- गंगा को लेकर गंभीर नहीं है केंद्र और राज्य सरकार, गंगा भक्तों का सफाया करने में लगी है भाजपा

DEHRADUN: पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत ने गंगा को लेकर केंद्र और राज्य सरकार को आड़े हाथ लिया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार गंगा की अपराधी है और गंगा भक्तों को मरने के लिए छोड़ दिया है। उन्होंने कहा कि गंगा को लेकर केंद्र और राज्य सरकार गंभीर नहीं है।

जनता के साथ छल कर रही भाजपा

संडे को देहरादून में पत्रकारों से बातचीत में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि भाजपा सरकारों ने गंगा की सफाई के कार्यक्रम को धक्का पहुंचाया है और अब वे गंगा भक्तों की सफाई करने लगे हैं। पहले निगमानंद और फिर ज्ञानस्वरूप सानंद गए। स्वामी नागनाथ के बाद गोपाल दास गायब हो गए। अब ब्रह्मचारी आत्मबोधानंद 89 दिन से उपवास पर हैं। केंद्र और राज्य सरकार कुछ भी सुनने को राजी नहीं है। उन्होंने कहा कि सैटरडे को उन्होंने आत्मबोधानंद से मुलाकात कर अनुरोध किया कि वे इस लड़ाई को कुछ समय के लिए स्थगित कर दें, लेकिन वे कटिबद्ध हैं। देश के तमाम सगंठनों और नामचीन लोगों तय किया है कि वे आत्मबोधानंद के समर्थन में हरिद्वार से दिल्ली तक मार्च करेंगे। कांग्रेस इसमें सहयोग करेगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी आत्मबोधानंद की बात सुनने के लिए केंद्र को पत्र लिखेंगे। गंगा के प्रोजेक्ट को सरकार ने नॉन फंडिंग बना दिया है। कांग्रेस अपने संकल्प पत्र में भी गंगा के मसले को भी शामिल करेगी। कहा कि वे हर लोस क्षेत्र में जा रहे हैं। वे लोस चुनाव लड़ेंगे या नहीं, यह राहुल गांधी के आदेश पर निर्भर करेगा। कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा से संबंधित प्रश्न पर उन्होंने कहा कि उत्तराखंड कांग्रेस कोई भी कार्यक्रम करेगी, उसमें हरीश रावत भी पार्ट है।

Posted By: Inextlive