यूपी में विधानसभा चुनाव 2017 की दस्‍तक अब सुनाई देने लगी है। जिसके साथ ही राजनैतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई। यूपी विधानसभा चुवान 2017 सभी के लिए महत्‍वपूर्ण है ऐसे में पार्टियों ने अभी से अपनी चाले चलना शुरु कर दिया है। सपा बसपा के बाद अब कांग्रेस की यूपी के रण में कूद चुकी है। यूपी में कांग्रेस चुनाव की कमान भाजपा और नितीश कुमार को चुनवी दंगल जितवा चुके प्रशांत किशोर ने संभाली है। केन्‍द्र की राजनीति में यूपी का शुरुआत से ही बड़ा योगदान रहा है ऐसे में देखना यह है कि प्रशांत किशोर यूपी के चुनाव में अपना कितना असर दिखा पाते हैं।


राहुल बन सकते है यूपी में पार्टी का चेहरायूपी में विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरु होने के बाद सबसे बड़ा सवाल है कि क्या कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी यूपी में सीएम पद के लिए कांग्रेस का चेहरा बन सकते हैं। बिहार में अपनी चुनावी रणनीतियों और दांव-पेच का लोहा मनवा चुके प्रशांत किशोर अब यूपी में कांग्रेस के लिए कुछ नया करने में जुटे हैं। सूत्रों की मानें तो उन्होंने राहुल को पार्टी का चेहरा बनाने की वकालत की है। प्रशांत की नजर में राहुल गांधी पहले नंबर पर वहीं उनकी बहन प्रियंका वाड्रा दूसरे नंबर पर हैं।प्रशांत किशोर संभालेगे यूपी चुनाव की कमान


बिहार चुनाव के बाद प्रशांत किशोर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी से मिले। राहुल ने उन्हें यूपी के नेताओं से मिलने को कहा। यूपी के नेताओं से हफ्तेभर मिलने के बाद प्रशांत ने एक ऐसे चेहरे की जरूरत बताई जो यूपी के सारे गुटों को इकट्ठा कर सके। उन्होंने सुझाव दिया कि प्रियंका वाड्रा वह चेहरा हो सकती हैं। प्रियंका की तरफ से इसके लिए मना कर दिया गया। इसके बाद प्रशांत ने राय जाहिर की कि इन चुनावों में एक नए चेहरे के रूप में राहुल गांधी अपने आपको ही सामने क्यों नहीं रखते।दिल्ली अभी दूर है कांग्रेस

कांग्रेस में बहुत सारे नेता हैं जो राहुल को पीएम पद का उम्मीदवार मानते हैं लेकिन राहुल गांधी को उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाने को लेकर चल रही चर्चा सिर्फ अफवाह नहीं है। कांग्रेस में इस पर गंभीरता से विचार चल रहा है। इसके पीछे वजह यह भी है कि कांग्रेस में कइयों का मानना है कि दिल्ली अभी दूर है क्यों न यूपी में ही राहुल का चेहरा लाया जाए। ज्ञात हो कि प्रशांत किशोर को लेकर राहुल गांधी ने साफ किया था कि उन्हें पंजाब की जिम्मेदारी दी गई है। वह पंजाब में उम्मीदवारों का चयन नहीं करेंगे बल्कि वहां चुनाव प्रचार का जिम्मा संभालेंगे जिसमें उन्हें महारत हासिल है। नरेन्द्र मोदी की टीम का हिस्सा रह चुके हैं प्रशांत किशोर

यह बात भी दिलचस्प है कि प्रशांत किशोर नरेंद्र मोदी की टीम में जाने से पहले राहुल गांधी की टीम में थे लेकिन वहां उन्हें उतनी फ्रीडम नहीं मिली जिसकी वजह से वह मोदी की टीम में शामिल हो गए। यूपी में मुख्यमंत्री पद के लिए किसका चेहरा कांग्रेस की ओर से सामने आएगा आप का चेहरा या फिर प्रियंका का इस सवाल का जबाव देते हुए राहुल गांधी ने कहा मुझे क्या पता नाम तो आप ही चलाते हो। जानकारों के मुताबिक कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व को भी यूपी में अपनी घटती साख का अंदाजा है। ऐसे में राहुल और प्रियंका को तुरुप के पत्ते की तरह इस्तेमाल करने की चर्चा कई सालों से चल रही है। कांग्रेस नेता मधुसूदन मिस्त्री का कहना है कि राहुल और प्रियंका पीएम बनेंगे न कि यूपी के सीएम।यूपी में विधानसभा चुनाव 2017 में कांग्रेस के पोस्टर ने बढ़ाई सियासी गर्मी
यूपी में विधानसभा चुनाव 2017  से पहले कांग्रेस का पोस्टर भी सामने आ गया है। इस पोस्टर में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को जन रक्षक दिखाया गया है। वह भी फिल्म सिंघम के स्टाइल में पुलिस की वर्दी पहने खड़े हुए हैं। राहुल गांधी के पुलिस की वर्दी वाला यह पोस्टर यूपी के गोरखपुर में लगाया गया है। इस पोस्टर में समाजवादी पार्टी बीएसपी और बीजेपी को चुनौती दी गई है। पोस्टर में पिछले 27 सालों से जनता पर हो रहे अत्याचार को मिटाने का दावा किया गया है। पोस्टर में सीएम अखिलेश की सरकार को दंगाइयों की सरकार बताया गया है। वहीं मायावती को घोटाला और भ्रष्टाचार में लिप्त बताया गया है। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष केशव मौर्य को दंगाई और अपराधी के साथ ओवैसी को समाज में नफरत फैलाने वाला बताया गया है। पोस्टर लगने के बाद शहर की राजनीति में गर्मी बढ़ती दिख रही है।

Posted By: Prabha Punj Mishra