कर्नाटक में हाल ही में बनी गठबंधन सरकार में शामिल कांग्रेस-जेडीएस के बीच मतभेद की खबरें हर दिन सामने आ रही हैं। अब यहां पर बजट को लेकर खींचतान हो रही है। यहां पढ़ें पूरा मामला...

नया बजट पेश करना ज्यादा ठीक होगा
बेंगलुरु (पीटीआई)। कर्नाटक में हाल ही में एचडी कुमारस्वामी ने कांग्रेस के सहयोग से गठबंधन वाली सरकार बनाई। ऐसे में कांग्रेस-जेडीएस नेताओं में विभाग आवंटन को लेकर तनातनी रही। वहीं विभागों की खींचतान के बाद अब बजट पेश करने को लेकर मतभेद सामने आ रहे हैं। इस बार ये 2018-19 के लिए नया पूर्ण बजट पेश करने को लेकर हैं। कांग्रेस का मानना है कि पूरक बजट पेश हो। जबकि जेडीएस का कहना है कि नई सरकार के लक्ष्यों को प्रदर्शित करने के लिए नया बजट पेश करना ज्यादा ठीक होगा।
पहले ही वह राज्य के लिए बजट पेश कर चुके
कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस-जेडीएस समन्वय समिति के अध्यक्ष सिद्दरमैया ने नया पूर्ण बजट पेश करने पर गहरी आपत्ति जताई है। उनका कहना है कि इस कवायद की कोई जरूरत नहीं है। कुछ महीने पहले मुख्यमंत्री के तौर पर वह पहले ही वह राज्य के लिए बजट पेश कर चुके हैं। इसी वजह से उनकी सरकार ने चार महीने के लिए लेखानुदान लिया था जो जुलाई तक उपलब्ध होगा। हां अगर नई सरकार कुछ नई परियोजनाओं को शुरू और नए कार्यक्रमों की घोषणा करना चाहती है तो वह पूरक बजट पेश कर सकती है।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात करेंगे
वहीं इस संबंध में  मुख्यमंत्री कुमारस्वामी का कहना है कि  'जब भी नई सरकार सत्ता में आती है तो उसे दिखाना होता है कि उसके लक्ष्य क्या हैं। इसलिए उनके हिसाब से अब नया बजट पेश करना सही कदम होगा। हालांकि पार्टी में उपजे अब इस मतभेद को समाप्त करने के लिए वह  कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात करेंगे। बता दें कि हाल ही के दिनों कि विभाग आवंटन के दौरान कर्नाटक में कुछ विधायकों की नाराजगी बात सामने आई थी। कहा जा रहा है मुख्यमंत्री  ने जो विभागों का आवंटन किया है कुछ नेता खुश नही हैं।

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Posted By: Shweta Mishra