अगस्‍ता वेस्‍टलैंड घोटाले में बुरी तरह घिरी कांग्रेस ने अब केंद्र को दवाब में लेने का इरादा किया है। ये जताने के लि कि भाजपा नेत्त्‍व वाली केंद्र सरकार गलत तरीके कांग्रेस पार्टी के शीर्ष नेतृत्‍व को फसाने और पार्टी की छवि खराब करने का प्रयास कर रही है कांग्रेस ने आज जंतर मंतर पर लोकतंत्र बचाओ रैली निकाली है।


आक्रमक हुई कांग्रेस  
अगस्ता वेस्टलैंड स्कैम मामले में बैकफुट पर रही कांग्रेस ने आक्रामक अंदाज में जवाब देने का फैसला किया है। केंद्र सरकार के खिलाफ निकाले जाने वाले मार्च को कांग्रेस ने लोकतंत्र बचाओ नाम दिया है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में जंतर मंतर पर लोकतंत्र बचाओ रैली चल रही है। जंतर मंतर पर सोनिया गांधी, राहुल गांधी और मनमोहन सिंह पहुंच चुके हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सचिन पायलट ने कहा कि ईडी और सीबीआई के जरिए केंद्र सरकार पार्टी को बदनाम कर रही है। इसके अलावा कांग्रेस शासित राज्य सरकारों को अस्थिर करने की साजिश भी रच रही है। कांग्रेस ने उत्तराखंड के राजनीतिक संकट, सूखे के हालात और विपक्ष के खिलाफ चलाए जा रहे ‘छल-कपट अभियान को भी उजागर करने का फैसला किया है। ताकि जनता के सामने केंद्र सरकार के दुष्प्रचार अभियान का जवाब दे सके। मार्च के अंत में संसद का घेराव किया जाएगा।संसद भवन के आसपास धारा 144 लागू


रैली सुबह साढ़े नौ बजे जंतर-मंतर पर शुरू हुई, जिसके बाद अब सभी संसद भवन की ओर मार्च करेंगे। हालांकि बताया यह भी जा रहा है कि सुरक्षाकर्मी इस मार्च को पार्लियामेंट स्ट्रीट पर ही रोक लेंगे। यही नहीं, संसद सत्र जारी रहने के कारण संसद भवन के आसपास के इलाके में धारा 144 लागू है। अगस्ता मुद्दे पर कांग्रेस बुरी तरह घिरी हुई है। बुधवार को राज्यसभा में रक्षा मंत्री ने कहा था कि सरकार इस मुद्दे पर जीरो टॉलरेंस की नीति पर चल रही है। किसी के साथ दुर्भावना के साथ कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी। लेकिन जिन लोगों के नाम का जिक्र इटली की कोर्ट में हुआ है। उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। इस मामले में आज रक्षामंत्री पर्रिकर लोकसभा में जवाब देने वाले हैं। कांग्रेस के अभियान के खिलाफ भाजपा ने भी मार्च निकालने का भी फैसला किया है।राज्यसभा में हुआ हंगामाराज्यसभा में कल अगस्ता मामले में एक बिचौलिये मिशेल के बयान पर जमकर हंगामा हुआ था। मिशेल ने कहा था कि सौदे में अधिकारियों तक दलाली की रकम पहुंचायी गयी थी। लेकिन नेताओं का नाम शामिल करने के लिए उस पर दबाव बनाया गया था। मिशेल के इस बयान के बाद कांग्रेस सांसदों ने कहा कि अब ये बात साफ है कि केंद्र की मोदी सरकार पार्टी की प्रतिष्ठा पर चोट पहुंचाना चाहती है। कांग्रेस ने कहा कि अगस्ता वेस्टलैंड में टेंडर में शामिल सभी शर्तों के मुताबिक फैसला किया गया था।आज सुप्रीम कोर्ट में भी है सुनवायी

अगस्ता वेस्टलैंड मामले में दाखिल जनहित याचिका पर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी। याचिका में मांग की गई है इटली की कोर्ट के फैसले को देखते हुए भारत में भी कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व पीएम मनमोहन सिंह और अहमद पटेल जैसे नेताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाए।

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Posted By: Molly Seth