि समय रहते स्टूडेंट्स अपने कॅरियर को लेकर मन में चलने वाली सभी प्रॉब्लम का सॉल्यूशन हासिल करें और कॅरियर काउंसलर के जरिए प्रॉब्लम सॉल्व करें। गुरुवार को मानव रचना विद्यातंरीक्षा की प्रस्तुति दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट कॅरियर पाथ सेमिनार में काउंसलर्स ने स्टूडेंट्स की क्वैरीज का आंसर दिया और उनकी प्रॉब्लम दूर की

वर्जन

स्टूडेंट्स के लिए काउंसलिंग जरूरी है। स्कूलों में होने वाले ऐसे आयोजन से स्टूडेंट्स को काफी लाभ मिलता है। खासतौर पर करियर को लेकर उनके मन में चलने वाले सवालों का जवाब उन्हें इसी प्रकार काउंसलिंग प्रोग्राम में आसानी से मिल जाता है। वजह, कई बार वह चाहते हुए भी कॅरियर को लेकर चलने वाली क्वैरीज का सॉल्यूशन नहीं खोज पाते हैं।

-जीपी त्रिपाठी

प्रिंसिपल, शिवगंगा विद्या मंदिर

कॅरियर को लेकर स्टूडेंट्स की समस्याएं इस प्रकार की काउंसलिंग से काफी हद तक दूर हो जाती हैं। खासतौर पर 12वीं के समय स्टूडेंट्स के मन में कॅरियर, कोर्स सेलेक्शन और फ्यूचर में उन कोर्सेज की डिमांड आदि को लेकर कई तरह के सवाल होते है। ऐसे काउंसलिंग प्रोग्राम से स्टूडेंट्स को नई दिशा मिलती है, जिससे उनको काफी हद तक मदद मिलती है।

-जया सिंह

प्रिंसिपल, डी पी पब्लिक स्कूल

स्कूलों में ऐसे आयोजन होते रहने से स्टूडेंट्स के अंदर छिपा डर दूर होता है। एक्सप‌र्ट्स को सुनने और उनके विचार से भी स्टूडेंट्स को कई तरह के एक्सपीरियंस मिलते हैं जो आगे चलकर उनके लिए फायदेमंद होते हैं।

-सुष्मिता कानूनगो

प्रिंसिपल, महर्षि पतंजलि विद्या मंदिर

काउंसलिंग प्रोग्राम के दौरान कई टीचर्स भी वहां मौजूद थे। उन्होंने भी काउंसलिंग प्रोग्राम को बेहतर बताया। ऐसे में बच्चों को भी नई दिशा मिलती है और उनके मन में जो डर या झिझक होती है वह दूर होती है।

-रविन्दर बिरदी

प्रिंसिपल, श्री महाप्रभु पब्लिक स्कूल

Posted By: Inextlive